बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए संरक्षा और गतिशीलता मानकों में वृद्धि की ओर अग्रसर पश्चिम रेलवे
2021-22 में पश्चिम रेलवे ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है
मुंबई :- भारतीय रेलवे को बेहतर गति, संरक्षा और सेवा के साथ एक विश्व स्तरीय रेलवे में बदलने के क्रम में पश्चिम रेलवे आगे बढ़ रही है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में पश्चिम रेलवे ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। कोविड महामारी के बीच सबसे कठिन चुनौतियों का सामना करने के बावजूद पश्चिम रेलवे द्वारा कई फुट ओवर ब्रिज (FOB), रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज शुरू किए गए हैं और रोड ओवर ब्रिज (ROB) आदि की मरम्मत कार्य और रीगर्डरिंग कार्य भी किए गए हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने अभूतपूर्व ढांचागत कार्य किए हैं। यात्रियों की संरक्षा के लिए संकटग्रस्त पुलों का री-गर्डरिंग/पुनर्निर्माण कार्य किया गया है और कई नए रोड अंडर ब्रिजों (आरयूबी) और रोड ओवर ब्रिजों (आरओबी) का भी निर्माण किया गया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान पश्चिम रेलवे पर 30 एफओबी, 86 आरयूबी और 26 आरओबी शुरू किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 51 यार्ड रीमॉडलिंग कार्य के साथ-साथ 65 छोटे पुलों का कार्य पूर्ण किया गया है।
पश्चिम रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं: -
संरक्षा: सर्वोच्च प्राथमिकता
ब्रॉड गेज मार्गों पर 113 मानवयुक्त समपार फाटकों को हटाया गया है, जो सभी क्षेत्रीय रेलों में सबसे अधिक है। 112 का वार्षिक लक्ष्य फरवरी माह में ही प्राप्त कर लिया गया।
हटाए गए कुल 113 समपारों में से 38 समपारों को स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग से हटाया गया है जो कि अब तक सबसे अधिक हैं।
उपरोक्त के अलावा मीटर गेज/नैरो गेज मार्गों से 45 समपार (मानव युक्त/मानव रहित) को हटाया गया है। अत: पश्चिम रेलवे द्वारा वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 158 समपारों को हटा दिया गया है।
दोषपूर्ण लेआउट के सुधार द्वारा यार्डों में सुधार के परिणामस्वरूप पश्चिम रेलवे ने "शून्य परिणामी दुर्घटना / डिरेलमेंट" हासिल किया।
वर्ष 2021-22 के दौरान 137 लेआउट में सुधार किया है जो सभी क्षेत्रीय रेलों में सर्वाधिक है।
किए गए गतिशीलता सुधार कार्यों में रूट प्रूविंग रन, सेक्शनल गति में वृद्धि, टर्नआउट पर गति को 30 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाना, स्थायी गति प्रतिबंधों को हटाना शामिल है।
गांधीनगर केपिटल स्टेशन का विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास।
नव पुनर्विकसित गांधीनगर केपिटल रेलवे स्टेशन, भारतीय रेल पर अपनी तरह का पहला स्टेशन है। यह स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और यात्रियों को विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करता है। यह भारत का ऐसा पहला रेलवे स्टेशन भी है जिसमें एक 5 सितारा होटल है जो कि लाइव रेलवे ट्रैक्स के ऊपर बनाया गया है।
उज्जैन स्टेशन का सौंदर्यीकरण और विकास
इस कार्य में सर्कुलेटिंग एरिया का सौंदर्यीकरण, नया भवन, एग्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग हॉल/रूम, रिटायरिंग रूम और कॉन्फ्रेंस हॉल आदि शामिल हैं।
सीहोर स्टेशन का सॉफ्ट अपग्रेडेशन
सीहोर स्टेशन भवन का सौंदर्यीकरण में नया बुकिंग कार्यालय, प्रतीक्षालय, महिलाओं और पुरुषों के लिए प्रतीक्षालय, वीआईपी कक्ष, शौचालय ब्लॉक आदि के प्रावधान के साथ ही अग्रभाग का सौंदर्यीकरण शामिल है।
ग्रांट रोड पर फेरेरे ब्रिज का 15 कार्य महीनों की सीमित अवधि में पुन: निर्माण किया गया।
वलसाड (मुंबई मंडल) और रतलाम (रतलाम मंडल) में मंडल के कर्मचारियों को सभी विषयों का प्रशिक्षण देने के लिए मल्टी डिसिप्लीनरी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एमडीटीआई) का निर्माण किया गया।
डिजिटल पहल
o सभी क्षेत्रीय रेलों में ई-डैस पर प्रोसेस्ड और अनुमोदित ड्राइंग की उच्चतम संख्या हासिल की।
o संविदा प्रबंधन के लिए आईआरडब्ल्यूसीएमएस के कार्यान्वयन में पश्चिम रेलवे संपूर्ण भारतीय रेल पर प्रथम रही है।
पश्चिम रेलवे देश के समग्र विकास और आर्थिक समृद्धि के लिए बुनियादी ढांचे के उन्नयन और सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा अपने सम्माननीय ग्राहकों को एक सुरक्षित, सुविधाजनक और बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने का प्रयास करती रहेगी।
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