देवेंद्र ब्रह्मचारी ने भारतीय संस्कृति के उच्च मानदंड वासुदेव कुटुम्बकम अवधारणा को चरितार्थ किया है :- भजनलाल शर्मा

भारत गौरव पुस्तक का विमोचन


मुंबई :-
संतों का महत्व अत्यधिक होता है। वे समाज के लिए मार्गदर्शक होते हैं और धार्मिक अनुष्ठान की प्रेरणा देते हैं। उनका जीवन और उनकी शिक्षाएं हमें सही मार्ग पर चलने की सीख देती हैं।संतों का महत्व यह भी है कि वे समाज में अन्याय और असहिष्णुता के खिलाफ आवाज उठाते हैं और लोगों को सामाजिक और आध्यात्मिक सुधार के लिए प्रेरित करते हैं। उनके उदाहरण और संदेश से समाज में सौहार्द और सामर्थ्य का संदेश मिलता है।

उपरोक्त विचार बीकेसी में आयोजित भारत गौरव श्रद्धेय देवेंद्र ब्रह्मचारी के जीवन पर आधारित  ‘भारत गौरव’ पुस्तिका का विमोचन करने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि देवेंद्र ब्रह्मचारी ने भारतीय संस्कृति के उच्च मानदंड वासुदेव कुटुम्बकम अवधारणा को चरितार्थ किया है और इसके अनवरत आगे बढ़ने की शुभकामनाएं प्रदान की।

मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते देवेंद्र ब्रह्मचारी ने कहा कि संतों का कार्य विभिन्न होता है, परंतु मुख्यत धार्मिक शिक्षा और अनुयायियों को सही मार्गदर्शन करना हैं। उनका कार्य समाज में शांति, संवाद, और सामर्थ्य का संदेश प्रस्तुत करना होता है।अक्सर अल्पमतों, गरीबों, और वंचितों के लिए सेवा करना और सामाजिक सुधार की दिशा में काम करना हैं।

इस अवसर पर पी.पी. जोशी, विधायक राज के पुरोहित, सुनील संघी, के. सी. जैन (सीए),महेंद्र तुरखिया,उद्धोगपति पृथ्वीराज कोठारी,जीतो के अध्यक्ष सुखराज नाहर, सेलो ग्रुप के प्रदीप राठौर, प्रकाश कोठारी,शिखरचंद पहाड़िया,तरुण जैन काला, चम्पालाल वर्धन, घनश्याम मोदी. उत्तम शाह, अशोक दोशी, विकास सेठी, अंजना कोठारी,संगीता कासलीवाल,कृपा शाह,किशोर खाबिया,अशोक शास्त्री, वैभव जैन,उरुवा जोशी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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