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सितंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मीरारोड में साध्वी मुक्तिपूर्णाश्रीजी म.सा. का कालधर्म (निधन)

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 आज शाम 5 बजेअंतिम संस्कार मीरारोड :- पन्यास प्रवर श्री धर्म विजयजी महाराजा समुदाय के तपागच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री विजय राम सूरीश्वरजी महाराजा के शिष्यरत्न परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय अभयदेव सूरीश्वरजी महाराजा की आज्ञानुवर्तीनी साध्वीश्री चारित्रपूर्णा श्रीजी म.सा.(66) की शिष्या साध्वी श्री मुक्तिपूर्णा श्रीजी म.सा.का आज मीरारोड में निधन ही गया।वे पिछले कुछ समय से बीमार थी और उन्हें बोरीवली अस्पताल में भरती किया गया था। साध्वीजी का अंतिम संस्कार आज शाम 5 बजे मीरारोड में होगा।मीरारोड में चातुर्मास हेतु बिराजमान साध्वीजी का दीक्षा पर्याय 44 का था।देव गुरु धर्म का स्मरण करते करते वेदना में भी उन्होंने समता धारी उत्तम संयम तप का पालन कर नमस्कार महामंत्र का स्मरण करते करते कालधर्म हुआ।गच्छाधिपति आचार्य अभयदेव सूरीश्वरजी म.सा. व आचार्य मोक्षरत्न सूरीश्वरजी म.सा.ने दुख व्यक्त किया है।संसारी पक्ष में आप सुणतर समाज के बापला गांव के थे। स्थल :- श्री शांतिनगर उपाश्रय, सेक्टर 3, मीरारोड ईस्ट जय जय नंदा जय जय भद्दा

युग प्रवर्तक श्रमण शिरोमणिपरम पूज्य दादा गुरुदेव भण्डारी श्री पदमचन्द्र जी म. सा.

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विनम्रता व सरलता की प्रतिमूर्ति थे दक्षिण सूर्य डाॅ. वरुण मुनि जी म. सा. ' अमर शिष्य स भी जीवों के सच्चे हितैषी,विनम्रता और सरलता की प्रतिमूर्ति, विवेकी एवं सच्चे सिद्धांतों के हिमायती गुरुदेव, भंडारी, उत्तर भारतीय प्रवर्तक श्री पद्मचंद्र जी महाराज का चरित्र चित्रण एक संक्षिप्त आलेख की सीमित पंक्तियों में कर पाना संभव नहीं। हरियाणा के एक छोटे से गाँव हलालपुर जिला सोनीपत में गुरुदेव का जन्म हुआ। विक्रम संवत् 1974 की विजया दशमी की शुभ वेला में सुश्रावक लाला  गणेशीलालजी एवं धर्मशीला सुश्राविका सुखदेवी के गृह आँगन में एक पुत्र रत्न की आल्हादक किलकारी गूँज उठी, दशहरे को जन्मा बालक तो माता पिता ने देशराज नामकरण किया।बालक देशराज का पालन पोषण समुचित वातावरण और सम्यक संस्कारों के सिंचन के साथ होने लगा।   बालक देशराज ने अभी बाल्यावस्था की दहलीज सही ढंग से पार भी न की थी कि माता पिता की स्नेहिल छत्रछाया हट गयी, दोनों काल कवलित हो गए।  प्रज्ञा पुरुषोत्तम, युग प्रधान आचार्य सम्राट, ज्ञान योगी, ज्ञानावतार, साहिष्णुता की दिव्य मूर्ति श्री आत्माराम जी महाराज का दिव्य व अलौकिक पावन सांनिध्य मिला और

