प्राणों से प्यारे गुरुवर हमारे- आशीर्वाद आपका बरसता रहे हमेशा
दीपक आर जैन
जीवन के लिए यह अत्यंत ही सौभाग्यशाली पल है की इस जीवन की नैया को पार लगाने के लिए जिनशासन के अंनगार ऐसे गुरुदेवो की कृपा जीवनभर बरसती रहे यही आज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रभु व गुरुदेव के चरणों में निवेदन हैं.
जब ऐसा प्रतीत हुआ की जीवन के अंतिम क्षणों की और है तब पंजाब केसरी परम पूज्य आचार्य श्री विजय वल्लभसूरी स्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यानंदसूरीस्वरजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती गणि श्री राजेंद्रविजयजी म.सा. का हाथ सिर पर पड़ा और जीवन की मानो नयी शुरुवात हुई. यह बात बिलकुल सच हैं की जिस के सिर पर गुरु का हाथ उसे अपनी तकदीर को बदलने के लिये हाथों में लकीरों की जरुरत नहीं होती.
इस अवसर पर में कुशल आयोजक परम पूज्य आचार्य श्री विजय कुलचन्द्रसूरी स्वरजी (के.सी.) म.सा.,त्रिस्तुतिक संघ के प्रवचनकार मुनिराज श्री वैभवरत्नविजयजी म.सा. को भी नहीं भूल सकता जिनके आशीर्वाद की बदौलत नया जीवन मिला. है गुरुदेव जीवनभर ऐसी महत्ती कृपा मुझपर बरसाते रहना.इस जीवन को अगर सफल और आनन्दमयी बनाना है तो गुरु का होना जरूरी नहीं नित्यांत आवशयक हैं.
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