यह राम मंदिर नहीं राष्ट्र मंदिर हैं :- कुलचंद्र सूरीश्वरजी (के सी)

जैन भी घर घर दीये जलाये

दीपक जैन


मुंबई :-
यह राम मंदिर नहीं  राष्ट्र मंदिर हैं .इस मंदिर से करोड़ो लोगों की आस्था व प्रेम जुड़ा हुआ है जिसके प्रतिष्ठा की राह हम पिछले 550 सालों से देख रहे थे।उपरोक्त विचार श्री तपागच्छाधिपति आचार्य श्री प्रेम सूरीश्वरजी म.सा.के आजीवन चरणोंपासक, वर्तमान गच्छाधिपति,आचार्य श्री कुलचंद्र सूरीश्वरजी (के सी ) म.सा. ने व्यक्त किए।

गच्छाधिपति 22 जनवरी,2024 को होने जा रही राम मंदिर की प्रतिष्ठा व मंदिर निर्माण पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।उन्होंने कहा कि देश के हर कोने में राम मंदिर है, लेकिन यह राम मंदिर के साथ साथ राष्ट्र मंदिर भी हैं।यह हमारे लिए महदीपावली हैं।उन्होंने बताया कि 40 साल पहले जब तपागच्छाधिपति के पास राम शिला पूजन के बाद राम शीला लेकर तपागच्छाधिपति जी के पास आये तो उन्होंने शीला पर वासकेप किया व समस्त जैन समाज को राम मंदिर बनाने के लिए संकल्प करवाया।

कुलचंद्र सूरीश्वरजी (के सी ) म.सा. ने समस्त लोगो से आव्हान किया कि 22 जनवरी को घर घर दिए जलाये क्योंकि यह हमारे लिए महा दिवाली होगी।उन्होंने हर साधु संत और कार सेवको का अभिनंदन किया जिसने इस मंदिर के निर्माण को साकार किया।इस अवसर पर पन्यास प्रवर कुलदरनविजयजी म.सा.भी उपस्थित थे.उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी टीम को भी इस संकल्प को पूरा करने हेतु बधाई दी.

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