अहिंसा से ही दुनिया मे विश्व शांति संभव :- आक्षयचंद्र सागर

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सेंट विंसेंट स्कूल व युथ फोरम का कार्यक्रम भायंदर :- विश्व शांति और अहिंसा दो महत्वपूर्ण मूल्य हैं जो हमारे समाज और विश्व के उन्नति और सुख-शांति की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये मूल्य न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि विश्व के सम्पूर्ण मानवता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।दुनिया मे अहिंसा से ही संभव है। उपरोक्त विचार राजगृही तीर्थ प्रेरक,प्रखर प्रवचनकार परम पूज्य आचार्य श्री आक्षयचंद्र सागर सूरीश्वरजी म.सा.ने विश्व शांति दिवस पर सेंट विंसेंट हाईस्कूल व स्काउट गाइड द्वारा आयोजित विश्व शांति रैली के विद्द्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।बावन जिनालय प्रांगण में उन्होंने कहा कि अहिंसा का मतलब होता है 'हिंसा से परहेज़ करना'। यह एक तरीका है जिसमें हम दूसरों के प्रति शांतिपूर्ण और दयालु रूप से व्यवहार करते हैं, और किसी को भी नुकसान पहुंचाने की जगह समस्याओं के समाधान की ओर प्रयासरत रहते हैं।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा की। मुनिराज शौर्यचंद्र विजयजी म.सा. ने कहा कि अहिंसा को एक शक्तिशाली साधना के रूप में भी

नेनावा नगर में गच्छाधिपति श्री के केशलोच को देखकर अभिभूत हुआ जैनेतर समाज

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अनेक लोगों ने व्यसन त्यागे नैनावा :- गुजरात राज्य के बनासकांठा जिले में स्थित  नेनावा नगर में सौधर्म बृहत्तपागच्छीय त्रिस्तुतिक गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी महाराज आदि श्रमण श्रमणी भगवन्तों का चातुर्मास चल रहा हे  चातुर्मास में  ज्ञान दर्शन चारित्र ओर तप धर्म की अनेक आराधना हो रही हे। पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व की आराधना के दुसरे दिन दोपहर में गच्छाधिपति श्री का केशलोच हुआ जिसमे नेनावा जैन संघ के सदस्यों के साथ नगर के महंत श्री शीवपुरीजी महाराज सहित जैनेतर समाज से अनेक समाज के अग्रणी उपस्थित हुए। नेनावा नगर में जैनेतर समाज के सदस्यों के लिए  केशलोच के बारे में जानकारी सभी को थी लेकिन देखने का जीवन में पहली बार यह प्रसंग था, सभी ने जैन धर्म की केशलोच की कठिन तपस्या देखकर अभिभूत हुए एवं अनुमोदना की,इस प्रसंग पर अनेक लोगों ने जीवन में व्यसन का त्याग किया।

सुमन दीप विद्यापीठ में पर्युषण का थाट

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सुमन दीप विद्यापीठ में पर्युषण का थाट यशोभद्र सुरीश्वरजी की निश्रा में कार्यक्रम बड़ोदा :- सुमन दीप विद्यापीठ पिपरिया बड़ौदा में विश्व विख्यात दार्शनिक , ज्योतिष सम्राट आचार्य श्री यशोभद्र सुरीश्वर जी म.सा. तथा साध्वी श्री पूर्णकला श्रीजी की निश्रा में पर्युषण पर्व की आराधना तीसरे दिन मेडिकल कॉलेज में 1800 छात्रों में 600 जैन छात्रों ने सभी कार्यक्रम में भाग लिया ।  भव्य जिन मंदिर में 15 डॉक्टरों ने स्नात्र पूजा में भाग लिया । 50 छात्रों तथा भक्तों ने पूजा की । प्रवचन में 40 छात्रों की उपस्थिति थी । प्रतिक्रमण में 100 विद्यार्थी थे । रात्रि प्रभु भक्ति में 150 छात्र तथा भक्त थे । ये सभी विभिन्न फैकल्टी में डॉक्टरी कर रहे हैं ।  कई डॉक्टरों की अट्ठाई है ।डॉक्टर ऐश लुंकड़ के 16 तथा डॉक्टर कल्प मेहता के 11 उपवास हैं । अनेक अट्ठम ,उपवास हैं ।अपने प्रवचन में आचार्य श्री ने क्षमा का महत्त्व समझाया । विद्यापीठ के प्रमुख मनसुख भाई ने चातुर्मास करवाया है । किसी मेडिकल कॉलेज में 600 जैन विद्यार्थी , भव्य मंदिर , उपाश्रय, आराधना उपासना की बिल्डिंग, जैन साधुओं का फ्री ट्रीटमेंट , उनकी गौ चरी  की व्

