संत करते हैं संस्कारों का सिंचन

अभयदेवसूरी की निश्रा में कार्यक्रम   
भायंदर-आज के समय में शिक्षा का सबसे ज्यादा महत्व हैं और हर व्यक्ति शिक्षित हो ऐसा हमारा प्रयास होना चाहिए. प्रांतवाद की बात करने से अच्छा है की में भारतीय हूँ कि भावना प्रबल होनी चाहिए.भारतमाता की संतान में कोई भेदभाव नहीं होता. लेकिन आज जातिवाद बड़ रहा हैं जो चिंता का विषय हैं और इसे कम करने करने के लिए हमे शिक्षा को बढ़ावा देना होगा. उपरोक्त विचार मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की राज्यपाल व गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने व्यक्त किये.
श्रीमती पटेल बालाजी नगर, भायंदर (वेस्ट) में आचार्य श्री श्री रामसूरीस्वरजी जैन ज्ञान मंदिर ट्रस्ट व अभय मोक्ष चातुर्मास समिति  के तत्वावधान में चातुर्मास हेतु बिराजमान गच्छाधिपति आचार्य विजय अभयदेवसूरीस्वरजी म.सा. व आचार्य श्री मोक्षरत्नसूरीश्वरजी म.सा. की उपस्थिति में आयोजित तप अनुमोदना समारोह में बोल रही थी.ज्ञात हो 112 दिवसीय श्रेणीतप की भव्य आराधना संघ में चल रही हैं.  उन्होंने गुरुदेव द्वारा देशभर में किये जा रहे सामाजिक,शैक्षणिक,जीववदया के कार्यों की प्रशंसा की. भारत विश्व का नेतृत्व करें यही संदेश हमे सबसे मिला हैं फिर वह महात्मा गाँधी हो,सरदार पटेल हो या अन्य कोई. उन्होंने कहा हमारे लगभग धर्म ग्रन्थ संस्कृत में है इसे आनेवाली पीढ़ी जाने इसके लिए गुरूजी ने तत्वज्ञान की पाठशालाएं शुरू की जो प्रशंसनीय हैं. श्रीमती पटेल ने कहा की आज बिमारियों के बढ़ने का कारण व्यसन हैं और और व्यसन मुक्त भारत के लिए हमे कार्य करना होगा.
कार्यक्रम के लाभार्थी समुबेन केसरीमलजी जैन(पुरण) व गंगाबेन गवरीचंदजी शाह (मालवाड़ा )परिवार थे. इस अवसर पर विधायक नरेंद्र मेहता व महापौर डिंपल मेहता भी उपस्थित थी.उपस्थित मेहमानों का स्वागत ट्रस्ट के कीर्ति सुराणा,राजकुमार मुत्था,प्रदीप ढड्ढा,मूलचंद जैन,प्रकाश पारेख,सुरेश चौधरी,अल्पेश गांधी, कौशिक शाह,महिपाल मुणोत आदि ने किया. महोत्सव में मनपा स्थायी समिति सभपति ध्रुवकिशोर पाटिल सहित बड़ी संख्या में नगरसेवक व गणमान्य लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन आशीष पारेख ने किया.संगीत की धूम दिलीप बाफना ने मचाई.      

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम