रतलाम में तपस्या का इतिहास अनुमोदना चल समारोह में उमडा जनसैलाब


  

दीपक आर.जैन /मुंबई 
 राष्ट्रसन्त,त्रिस्तुतिक संघनायक गच्छाधिपति आचार्यश्री  विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा में  रतलाम में आयोजित तप अनुमोदना का चल समारोह इतिहास रच गया । इसमें 50 से अधिक मासक्षमण व इससे अधिक उपवास, 25 से अधिक सिद्धि तप व 100 से अधिक अन्य तपस्याएं करने वाले तपस्वियों की शहरवासियों ने पलक-पावडे बिछाकर तप अनुमोदना की। मासक्षमण व सिद्धि तप के तपस्वी 36 बग्घियों में आसीन थे, जबकि अन्य तपस्वी शोभायमान वाहन में सवार थे। चल समारोह में हाथी, ऊंट, घुडसवार धर्म-ध्वजा लेकर निकले । जबलपुर, बदनावर और नरसिंगा जिला उज्जैन के बैण्डबाजों के साथ ढोलवादकों ने माहौल को उत्सवमय बना दिया।
चातुर्मास आयोजक व विधायक चेतन्य काश्यप परिवार द्वारा तप अनुमोदनार्थ आयोजित चल समारोह खैरादीवास स्थित नीमवाला उपाश्रय से प्रारम्भ हुआ। इसमें आगे ही आगे हाथी पर जिनेश्वर देव की तस्वीर लेकर तथा घोडे पर जैन धर्म की पताकाएं थामें युवक और ऊंट सवार चल रहे थे, जबकि पीछे आकर्षक सजावट में रंगी बग्घियों में मासक्षमण के तपस्वी विराजित थे। रतलाम में 50 से अधिक मासक्षमण तपस्वियों की तप अनुमोदना का यह पहला ऐतिहासिक अवसर था। इसमें राष्ट्रसन्तश्री भी मुनिमण्डल व साध्वीवृन्द के साथ शामिल हुए। र्तिस्तुतिक संघ की पट्टपरम्परा के आचार्यों पर केंद्रित झांकी अलग ही छटा बिखेर रही थी। इस चल समारोह में सभी तपस्वियों के परिजन, ईष्ट-मिर्त व हजारों श्रद्धालुओं के साथ प्रदेश के ऊर्जा मत्री  व अ.भा. राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पारसचन्द्र जैन व विधायक चेतन्य काश्यप ने भी शिरकत की.

 चल समारोह खैरादीवास से घास बाजार, चौमुखीपुल, नौलाईपुरा, गणेश देवरी, बजाजखाना, चांदनीचौक, लक्कड़पीठा, बाजना बस स्टैण्ड होते हुए जयन्तसेन धाम पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गया। चल समारोह प्रारम्भ स्थल से जयन्तसेन धाम मार्ग तक दोनों ओर जगह-जगह खड़े हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आचार्यश्री के दर्शन-वन्दन कर गहूली की और आशीर्वाद लेकर तपस्वियों का अभिनन्दन किया।
समारोह के दौरान आसमान से भी इन्द्र देवता ने अमृत वर्षा कर तप अनुमोदना की। राष्ट्रसन्तश्री की निश्रा में तपस्या का इतिहास रचते हुए मासक्षमण, सिद्धि तप के साथ सैकड़ों धर्मावलंबियों ने 21, 15, 11, 9 व अठाई की तप आराधना की है। शहर के इतिहास में मासक्षमण के 50 तपस्वियों का एकसाथ चल समारोह पहली बार निकला। इसमें जबलपुर से आए श्याम बैण्ड ने अलग ही अंदाज में अपनी प्रस्तुतियां देकर सबका दिल जीत लिया। बदनावर के मधुकर बैण्ड के साथ नरसिंगा जिला उज्जैन के तोष बैण्ड की गूंज भी फिजां में धर्म का रस घोलती रही। मनमधुकर म्यूजिकल ग्रुप द्वारा आर्केस्ट्रा के साथ दी गई प्रस्तुतियां  का भी  आकर्षण रहा. 

फोटो-धर्मसभा को संबोधित करते आचार्यश्री साथ में ऊर्जा मंत्री पारस जैन,चातुर्मास आयोजक विधायक चेतन्य कश्यप आदि.    

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