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नये साल में दूसरों के लिए भी कुछ करे - गणि राजेन्द्रविजयजी

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दीपकआर.जैन / भायंदर   उत्साह,उमंग और हौसलों के बिना जीवन सूना है.मौजमस्ती याधमाल के लम्हे कभी कभी अच्छे हैं. जीवन में डरे नहीं बल्कि हौसला रखे और उड़े और उड़ान वहीँ तक सही हैं जबतक जमीन दिखाई दे रही हैं. मुश्किलों को दूर रखने के लिए अपने उद्देश्यों को कभी दरकिनार ना होने दे. इससे लाइफ में कभी हताशा नहीं आयेगी. चेहरा चमकाना और ड्राइंग रूम चमकाना ही अजेंडा नहीं होना चाहिए. नए साल के आगमन की बधाई मौखिक,ईमेल,एसएमएस या उपहारों के आदान प्रदान तक ही सीमित ना रह जाये बल्कि समूचा जीवन उत्सवमय बन जाए.  उपरोक्त विचार नववर्ष की पूर्व संध्या पर सुखी परिवार फाउंडेशन प्रणेता  गणि राजेन्द्रविजयजी म.सा ने व्यक्त किये. उन्होंने कहा की कहा की हर लम्म्हा आनद और उल्हास से सरोबार हो. यह तभी होगा जब किसी दूरगामी ध्येय को पाने की ठाने होंगे और उसे हासिल करने के लिए अनेक दुष्कर परिस्थितियों से संघर्ष और कष्ट उठाने के लिए तत्पर होंगे. इसके साथ ही हम दूसरों के लिये भी कुछ करने का हम संकल्प ले. धर्म ध्यान करने के लिए व्यक्ति का स्वस्थ होना जरूरी हैं. हमारे खानपान का सिस्टम बनायें तो खुद स्वस्थ रहेंगे और दू

चर्चा-विचारणा

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चर्चा-विचारणा  आजीवन गुरुप्रेमचरणोपासक प.पू. आ.श्री वि. कुलचंद्र सूरिजी (K.C.) म.सा.एवं पं.श्री महानंद विजयजी म.सा.आदि ठाणा श्री कलीकुंड तीर्थ पधारे. वहा प.पू.आचार्य श्री विजय रत्नसुंदर सूरीश्वरजी म.सा. को वंदन करते हुए एवं विवध विषयो पर चर्चा करते हुए पूज्यश्री.गुरुभगवंत 5/01/17को श्री शंखेश्वर महातीर्थ में प्रवेश होगा. 

लाइफ चेंजिंग सेमिनार जैसे कार्यक्रम से बहुत प्रेरित पारस जैन-ऊर्जा मंत्री मध्यप्रदेश

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जीवन में लक्ष्य बनाकर चले तो सफलता कदम चुमेगी और यह तभी संभव हैं जब हम सही गुरु बनाये. सफल वही व्यक्ति हैं जो जीवन में आयी तकलीफों और संघर्ष करने से कभी डरे नहीं. जिस तरह जीवन में माता पिता जरूरी हैं उसी प्रकार गुरु का होना भी बहुत आवश्यक हैं. गुरु ही जीवन को सही दिशा की और ले जाना हैं. यह विचार मध्यप्रदेश के शिक्षामंत्री पारस जैन (वर्तमान में ऊर्जामंत्री) ने सेमिनार में व्यक्त किये थे. उन्होंने कहा की मनुष्य जीवन बड़ी मुश्किलों से मिलता हैं इसलिए इसे व्यर्थ ना जाने दे. में भी महाकाल की नगरी उज्जैन में बहुत छोटासा व्यापारी था.बहुत संघर्ष किया लेकिन लक्ष्य और माता-पिता गुरु के मार्गदर्शन में चला तो इस मुक्काम पर हूँ. यह सेमिनार देखकर बहुत ही प्रभावित हूँ और चाहता हूँ की ऐसे कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा आयोजित हूँ जिससे सकारात्मक ऊर्जा का बच्चों में संचार होगा और हम देश को श्रेष्ठ से श्रेष्ठ व्यक्तित्व दे सकेंगे. इस तरह के कार्यक्रम ने आज मेरे मुंबई कार्यक्रम को पूरी तरह सार्थक कर दिया हैं.मेरा प्रयास रहेगा की यह कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा हो. राधेश्याम मौर्य,दीपक आर.जैन और टीम को बहुत

