महासती निखिल शीलाजी की निश्रा में धर्ममय हुआ थांदला

चातुर्मास में तपस्याओं का दौर जारी 

जीवनलाल जैन


थांदला (मध्यप्रदेश) :-
मोक्ष पुरुषार्थ चातुर्मास में जिनशासन गौरव जैनाचार्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. "अणु" के दिव्याशीष एवं कृपा से प्रवर्तक देव आगम विशारद बुद्धपुत्र श्री जिनेन्द्र मुनिजी म. सा. की आज्ञानुवर्ती परम विदुषी महासती निखिल शीलाजी, दिव्य शीलाजी, प्रियशीलाजी एवं दीप्तिजी का भव्य चातुर्मास चल रहा है। आपके सानिध्य में चतुर्विद संघ सामायिक व मोक्ष पुरुषार्थ पर जिनवाणी का रसपान करते हुए रत्नत्रय की आराधना कर रहे हैं।

चातुर्मास के तहत कार्यक्रमों में सभी उम्र की श्राविकाओं का प्रति शुक्रवार व बच्चों का प्रति रविवार धार्मिक शिक्षण शिविर का आयोजन भी हो रहा है।आपके सानिध्य में अभी तक पुष्पा पगारिया (36), सुरभि श्रीमार (33) व सपना व्होरा (31) इन तीनों के मासक्षमण पूर्ण हो चुके है वही दीपा शाह का सिद्धितप भी पूर्ण हो गया है। इसी के साथ जितिशा शाह  23 उपवास,दो के 10, 6 अट्ठाई, 13 तेले, धर्मचक्र, नवकार तप आदि अनेक तपस्याएं पूर्ण हो चुकी है।

 अन्य तपस्वियों में संघपति महेश व्होरा (7), कु. सलोनी शाह (6), कु. तनीषा छाजेड़ (सिद्धि तप में 5/5), अनुपमा व मंगलेश श्रीश्रीमार सजोड़े (धर्मचक्र) की आराधना कर रहे है। वही संघ में तेले व आयम्बिल तप की लड़ी भी चल रही है। इसी कड़ी में संघ के पूर्व सलाहकार स्व. पूनमचंद गादिया की पौती उर्वि राजेश गादिया ने भी अपने अट्ठाई तप की दीर्घ तपस्या पूर्ण कर ली है।


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