साध्वी वारीसेणा श्रीजी का निधन

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  वल्लभ समुदाय के लिए दुखद समाचार होशियारपुर :- गुरु आत्म वल्लभ समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति श्रुत भास्कर, जैनाचार्य श्री विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी प्रवर्तिनी साध्वी अभय श्रीजी महाराज की सुशिष्या साध्वी श्री वारीसेणा जी महाराज का  होशियापुर में समाधिपूर्वक कालधर्म हुआ है।  पिछले कुछ दिनों से ऑक्सीजन की कमी के कारण उन्हें  हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती किया गया था।होशियारपुर श्री संघ व चिकित्सकों ने दिन रात एक कर उनकी सेवा सुश्रुषा की लेकिन उन्हें बचाया नही जा सका। श्री आत्मानंद जैन महासभा (रजिस्टर्ड) उत्तरी भारत ने साध्वीजी के निधन पर दुख व्यक्त किया है।

अष्टापद तीर्थ गुजरात के सिद्धाचल तीर्थ से 5 लाख 50 हजार Km. दुरी पर है :- मुनि रजतचंद्र विजयजी

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श्री गौतम गणधर चले अष्टापद तीर्थ भावयात्रा तलेगांव (पुना) :- परोपकार सम्राट, मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक, आचार्यप्रवर  श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के आज्ञानुवर्ती शिष्य वरिष्ठ मुनिप्रवर श्री पीयूषचंद्र विजयजी म.सा.मुनिप्रवर श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा. मुनिश्री प्रीतियश विजयजी म.सा. आदि ठाणा का परमपथ चातुर्मास ज्ञान ध्यान तप आराधना के साथ यशस्वी शासन प्रभावना से हो रहा है। निरंतर दसवां रविवारीय अनुष्ठान गौतम गणधर चले अष्टापदतीर्थ अष्टापद तीर्थ की भावयात्रा एवं वंदनावली कार्यक्रम संगीत भक्ति के साथ संपन्न हुआ। सर्वप्रथम तपस्वी को सकलसंघ ने गुरुवंदन किया। संतश्री ने मंगलाचरण सुनाया। युवासंत श्री रजतचंद्र विजयजी ने स्वरचित श्री गौतम इक्कीसा का सामूहिक मंगल पाठ कराया । कार्यक्रम के प्रारंभ में मुनिश्री ने बताया की अष्टापद तीर्थ गुजरात के सिद्धाचल तीर्थ से 5 लाख 50 हजार Km. दुरी पर है। मनुष्य बूढ़ा होने पर भी वासना मार्ग की चाहना करता रहता है। अष्टापद भावयात्रा एवं गौतम वंदनावली आयोजन द्वारा व्यक्ति वासना से उपासना मार्ग से जुड़े। मुनिश्री ने आगे बताया कि रेल का, प्लेन का, बस का, टिकट हमार

मधुमेह सहित अन्य मरीजों के लिए निशुल्क रक्त जांच शिविर संपन्न

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युथ फोरम के कार्यक्रम भायंदर :- परम पूज्य पंजाब केसरी आचार्य श्री विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा.के आशीर्वाद से अ. सौ. शकुंतला रमेश बंबोरी की तृतीय पुण्यतिथि पर सामाजिक संस्था यूथ सोश्यल वेलफेयर असोसिएशन (यूथ फोरम) की और से निशुल्क रक्त जांच शिविर का आयोजन किया गया। फोरम के अध्यक्ष दीपक जैन व कोषाध्यक्ष सूरज नांदोला ने बताया कि रविवार को इंफीगो ऑय केअर हॉस्पिटल,  भायंदर (वेस्ट) में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक हृदय रोगी,फैटी लीवर के मरीज,डायबिटीज (मधुमेह), किडनी के मरीज के 33 रक्त जांच किये गए।इस अवसर पर नेत्र जांच भी की गई।इसके प्रायोजक अनुवाबायो बैंक रिसर्च कंपनी थी।कुल 54 मरीज लाभान्वित हुए। शिविर के संयोजक इमरान गुजराती थे।।शिविर दी ब्रदरहुड मेडिकल एड एंड वेलफेयर फाउंडेशन, इंफीगो ऑय केअर के सहयोग से हुआ।अमोल राऊत, किरन रमाजे,संतोष गायकवाड़, मोहन दिगोले,डॉ देवांग शाह ने सेवायें दी। इस अवसर पर बीएनआय लव के अध्यक्षआशुतोष ठाकुर,डॉ सय्यद हिदायत,मीरारोड प्रोपर्टी डेवेल्पर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मुनाफ पटेल,हेमंत सोनी,प्रशांत जाधव,अवन

दुनिया में दो ही तत्त्व जीव और अजीव :- युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण

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आपकी करुणादृष्टि ने किया है प्रभावित : अभिनेता उत्कर्ष शर्मा घोड़बंदर रोड, ठाणे (महाराष्ट्र) :- भारतीय फिल्मी दुनिया से जुड़े लोगों का गढ़ भी है भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई। शनिवार को जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशमाधिशास्ता, भगवान महावीर के प्रतिनिधि, शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी की मंगल सन्निधि में मशहूर युवा अभिनेता उत्कर्ष शर्मा भी पहुंचे। उन्होंने आचार्यश्री के दर्शन कर पावन आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ ही आचार्यश्री की अमृतवाणी का भी श्रवण किया। शांतिदूत आचार्यश्री ने उन्हें अपने जीवन में उत्कर्ष करते रहने का पावन आशीर्वाद प्रदान कर सेवा का अवसर भी प्रदान किया। महासंत की सन्निधि में पहुंचकर युवा अभिनेता उत्कर्ष भी मानों अपने जीवन को धन्य महसूस कर रहे थे।  तीर्थंकर समवसरण में समुपस्थित जनता को युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी ने भगवती सूत्र के आधार पर पावन प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि हमारी दुनिया में जीव भी हैं तो अजीव भी हैं। दुनिया में जो कुछ भी है जीव है या अजीव, मूर्त या अमूर्त। भगवती सूत्र में परमाणु पुद्गलों के संदर्भ में प्रश्न किया गया कि परमाणु पुद्गल शाश्वत ह

संस्कारयुक्त हो जीवन तो सुगति की प्राप्ति संभव :- युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण

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महातपस्वी महाश्रमण की मंगल सन्निधि में पहुंचे असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया घोड़बंदर रोड (महाराष्ट्र) :- भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई में आध्यात्मिकता रूपी धन से भी सुसम्पन्न बनाने के लिए मुम्बई के नंदनवन में चातुर्मास प्रवास कर रहे जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान अनुशास्ता, महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमणजी की मंगल सन्निधि में असम के राज्यपाल  गुलाबचंद कटारिया सपरिवार उपस्थित हुए। उन्होंने आचार्यश्री के वंदन कर मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया। आचार्यश्री की मंगलवाणी का श्रवण करने के उपरान्त नन्दनवन परिसर का अवलोकन किया। रविवार का दिन होने व मुम्बई के ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों की विशेष उपस्थिति से नन्दनवन जनाकीर्ण-सा बना हुआ था। इस परिसर में बना विशाल तीर्थंकर समवसरण भी श्रद्धालुओं की उपस्थिति के सामने छोटा नजर आ रहा था। मुख्य प्रवचन कार्यक्रम के लिए युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी मंचासीन हुए तो पूरा प्रवचन पण्डाल जयघोष से गुंजायमान हो उठा। आचार्यश्री के मंचासीन होने के कुछ समय उपरान्त ही असम के राज्यपाल कटारिया भी आचार्यश्री की मंगल सन्निधि में पहुंच गए। उन्होंने आचार्यश्री

जीवन में तपस्वी की अनुमोदना करने मिले वह सबसे बड़ा सौभाग्य कहलाता हैं :- श्री नम्रमुनि

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गिरनार भूमि पर रचा समग्र जैन समाज का वन्दनीय इतिहास विशुद्धिजी महासतीजी का मुक्तावली महातप - 285 उपवास का पारणा महोत्सव संपन्न दुनिया की 600 करोड़ आबादी में 'मुक्तावली तप' करनेवाले एक ऐसे विरांगना जैन साध्वी रत्ना को क्षत्रिय, पटेल, ब्राह्मण, लोहाणा, अहिर, सोनी, भानुशाली, वणिक, आदि समाज के भाविकों ने कराया पारणा जैन समाज के 500 वर्ष के इतिहास में पहली बार मुक्तावली तप करके 22 वर्ष के महातपस्वी साध्वी रत्ना ने समग्र जैन समाज में एक गौरवान्वित विक्रम स्थापित किया। मुक्तावली तप - 285 उपवास करनेवाले महातपस्वी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड।,  समग्र गोंडल संप्रदाय की ओर से महासतीजी को ' 'महातपस्वी' का बिरूद अर्पण वो नयन धन्य बने जिन्होंने तपस्वी के दर्शन किए वो मस्तक धन्य बने जो तपस्वी के सामने नत मस्तक हुए। हर दो पांच दुकान में से आहार की दुकान होने वाले इस जगत में तपस्वी के तपश्चर्या का मॉल,तप का तेज प्रसरा रहा है। तपस्वी का जयकार जो करते हैं वो स्वयं के अवगुणों पर जय पाते। तप मे आनंद और पारने मे प्राब्लम का अनुभव करते हैं वो तपस्वी होते हैं। तपस्वी की तपश्चर्या ऐसी होती है ज