वेलंकनी हाईस्कूल की खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न

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वेलंकनी हाईस्कूल की खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न भायंदर-शहर की प्रतिष्टित शिक्षण संस्था अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हाईस्कूल एंड जूनियर कॉलेज की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताएं भायंदर(वेस्ट) स्थित सुभाषचंद्र बोस मैदान पर संपन्न हुई जिसमे विजेताओं को पुरस्कृत करने के साथ ही बेस्ट बॉय और बेस्ट गर्ल का पुरस्कार दिया गया. प्रतियोगिता का उद्घाटन समाजसेवी रमेश बंबोरी ने किया. कार्यक्रम के मुख्या अतिथि नगरसेवक डॉ रमेश जैन व लायन डिस्ट्रिक्ट 323-A 3 के रीजन चेयरमैन लायन अतुल गोयल थे. अतिथि विशेष लायंस क्लब ऑफ़ मुम्बई मेट्रो की अध्यक्षा रेकी मास्टर श्रीमती संतोष गोयल व युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर.जैन थे. इस अवसर पर बोलते हुए डॉ जैन ने कहा की पढाई के साथ साथ खेल भी जरूरी हैं. संतोष गोयल ने कहा की स्कूलों में खेलते खेलते ही आगे चलकर देश का नाम रोशन करनेवाले खिलाड़ी मिलते हैं. खेल और पढाई दोनों में परिपूर्ण रहने के लिए सकारात्मकता की और ज्यादा ध्यान दे जिससे आप हमेशा विकास की और अग्रसर रहेंगे और असफलता कोसो दूर रहेगी. प्रतियोगिता में बेस्ट बॉय अभिषेक सहानी,बेस्ट गर्ल साक्षी पाल,बेस्ट मार्चपास्ट रेड हाउस व

भगवान महावीरस्वामी की जन्मभूमि का होगा विकास :पासवान

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महावीर की शिक्षाओं से ही उन्नति संभव : पासवान ( दीपक आर.जैन)    मुंबई- सांसद  चिराग पासवान ने कहा कि भगवान महावीर ने हमें अहिंसा, सहअस्तित्व एवं शांति का संदेश दिया और वर्तमान में उनकी परम्परा के संतजन उन्हीं के सिद्धांतों एवं जीवनशैली को जन-जन में सम्प्रेषित कर रहे हैं। राष्ट्र महावीर के बताए मार्ग पर चलकर ही वास्तविक उन्नति कर सकता है।  श्री पासवान ने सुखी परिवार अभियान के प्रणेता गणि राजेन्द्र विजयजी की उपस्थिति  में उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए सौभाग्य की बात है उस भूमि पर महावीर जैसे महापुरुष अवतरित हुए. मेरे लिए यह और भी अधिक सौभाग्य की बात है कि मैं उनकी जन्मकल्याणक भूमि से लोकसभा में प्रतिनिधित्व करता हूं.मेरे संसदीय क्षेत्र के लछवाड़ एवं क्षत्रियकुण्ड में कुछ ऐसी योजनाएं प्रारंभ हो जिससे समुची दुनिया इस पवित्र भूमि के प्रति आकर्षित हो। इसके लिए उन्होंने समग्र जैन समाज से सहयोग की अपेक्षा की. श्री पासवान ने गणि राजेन्द्र विजय के नेतृत्व में संचालित शिक्षा, सेवा एवं जनकल्याणकारी गतिविधियों की सराहना करते हुए बिहार में भी ऐसी योजनाएं शुरू करन

