पालिताणा में पहली बार सभी जैनाचार्यों मुनि भगवंतों का स्नेह मिलन हुआ

एक तिथि पर विश्वास किया


पालिताणा :-
जैनियों के शाश्वत तीर्थ श्री शत्रुंजय गिरिराज की गोद में महापर्व पर्युषण की आराधना, शानदार पूजा अर्चना,  विभिन्न प्रकार की तपस्याएँ, पूजा-अनुष्ठान हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुए।

एक तिथि पर विश्वास किया

पालीताणा में रहने वाले विभिन्न समुदायों के कई आचार्य भगवंतों, संतों का जम्बूद्वीप उपाश्रय में प्रेमपूर्वक मिलन हुआ। श्री अशोकसागर सूरीश्वरजी म.सा. शत्रुंजय गिरिराज के प्रांगण में आयोजित इस स्नेह मिलन में पालीताणा तीर्थ की रक्षा, गौरक्षा,जीवदया, तीर्थों के वैभव से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही तीर्थयात्रीयों को जो डोलीवाले यात्रा कराते हैं उन्हें सरकार पहचान पत्र (आयडी) दें व उनका पंजीकरण किया जाना चाहिए ताकि कार्तिक सूद पूर्णिमा से शुरू हो रही तीर्थयात्रा और तीर्थयात्रियों को सुविधा मिल सके। स्नेहमिलन में जम्बूदीप उपाश्रय में वरिष्ठ आचार्य भगवंत एवं मुनि भगवंतों के सान्निध्य में मुनि भगवंतों ने गोचरी आदि से भक्ति की।

इस स्नेह मिलन में  पंजाब केसरी विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा.समुदाय के गच्छाधिपति,आचार्य श्री नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा., सागर समुदाय से शासन प्रभावक आचार्य श्री अशोक सागर सूरीशुरजी म.सा., श्री सागरचन्द्र सागर सूरीशुरजी म. सा, श्री सौम्यचंद्र सागर सूरीशुरजी म.सा.,श्री राजरत्न सूरीश्वरजी म. सा.,श्री अभयचन्द्र सूरीश्रजी म. सा.आचार्य श्री आनंदवर्धन सूरीश्वरजी,श्री आत्मदर्शन सूरीश्वरजी म.सा., श्री रेवत सूरीशूरजी म.सा.श्री राजचंद्र सूरीश्वरजी म.सा., श्री मृदुरत्न सागर सूरीश्वरजी म.सा., आचार्यश्री नयपद्म सागर सूरीश्वरजी म.सा.,श्री रश्मिरत्न सूरीश्वरजी म.सा., श्री धर्मरत्न सूरीश्वरजी म.सा., एवं पन्यासजी भगवंतो, गणिवर्य गुरु भगवंतो, प्रवर्तक मुनियों आदि ने विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की।आगम मंदिर ने उपस्थित सभी साधु,साध्वियों की उत्कृष्ट भक्त की।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम