राजेन्द्र सूरीश्वर जी महाराजा एवं पाट परंपरा का द्रितीय भाग
युवा उद्योगपति ने लिया मुनिराज से आशीर्वाद
पाटण- गुजरात के पाटण नगर में त्रिस्तुतीक जैन उपाश्रय में बिराजमान मुनिराज श्री चारित्र रत्न विजय जी महाराज आदि ठाणा के दर्शनार्थ युवा उद्योगपति मेंगलवा निवासी महावीर भंवरलाल बालगोता (KC Group - Mumbai) पधारें एवं उनके दर्शन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया.इस अवसर पर पर मुनिराज ने उनके द्वारा जैनाचार्य गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्र सूरीश्वर जी महाराजा एवं पाट परंपरा के आचार्य भगवंतो की आराध्य तिथि का संक्षिप्त परिचय पर लिखी पुस्तक की दुसरी आवृत्ति की प्रथम उन्हें प्रदान की.इस पुस्तक का प्रथम प्रकाशन का लाभ रेवतडा निवासी मुन्नीलाल मंगलचंद हिराणी परिवार, बेंगलोर व मिलापचंद जेठमलजी चौधरी परिवार, एवं बडनगर निवासी वर्धमानकुमार सागरमलजी राठोड़ परिवार द्वारा लिया गया था.पुस्तक की दुसरी आवृत्ति के प्रकाशन का लाभ बालगोता परिवार ने लिया हैं. पर बालगोता ने कहा की यह पुस्तक आनेवाली पीढ़ियों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी जो अपने गुरु भगवन्तो से अनभिज्ञ हैं. उन्होंने कहा आनेवाली पीढ़ियों में संस्कारों का सिंचन हो यह समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं.
पाटण- गुजरात के पाटण नगर में त्रिस्तुतीक जैन उपाश्रय में बिराजमान मुनिराज श्री चारित्र रत्न विजय जी महाराज आदि ठाणा के दर्शनार्थ युवा उद्योगपति मेंगलवा निवासी महावीर भंवरलाल बालगोता (KC Group - Mumbai) पधारें एवं उनके दर्शन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया.इस अवसर पर पर मुनिराज ने उनके द्वारा जैनाचार्य गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्र सूरीश्वर जी महाराजा एवं पाट परंपरा के आचार्य भगवंतो की आराध्य तिथि का संक्षिप्त परिचय पर लिखी पुस्तक की दुसरी आवृत्ति की प्रथम उन्हें प्रदान की.इस पुस्तक का प्रथम प्रकाशन का लाभ रेवतडा निवासी मुन्नीलाल मंगलचंद हिराणी परिवार, बेंगलोर व मिलापचंद जेठमलजी चौधरी परिवार, एवं बडनगर निवासी वर्धमानकुमार सागरमलजी राठोड़ परिवार द्वारा लिया गया था.पुस्तक की दुसरी आवृत्ति के प्रकाशन का लाभ बालगोता परिवार ने लिया हैं. पर बालगोता ने कहा की यह पुस्तक आनेवाली पीढ़ियों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी जो अपने गुरु भगवन्तो से अनभिज्ञ हैं. उन्होंने कहा आनेवाली पीढ़ियों में संस्कारों का सिंचन हो यह समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं.
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