अधूरा छोड़ा गटर का निर्माण मनपा ने किया भुगतान

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अधूरा छोड़ा गटर का निर्माण  मनपा ने किया भुगतान  भायंदर-भायंदर(पश्चिम)के राई गांव में वालचंद [पैलेस के निकट गटर का निर्माण कार्य ठेकेदार ने अधूरा छोड़ दिया हैं इसके बावजूद निर्माण करनेवाली ठेका कंपनी मेसर्स गुरूजी इंफ्रा स्ट्रक्चर प्रवते लिमिटेड को करीब सोलह लाख रुपये के भुगतान का मामला प्रकाश में आया हैं. इस संबंध में मनपा अधिकारी दीपक खाम्वित व सतीश तांडेल को कईबार बताया गया  लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया.  इस संबंध में आरटीआइ कार्यकर्ता सुनील पिल्लई ने मीरा-भायंदर मनपा से जानकारी मांगी थी जिसके जवाब में मनपा ने कहा है कि वालचंद पैलेस के पास का ठेका मैसर्स गुरूजी इंफ़्रा स्त्रुच्युरे को 21 लाख 45 हजार 900 रुपये में 29 नवंबर,2015 को दिया गया था और यह निर्माण कार्य 28 दिसंबर 2015 तक पूरा करना था परन्तु ठेका कंपनी ने गटर का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया था. इसके बावजूद मनपा ने निर्माण कार्य का 75 फीसदी जो लगभग सोलह लाख रुपये भुगतान कर दिया था. ठेका 28 अगस्त 2016 तक बढ़ाया गया लेकिन काम को अभी तक पूरा नहीं किया गया हैं.  गटर का निर्माण कार्य अधूरा होने की वजह से आसपास गंदा पानी जम

गुजरात के चुनाव एवं आदिवासी समस्याएं-: रामसिंह राठवा :-

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गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल सक्रिय हो गये हैं। ये चुनाव जहां भारतीय जनता पार्टी के लिए एक चुनौती बनते जा रहे हैं वहीं दूसरों दलों को भाजपा को हराने की सकारात्मक संभावनाएं दिखाई दे रही है। पिछले तीन चुनावों से शानदार जीत का सेहरा बांधने वाली भाजपा के लिए आखिर ये चुनाव चुनौती क्यों बन रहे हैं? एक अहम प्रश्न है जिसका उत्तर तलाशना जरूरी है। इस बार गुजरात के इन चुनावों में आदिवासी लोगों की महत्वपूर्ण एवं निर्णायक भूमिका हो सकती है। मैं पिछले चार चुनावों से गुजरात के बड़ौदा एवं छोटा उदयपुर से जुड़े आदिवासी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता रहा हूं। आगामी चुनाव की पृष्ठभूमि में मैं आदिवासी समस्याओं और उनके समाधान में सकारात्मक वातावरण को निर्मित करने की आवश्यकता महसूस करता हूं। आजादी के सात दशक बाद भी गुजरात के आदिवासी उपेक्षित, शोषित और पीड़ित नजर आते हैं। राजनीतिक पार्टियाँ और नेता आदिवासियों के उत्थान की बात करते हैं, लेकिन उस पर अमल नहीं करते। आज इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार एवं विकास का जो वातावरण निर्मित होना चाहिए, वैसा नहीं हो पा रहा है, इ

