अहिंसा से ही दुनिया मे विश्व शांति संभव :- आक्षयचंद्र सागर
सेंट विंसेंट स्कूल व युथ फोरम का कार्यक्रम
भायंदर :- विश्व शांति और अहिंसा दो महत्वपूर्ण मूल्य हैं जो हमारे समाज और विश्व के उन्नति और सुख-शांति की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये मूल्य न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि विश्व के सम्पूर्ण मानवता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।दुनिया मे अहिंसा से ही संभव है।
उपरोक्त विचार राजगृही तीर्थ प्रेरक,प्रखर प्रवचनकार परम पूज्य आचार्य श्री आक्षयचंद्र सागर सूरीश्वरजी म.सा.ने विश्व शांति दिवस पर सेंट विंसेंट हाईस्कूल व स्काउट गाइड द्वारा आयोजित विश्व शांति रैली के विद्द्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।बावन जिनालय प्रांगण में उन्होंने कहा कि अहिंसा का मतलब होता है 'हिंसा से परहेज़ करना'। यह एक तरीका है जिसमें हम दूसरों के प्रति शांतिपूर्ण और दयालु रूप से व्यवहार करते हैं, और किसी को भी नुकसान पहुंचाने की जगह समस्याओं के समाधान की ओर प्रयासरत रहते हैं।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा की।
मुनिराज शौर्यचंद्र विजयजी म.सा. ने कहा कि अहिंसा को एक शक्तिशाली साधना के रूप में भी देखा जा सकता है, जो समाज में परिवर्तन व शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।हाल ही में
विश्व शांति के लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों और समुदायों के बीच शांति और सहमति की स्थिति बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गए प्रयास सरहानीय हैं।
इस अवसर पर बावन जिनालय संघ के अध्यक्ष मांगीलालजी शाह,सेक्रेटरी सेक्रेटरी योगेश शाह,कार्यकारिणी के दिनेश तातेड़,कांतिलाल शाह,स्कूल की प्रिंसिपल ममता मोराइस,युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक जैन व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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