जैन साधु साध्वियों के चातुर्मास तय

 नाडोल में हर्षप्रभा श्रीजी का चातुर्मास


मुंबई :-
जैन साधु साध्वियों के वर्ष 2022 के चातुर्मास तय होने शुरू हो गए है। इसी के तहत प्रशांत रस महोदधि परम पूज्य आचार्य श्री महेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. के शिष्यरत्न कविरत्न प्रवर्तक मुनिवर्य श्री मणिप्रभ विजयजी म. सा. अष्टापदजी तीर्थ रानी मे होगा।
                
नाडोल जैन संघ के राजेंद्र मरलेचा ने बताया कि नीति सूरीश्वरजी समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति परम पूज्य आचार्य श्री हेमप्रभसूरीश्वरजी म. सा. की आज्ञानुवर्ति गोङवाङ दीपिका-शासन ज्योति- महातपिस्वनी परम पूज्य साध्वी श्री ललितप्रभा श्रीजी म. सा. (लहेरा. म.सा.) की सुशिष्या साध्वी श्री हर्षप्रभाश्रीजी म.  सा.,श्री शुद्धात्मरसा श्रीजी,श्री चिन्मयरसा श्रीजी आदि ठाणा  ने वर्ष 2022 का चातुर्मास सुमेरपुर जैन संघ मै आयोजित कार्यक्रम में श्री नाडोल जैन संघ मे करने की स्वीकृति प्रदान की।

मरलेचा ने बताया कि इस अवसर पर  (लगभग 35 सदस्य)नाडोल जैन संघ ट्रस्ट मंडल एवम महानुभाव उपस्थित थे।महानुभावो ने तालीयो की गङगङाहट एवम जयकारा के साथ इसे स्वीकार कियाओर संघ मै हर्ष की लहर छा गयी। संघ ने  हर्षोल्लास के साथ गुरूभगवंतो के चातुर्मास के प्रवेश  व इसे ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां शुरू कर दी है।


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