रेलवे पुलिस के लिए चिकित्सा शिविर संपन्न

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भायंदर -गवरमेंट रेलवे पुलिस(जीआरपी) क्राइम ब्रांच वसई यूनिट नंबर 07,युथ फोरम व सोशल आर्गेनाईजेशन अपॉन लाइफ (सोल) की और से दत्त जयंती के अवसर पर पुलिस निरीक्षक संतोष धनवटे के मार्गदर्शन में अधिकारियों एवं रेल यात्रियों के लिए  चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमे 70 से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए. भायंदर रेलवे स्टेशन पर हुए कार्यक्रम में नगरसेवक रोहिदास पाटिल,सौल के संस्थापक लायन राधेश सिंघानिया मुख्य अतिथि थे. महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव पोरवाल विशेष आमंत्रित थे. शिविर को सफल बनाने में राजाराम नंदगवे,प्रकाश सालुंखे,दत्तात्रय पाटिल,विलास पाटिल,सुदर्शन देशमुख,दीपक शिंदे,लक्ष्मण कुंटे,तुषार मरचण्डे,विजय महस्के,श्रीमती कीर्ति हरयाण, जंगम आदि ने मेहनत की. संचालन दीपक आर जैन ने किया. संस्था नगरसेविका प्रतिभा पाटिल व भायंदर वेस्ट मंडल अध्यक्षा निर्मला माखीजा की और से रविवार 18 दिसंबर,को सुबह 09 बजे से दोपहर 01 बजे तक भायंदर (वेस्ट)शिवसेना गली में कैंप लगाया गया हैं.शिविर में इसीजी,डायबिटीज जांच,ब्लड प्रेशर ,जनरल चेकअप वॉकहार्ड हॉस्पिटल द्वारा किया जायेगा

अहिंसा है सुखी समाज का आधार -गणि राजेन्द्रविजयजी

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दीपक आर.जैन / भायंदर  हम सफल जीवन जी रहे हैं या असफल, सुखी हैं या दुःखी, आगे बढ़ रहे हैं या पीछे जा रहे हैं। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस दृष्टि से देख रहे हैं या नाप रहे हैं? हम सफलता का मापदण्ड इस बात से तय करते हैं कि जीवन के प्रति क्या दृष्टिकोण अपनाया है। जिस चीज को हम अपना केन्द्र मानते हैं या धुरी बनाते हैं उसी के इर्द-गिर्द घूमते हैं। जिस दृष्टिकोण से जीवन का लक्ष्य बनाया है उसको पाने मंे जीवन की अधिकांश ऊर्जा लगाते हैं। सुख या दुःख वस्तु के संग्रह से नापा जायेगा. इस दृष्टिकोण से सुख-दुःख सापेक्षिक शब्द बन जाता है.किसी एक कार्य को करने में या कुछ उपलब्धियों को प्राप्त करने में एक व्यक्ति सुख की अनुभूति कर सकता है लेकिन दूसरा दुःख की.अतः यह व्यक्तिगत अनुभूति है और इसके निरपेक्ष मापदण्ड नहीं हो सकते.अतः जैसा एक व्यक्ति अपने लिए लक्ष्य तय करेगा वैसा ही उसका मापदण्ड होगा और उसी से सुख-दुःख, सफलता-असफलता तय करेगा व सुख-दुःख का आभास करेगा। वास्तविक या निरपेक्ष सुख और सुखी जीवन वस्तु आधारित नहीं है बल्कि सिद्धांत या मूल्य आधारित है और इस प्रकार का सुख सबके लिए समान अन

पिछड़े क्षेत्रों के उत्थान के लिए गैर-सरकारी प्रयत्नों की ज्यादा जरूरत: सुदर्शन भगत

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आदिवासी उत्थान के लिये सुखी परिवार अभियान की चर्चा  दीपक आर.जैन /मुंबई  केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के लिए आदिवासी जनजीवन का उत्थान जरूरी है.इसी से हिंसा, नक्सलवाद एवं आतंकवादी की समस्या से मुक्ति पायी जा सकती है.इसके लिए भगवान महावीर के अहिंसा, अनेकांत, विश्व शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द के सिद्धांतों को अपनाने की जरूरत हैं.इन सिद्धांतों को अपनाने से न केवल राष्ट्रीय बल्कि दुनिया की बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है.    श्री भगत ने आज अपने निवास पर सुखी परिवार अभियान के प्रणेता गणि राजेन्द्र विजय की सन्निधि में आयोजित संत समागम में उक्त उद्गार व्यक्त किए.उन्होंने आगे कहा कि गणि राजेन्द्र विजय के प्रयत्नों से गुजरात का आदिवासी जनजीवन हिंसा का रास्ता छोड़कर स्वउत्थान की ओर अग्रसर हुआ है, यह संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणा की बात है.श्री भगत ने समागत संतजनों का शाॅल ओढ़ाकर सम्मान किया.इस अवसर पर महामंडलेश्वर श्री शंकरानंद ने कहा कि आदिवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों के उत्थान और उन्नयन के लिए सरकार के साथ-साथ गैर-सरकारी प्रयत्नों की

