जिसके मन में नवकार ,उसे क्या करे संसार
अखंड नवकार जाप का आयोजन
दीपक आर.जैन
भायंदर- आराधनाएं बहुत होती हैं, लेकिन नवकार आराधना में आत्मा और विश्व के कल्याण की भावना छुपी है .इसके माध्यम से हर आराधक की भावना होती है कि विश्व में शांति और अहिंसा का वास हो .नवकार के माध्यम से आत्मशक्ति को जागृत कर अहंकार से मुक्त हुआ जा सकता है.बुराईयों से बचाने में नवकार महामंत्र रामबाण है.
यह विचार परम पूज्य राष्ट्र संत आचार्य श्री अशोकसागर सूरीस्वरजी म.सा.के शिष्य रत्न पन्यास प्रवर श्री दिव्येशचंद्र सागरजी म.सा.ने विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही.उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व में जितने भी मंत्र हैं, उनमें नवकार महामंत्र सर्वश्रेष्ठ है.यह महामंत्र शाश्वत है .जीवन के विकारों का उन्मूलन इस महामंत्र से ही हो सकता है.यह महामंत्र जीवन में संशय के क्षणों में भटकाव से बचाता है .व्यक्ति को स्वयं के रुप में लाने की भी यह अचूक औषधि है.मानव दुनिया में सुख ढूंढता है,लेकिन नवकार महामंत्र का संदेश है कि सुख स्वयं में ही निहित है.
भायंदर (वेस्ट) स्थित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर में चातुर्मास हेतू बिराजमान पन्यास प्रवर ने कहा कि मंत्र का तात्पर्य ही मन का रक्षण करने वाला होता है.नवकार वह महामंत्र है जिससे दुनिया के सारे संकटों से बचा जा सकता है.नवकार से आत्मा का स्वरुप सिद्ध होता है और नवकार आराधना करने वालों को समय, स्थान और संख्या का विशेष ध्यान रखना चाहिए.अनुशासन में रहकर की गई साधना ही फलदायी होती है.नवकार जिसके मन में होता है, उसका कुछ नहीं बिगडता है.उन्होंने कहा समर्पण से किए गए कार्य कभी व्यर्थ नहीं जाते, इसलिए नवकार आराधना समर्पित होकर करना चाहिए.नवकार यदि जीवन में आ गया तो सर्वकल्याण कर देगा.ज्ञात हो गुरुदेव की निश्रा में नौ दिवसीय अखंड नवकार जाप का अनुष्ठान चल रहा हैं,जिसमे 300 से ज्यादा आराधकों ने भाग लिया हैं.बड़ी संख्या में लोग नियमित गुरुदेव के दर्शन के लिए पधार रहे हैं. धर्म आराधना हो या तपस्या हर काम में नए इतिहासों का सर्जन हो रहा हैं.मुनिराज तत्तवेशचंद्र सागरजी म.सा. ने बताया की श्री पार्श्व-प्रेम जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ में गुरुदेव की निश्रा में कलिकाल कल्पतरु श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के 1008 सामूहिक अट्ठम तप (तीन उपवास) का भव्य आयोजन किया गया हैं. समस्त मीरा भायंदर से आराधक 17 से 19 अगस्त तक चलनेवाली इस आराधना में भाग ले सकते हैं. संपूर्ण कार्यक्रम का लाभ विधायक नरेंद्र लालचंद मेहता परिवार ने लिया हैं.आपकी प्रेरणा से गरीब सेवा अभियान भी शुरू किया गया हैं.
दीपक आर.जैन
भायंदर- आराधनाएं बहुत होती हैं, लेकिन नवकार आराधना में आत्मा और विश्व के कल्याण की भावना छुपी है .इसके माध्यम से हर आराधक की भावना होती है कि विश्व में शांति और अहिंसा का वास हो .नवकार के माध्यम से आत्मशक्ति को जागृत कर अहंकार से मुक्त हुआ जा सकता है.बुराईयों से बचाने में नवकार महामंत्र रामबाण है.
यह विचार परम पूज्य राष्ट्र संत आचार्य श्री अशोकसागर सूरीस्वरजी म.सा.के शिष्य रत्न पन्यास प्रवर श्री दिव्येशचंद्र सागरजी म.सा.ने विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही.उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व में जितने भी मंत्र हैं, उनमें नवकार महामंत्र सर्वश्रेष्ठ है.यह महामंत्र शाश्वत है .जीवन के विकारों का उन्मूलन इस महामंत्र से ही हो सकता है.यह महामंत्र जीवन में संशय के क्षणों में भटकाव से बचाता है .व्यक्ति को स्वयं के रुप में लाने की भी यह अचूक औषधि है.मानव दुनिया में सुख ढूंढता है,लेकिन नवकार महामंत्र का संदेश है कि सुख स्वयं में ही निहित है.
भायंदर (वेस्ट) स्थित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर में चातुर्मास हेतू बिराजमान पन्यास प्रवर ने कहा कि मंत्र का तात्पर्य ही मन का रक्षण करने वाला होता है.नवकार वह महामंत्र है जिससे दुनिया के सारे संकटों से बचा जा सकता है.नवकार से आत्मा का स्वरुप सिद्ध होता है और नवकार आराधना करने वालों को समय, स्थान और संख्या का विशेष ध्यान रखना चाहिए.अनुशासन में रहकर की गई साधना ही फलदायी होती है.नवकार जिसके मन में होता है, उसका कुछ नहीं बिगडता है.उन्होंने कहा समर्पण से किए गए कार्य कभी व्यर्थ नहीं जाते, इसलिए नवकार आराधना समर्पित होकर करना चाहिए.नवकार यदि जीवन में आ गया तो सर्वकल्याण कर देगा.ज्ञात हो गुरुदेव की निश्रा में नौ दिवसीय अखंड नवकार जाप का अनुष्ठान चल रहा हैं,जिसमे 300 से ज्यादा आराधकों ने भाग लिया हैं.बड़ी संख्या में लोग नियमित गुरुदेव के दर्शन के लिए पधार रहे हैं. धर्म आराधना हो या तपस्या हर काम में नए इतिहासों का सर्जन हो रहा हैं.मुनिराज तत्तवेशचंद्र सागरजी म.सा. ने बताया की श्री पार्श्व-प्रेम जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ में गुरुदेव की निश्रा में कलिकाल कल्पतरु श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के 1008 सामूहिक अट्ठम तप (तीन उपवास) का भव्य आयोजन किया गया हैं. समस्त मीरा भायंदर से आराधक 17 से 19 अगस्त तक चलनेवाली इस आराधना में भाग ले सकते हैं. संपूर्ण कार्यक्रम का लाभ विधायक नरेंद्र लालचंद मेहता परिवार ने लिया हैं.आपकी प्रेरणा से गरीब सेवा अभियान भी शुरू किया गया हैं.
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