उदयपुर दादावाडी में चातुर्मास प्रवेश संपन्न

मुक्तिप्रभसागरजी का चातुर्मास उदयपुर में 

दीपक आर. जैन / भायंदर 
  श्री जैन श्वे. वासुपूज्य स्वामी  मन्दिर एवं श्री जिनदत्तसूरिजी दादावाडी ट्रस्ट, उदयपुर के तत्वावधान में प.पू. आचार्य भगवंत श्री जिनकांतिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य-प्रशिष्य एवं खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीजी म.सा. के निश्रावर्ती मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म.सा. एवं प्रवचनकार मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म.सा. का चातुर्मास जिनदत्तसूरि दादावाडी में है, जिसका चातुर्मास प्रवेश ज्योति होटल से सूरजपोल दादावाडी पर सम्पन्न होकर आराधना भवन में धर्मसभा में परिवर्तित हुआ. 
       पूज्य मुनि श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. के मंगलाचरण से धर्मसभा प्रारम्भ हुई, पूज्य मुनि श्री मनीषप्रभसागर जी म.सा. ने चातुर्मास की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये चातुर्मास को तपस्या व आराधना से परिपूर्ण बनाने का संदेश दिया। ट्रस्ट के सचिव राजभाई लोढ़ा ने अपने वक्तव्य में खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के शुभकामना संदेश का वांचन करते हुये मुनिश्री का चातुर्मास हेतु हुये उग्र विहार ही सुखपृच्छा की। मुख्य चातुर्मास संयोजक किरणमलजी सावनसुखा ने स्वागत भाषण दिया। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचन्दजी कटारिया ने अपने उद्बोधन में जैन एकता पर बल देने का अनुरोध किया। 
              इस पावन अवसर पर मुनि श्री मनीषप्रभसागरजी म. के संयम जीवन के 29वें वर्ष प्रवेश के उपलक्ष में गुरुभक्तों द्वारा प्रकाशित लेखन पुस्तिका का विमोचन कटारिया ने किया। 
              समारोह में नगर निगम के महापौर चंदनसिंह कोठारी, अमृतलालजी कटारिया, जीवराजजी श्रीश्रीमाल मुम्बई, लुणकरणजी सेठिया चोहटन, श्रीसंघ अध्यक्ष डाँ. शैलेन्द्रजी हिरण, महासभा अध्यक्ष तेजसिंहजी बोल्या, महासभा-श्रीसंघ के मंत्री कुलदीपजी नाहर एवं थोब की बाड़ी अध्यक्ष मनोहरसिंहजी नलवाया का दादावाडी ट्रस्ट की ओर से बहुमान किया गया। चार्तुमास संयोजक गजेन्द्रजी भंसाली ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सभा का संचालन समाजसेवी प्रकाशजी नागोरी ने किया।

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