निम्बाडी पाडा का विकास करेगा लायंस क्लब ऑफ़ मेट्रो

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गांव को लिया दत्तक  मुंबई- लायंस इंटरनेशनल के तहत कार्यरत लायन डिस्ट्रिक्ट 323-A 3 के मार्गदर्शन में लायंस क्लब ऑफ़ मुंबई  मेट्रो आदिवासी पाडा का विकास कर वहां जरूरी साधन उपलब्ध करने का प्रयास करेगा.डिस्ट्रिक्ट के विभिन्न क्लबों ने 15 से ज्यादा आदिवासी पाड़ा विकास के लिये दत्तक लिए हैं.ज्ञात हो लायंस इंटरनेशनल का यह शताब्दी वर्ष चल रहा हैं जिसके तहत लायंस ज्यादा से ज्यादा जारीरतमंद लोगों तक पहुँचने का प्रयास कर रहा हैं. लायंस क्लब ऑफ़ मुंबई मेट्रो की अध्यक्षा लायन संतोष गोयल ने बताया वज्रेश्वरी के पास  की निम्बाडी पाडा में करीब 50 परिवार रहते हैं जिन्हें क्लब ने जरुरत की विभिन्न सामग्री जैसेखिलोने,अनाज,कपड़ें,चद्दरें,साडियां,ब्लैंकेट आदि उपलब्ध करवायें. चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमे 200 से ज्यादा लीग लाभान्वित हुए. क्लब की और से  स्वच्छ भारत अभियान के तहत 20 घरों में शौचालय बनाकर देने की योजना हैं. इस प्रोजेक्ट के संयोजक लायन रीजन-2 के चेयरमैन लायन अतुल गोयल हैं. डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन प्रशांत पाटिल ने क्लब के कार्य की सरहाना की. उन्होंने कहा ठाणे,पालघर के आदिवासी क्षेत

देश के शीर्ष आर्किटेक्ट कॉलेजों में होगा के एल. तिवारी कॉलेज

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राहुल ग्रुप का कार्यक्रम  दीपक आर.जैन  भायंदर-  घर को सूंदर बनाने में ही नहीं परंतु देश के विकास और उसे सूंदर बनाने में  आर्किटेक्ट की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका हैं. प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत अभियान और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट देश को नयी दिशा देगा और इसमें आर्किटेक्ट बहुत अच्छी भूमिका निभा सकते हैं.आर्किटेक्ट को आनेवाले समय में अपार संभावनाएं हैं.  उपरोक्त विचार  काउंसिल ऑफ़ आर्किटेक्चर के उपाध्यक्ष विजय गर्ग ने  शहर की प्रतिष्ठित शिक्षण समूह राहुल एज्युकेशन  ग्रुप के  के.एल. तिवारी कॉलेज ऑफ़आर्किटेक्टचर की मुलाकात के दौरान व्यक्त किये, विद्द्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी उन्होंने दिए. गर्ग ने बताया की आर्किटेक्ट का प्रोफेशन ऐसा है जो लोगों के जीवन में खुशियां लाने का काम करता हैं. उन्होंने कहा की हम जो भी काम करते हैं उसके बीच आने के बाद व्यक्ति को शांति की अनुभूति होती हैं. उन्होंने कॉलेज के पहले साल के परफॉरमेंस की प्रशंसा की व कहा की ऐसे ही रहा तो आनेवाले समय में के.एल. तिवारी कॉलेज ऑफ़आर्किटेक्टचर देश के टॉप कॉलेजेस में होगा. उन्होंने बताया की पुरे देश में आज 70 हजार आर

