स्वाभाव बदलो सब बदल जायेगा राष्ट्र संत पुलक सागरजी
पुलक सागरजी का भायंदर में भव्य स्वागत
दीपक आर जैन
भायंदर- राष्ट्रसंत पुलक सागर महाराज का भायंदर (वेस्ट) में मंगल प्रवेश पर भव्य स्वागत हुआ.मुंबई में चातुर्मास के लिए आये राष्ट्र संत का प्रवेश फ्लाईओवर ब्रिज के समीप आईडीबीआई के यहां से हुआ जिसमे श्रदालु अपने प्रिय गुरुवर के दर्शन को उमड़ पड़े. ।दर्शन के बाद अपने प्रवचनों के लिए विख्यात राष्ट्र संत पुलक सागरजी म.सा. ने देव वाटिका हॉल में विशाल धर्म सभा को संबोधित करने किया.मीरा भायंदर दिगंबर जैन युवा मंच के अध्यक्ष निरंजन बोहरा ने स्वागत अगवानी अपने समूह के साथ पूज्य श्री को अर्घ्य समर्पित करके की।
विशाल धर्मसभा को अपने प्रवचन में गुरुदेव ने कहा की जो भाव बदलता है उसके भव बदल जाते है.उन्होंने कहा की मैं भारत में पैदा हुआ आप भी भारत में,मैं पंचम काल में आप भी पंचम काल में,मैं कलयुग में आप भी कलयुग में,मैं मनुष्य कौम में आप भी मनुष्य कौम में.जब मेरे और आपके द्रव्य,काल,क्षेत्र,रक्त और भव सब एक समान तो फिर वो कौनसी चीज है जो मुझे ऊपर बिठा रही है और आपको निचे!वो सिर्फ भाव है,जिसमें थोड़ा सा अंतर होने से आप निचे और मैं ऊपर बैठा हू।अगर आप थोड़ा सा भाव बदल दो तो आप मेरी जगह और मैं भी थोड़ा सा भाव बदल दू तो और ऊपर बैठ सकता हू.जैन संत ने कहा कि भाव बदलिए क्यूंकि भाव से ही पूरी दुनिया चला करती है भाव से ही नेचर,आदतें,आचरण,भाषा,मुक्ति और व्यवहार बनते- बिगड़ते है.इसलिए भाव बदलिए-नेचर बदलिए-अपने को और अपनी जिंदगी को बदलिए।यही संदेश दे रहा हू.मैं जयपुर से आ रहा था तब रास्ते में एक आदमी मुझे देखकर हसंते हुए मजाक करने लगा कि नंगा जा रहा है.मेरे साथ चल रहे एक आदमी को गुस्सा आ गया वो मुझसे कहने लगा गुरुजी यह आपका मजाक उड़ा रहा है,अपमान कर रहा है मैं इसे उठाके पटक दूंगा.तब मैंने उससे कहा यह आदमी सही ही तो कह रहा है जैसा मैं चल रहा हू वैसा ही तो कह रहा है.मैंने उस श्रदालु से कहा इस आदमी को मत पलटों इसके व्यवहार को पलटों इसके स्वाभाव को बदल।इसको पलटने से तो सिर्फ पुलक सागर बचेगा और इसके जैसे विचार को पलटने से रास्ते में विहार करते कई पुलक सागर जैसे संतो को पलटे हुए विचार हाथ जोड़कर सम्मान करते दिखेंगे.
पुलक सागर ने कहा कि विशेष प्रवचन तो वही होंगे जहां के लिए मैं आया हू,यानि सीपी टैंक चातुर्मास मे.
पुलकसागरजी का चातुर्मास सीपी टैंक में गुरुवार 10 जुलाई को तथा 17 जुलाई को मंगल कलश स्थापना होगी.
इस अवसर पर श्री पुष्पगिरी तीर्थ क्षेत्र के अशोक दोसी,भोपाल से पधारे सुधीर मामा,(मुनि संघ के संघपति),भुलेश्वर चातुर्मास कमिटी की महामन्त्री सीमा गंगवाल,खानवेल रिसोर्ट सिलवासा से निर्मल गोधा एवम् भुलेश्वर चातुर्मास कमेटी के सभी पदाधिकारीगण सहित आदिनाथ मंदिर के जयेश भाई,किरीट भाई,कल्पेश भाई सुपार्श्वनाथ मन्दिर से प्रफुल्ल भाई,जयेश भाई ,पूनम भाई,जयंती भाई, वूड प्लाजा के रमेश भाई,पदमचंद गदिया,विपिन मेहता,विनय पाटनी,राजेश जैन,भागचंद जैन(काला)और स्थानीय जैन समाज के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
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