महासती निखिल शीलाजी की निश्रा में धर्ममय हुआ थांदला

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चातुर्मास में तपस्याओं का दौर जारी  जीवनलाल जैन थांदला (मध्यप्रदेश) :- मोक्ष पुरुषार्थ चातुर्मास में जिनशासन गौरव जैनाचार्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. "अणु" के दिव्याशीष एवं कृपा से प्रवर्तक देव आगम विशारद बुद्धपुत्र श्री जिनेन्द्र मुनिजी म. सा. की आज्ञानुवर्ती परम विदुषी महासती निखिल शीलाजी, दिव्य शीलाजी, प्रियशीलाजी एवं दीप्तिजी का भव्य चातुर्मास चल रहा है। आपके सानिध्य में चतुर्विद संघ सामायिक व मोक्ष पुरुषार्थ पर जिनवाणी का रसपान करते हुए रत्नत्रय की आराधना कर रहे हैं। चातुर्मास के तहत कार्यक्रमों में सभी उम्र की श्राविकाओं का प्रति शुक्रवार व बच्चों का प्रति रविवार धार्मिक शिक्षण शिविर का आयोजन भी हो रहा है।आपके सानिध्य में अभी तक पुष्पा पगारिया (36), सुरभि श्रीमार (33) व सपना व्होरा (31) इन तीनों के मासक्षमण पूर्ण हो चुके है वही दीपा शाह का सिद्धितप भी पूर्ण हो गया है। इसी के साथ जितिशा शाह  23 उपवास,दो के 10, 6 अट्ठाई, 13 तेले, धर्मचक्र, नवकार तप आदि अनेक तपस्याएं पूर्ण हो चुकी है।  अन्य तपस्वियों में संघपति महेश व्होरा (7), कु. सलोनी शाह (6), कु. तनीषा छाजेड़ (सिद्धि तप मे

मानवता की सेवा ही सच्ची सेवा हैं

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कल्याण जैन मित्र महासंघ का कार्यक्रम पेण :-  परम पूज्य आचार्य श्री विमलसागरजी म.सा. की विशेष कृपा प्राप्त कल्याण मित्र जैन महा संघ ने गुरुमैया साध्वीजी श्री विकसितमाला श्रीजी की प्रेरणा से अभी हाल ही में साधर्मिक भक्ति हेतु एक नई पहल के तहत नवीन प्रकल्प की शुरुआत की जिसे बहुत ही शानदार प्रतिसाद मिला।जिसके तहत कपड़े  स्टेशनरी, खाने पीने का सामना चॉकलेट बिस्किट इत्यादि भरपूर मात्रा में एकत्रित हुए । उसी एकत्रित समान को लेकर कल्याणमित्र महासंघ के तमाम कार्यकर्ता रायगढ़ जिले के कई गाँवो में उसका सुनियोजित तरीके से वितरण करने पहुँचे रामवाड़ी जिला पोइनाड के बाँधन गाँव के अनाथ आश्रम रायगढ़ जिले के पेन के पहाड़ पर आदिवासी बहुल क्षेत्र कसमाड, धनगर वाडी, ईरानी वाड़ी इसके उपरांत 10-15 और गाँवो में  वितरण किया गया। रायगढ़ जिले के ही रामवाड़ी पेन में आईडी केयर दिव्यांग एक ऐसा स्कूल है जहां दिव्यांग होते हुए भी बच्चे अपनी मेहनत और लगन से आत्मनिर्भर बनना सिख रहे है साथ ही स्वावलंबन कि अनोखी मिसाल बनकर उभर रहे है जो स्वयं पर निर्भर रहकर आत्मसम्मान से जीवन जीना चाहते है। उनकी इस स्वावलंबी बनने  की राह में