सिरेमिक्स का उभरता कलाकार अनंत पंडित

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पारम्परिक कला विरासत को आगे बढ़ाता नन्हा अनंत दीपक आर जैन  भायंदर-आज के बच्चे जहां इंटरनेट और डिजिटल में व्यस्त रहते है तो दूसरी और नन्हा अनंत अपने दादा पद्मश्री ब्रह्मदेव पंडित से विरासत में मिली पारम्परिक कला को आगे बढ़ाने में पूरी रूचि दिखा रहा हैं . कहते हैं पूत के पांव पालने में ही मालूम पड जाते हैं की आगे चलकर वह क्या बनेगा और इसी बात को चरितार्थ किया हैं अनंत ने. वह भी अपने दादा की तरह मिट्टी को बर्तनों को आधुनिक रूप देने की कला में पारंगत हासिल करने की और अग्रसर हैं. भायंदर समीप उत्तन स्थित नामचीन श्री राम रत्ना इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा तीसरी का विद्द्यार्थी हैं. उसे बचपन से ही चित्रकला का शोक हैं और इसमें उसे अबतक कई पुरुस्कार मिल चुके हैं.चित्रलकला प्रतियोगिता में उसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था लेकिन कुछ कारण की वजह से वह जा नही सका था.अनंत अब चित्रकला के साथ साथ विरासत में मिली मिट्टी की कला के प्रति भी रूचि लेने लगा हैं. वह अपने परिवार की तरह ही चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने लगा है.अनंत कहता हैं कि आनेवाले दस साल में वह अपनेआप को  सिरामिक आर्टिस्ट के रूप में देखना चाह

दृष्टि सेवाउत्सव के तहत 650 विद्द्यार्थी लाभान्वित

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लायन रीजन 2 का कार्यक्रम  भायंदर- लायंस इंटरनेशनल के तहत लायन डिस्ट्रिक्ट 323-ए 3 व रीजन 2 के चेयरमैन लायन अतुल गोयल द्वारा मार्गदर्शन में  दृष्टि सेवाउत्सव के  तहत नेत्र चिकित्सा ,दंत,व स्वास्थ जाँच शिविर का आयोजन किया गया . शिविर में 500 से ज्यादा विद्द्यार्थी लाभान्वित हुए.  भायंदरवेस्ट((वेस्ट) स्थित सेंट ज़ेवियर हाईस्कूल में आयोजित शिविर में बोलते हुए  लायन डिस्ट्रिक्ट 323-ए 3  के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन प्रशांत पाटिल ने कहा की दृष्टि सेवाउत्सव  में नेत्र चिकित्सा कैंप लगाए जायेंगे व जरूरतमंद को चश्मा भी वितरित किया जायेगा. उन्होंने विभिन्न क्लबों को ज्यादा से ज्यादा कैंप लगाने की अपील की. भाजपा भायंदर(वेस्ट)मंडल के पूर्व अध्यक्ष रवि बी.जैन विशेष आमंत्रित मेहमान थे.  इस अवसर पररेकी प्रशिक्षक लायन संतोष गोयल ने बच्चों को जीवन में सफल होने,यादशक्ति बढ़ाने आदि विषयों पर टिप्स दिए. लायन डॉ. अजीत जैन,ए. के. पूरी, रमेश भंडारी,झोन चेयरमैन अशोक अग्रवाल,मंजीत चांडोक,लायन जगराम मौर्य,लायन राधेश्याम मौर्य,भाजपा सांस्कृतिक सेल के विष्णु पारीख,अजित यादव सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे. शिविर

आओ जाने सात चक्र और सात तरह के लोग:- क्रांतिकारी संत पारसमुनि

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कौन-सा चक्र कहां पर : पहला चक्र है मूलाधार.... जो गुदा और जननेंद्रिय के बीच होता है।   स्वाधिष्ठान चक्र. .... जननेंद्रिय के ठीक ऊपर होता है। मणिपूर चक्र...  नाभि के नीचे होता है। अनाहत चक्र:  हृदय के स्थान में पसलियों के मिलने वाली जगह के ठीक नीचे होता है। विशुद्धि चक्र:  कंठ के गड्ढे में होता है। आज्ञा चक्र:  दोनों भवों के बीच होता है जबकि सहस्रार चक्र : जिसे *ब्रह्मरंध्र* भी कहते हैं,  सिर के सबसे ऊपरी जगह पर होता है, जहां नवजात बच्चे के सिर में ऊपर सबसे कोमल जगह होती है।  साधना करने पर यह ऊर्जा मूलाधार से सहस्राकार में पहुंच जाती है।   लेकिन...... यदि कोई व्यक्ति साधना नहीं करता है तब क्या होता है? तब जिस व्यक्ति को बचपन से जैसे संस्कार और विचार दिए गए हैं उस अनुसार उसकी ऊर्जा का केंद्र कोई एक चक्र बन जाता है। इसका यह मतलब नहीं कि उस केंद्र पर ऊर्जा एकत्रित होने से वह चक्र सक्रिय हो गया हो और वह व्यक्ति उस चक्र की सिद्धि प्राप्त कर गया हो। यहां प्रस्तुत है चक्रों पर सक्रिय ऊर्जा के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव और निर्मित होता भविष्य.. मूलाधार चक्र :  जिनके जीवन में भोजन, निद्र

लायंस क्लब का सेवा सप्ताह शुरू

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चिकित्सा-अन्नदान के कार्यक्रम  भायंदर -लायंस इंटरनेशनल के अक्टूबर सेवा सप्ताह के तहत लायंस क्लब ऑफ़ कांदिवली ठाकुर काम्प्लेक्स व रेलवे सुरक्षा बल,मुम्बई डिवीज़न की और से भव्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमे 400 से ज्यादा मरीज लाभान्वित हुए. चिकित्सा के साथ साथ रक्तदान,अन्नदान,बैग,व व्हील चेयर किआ भी वितरण किया गया. भायंदर(वेस्ट) स्थित आरपीएफ बैरेक में हुए कार्यक्रम की  मुख्य अतिथि गीता जैन ने लायंस द्वारा किये जा रहे कार्यों की सरहाना की व स्वच्छ भारत अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की. समारोह में आरपीएफ एसीआर ईश्वरसिंह,विरार के पुलिस निरीक्षक एस.एस. यादव,वसई के सुरेन्द्रकुमार व भायंदर के सुधीर अग्निहोत्री विशेष रूप से उपस्थित थे.अतिथि विशेष लायन राधेश सिंघानिया,भाजपा के रवि बी जैन,मुरारका फाउंडेशन के दीनदयाल मुरारका,प्रताप कोऑपरेटिव बैंक के सीईओ ह एन सिंह व प्रकाश जैन थे.इस अवसर पर चिकित्सा व रक्तदान के अलावा विरार स्थित संजीवनी अनाथ आश्रम को अनाज व ड्रेस दिए गए जिसमे डॉ नरपतसिंह राजपूत,निर्मला माखीजा,प्रतिभा पाटिल ,जय रूद्र सोसायटी आदि ने सहयोग किया. व्हील चे

संस्कारों का सिंचन करती पुस्तक टू फ्रेंड्स -समस्यामुक्त जीवन हेतू संस्कार जरूरी-मणिप्रभाश्रीजी

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दीपक आर.जैन      मुंबई-  आज  के इस  युग में बाहरी साधनों से भले ही हम प्रगति की राह पर हो परंतु पाश्चात्य संस्कृति की लालसा के कारण मनुष्य अपनी मानवता और भारतीय संस्कृति को भूलता जा रहा हैं. आज घर घर की स्थिति बिगड़ती जा रही हैं. बच्चे सुनते नहीं हैं,बच्चे कहना नहीं मानते,अपनी इच्छानुसार करते हैं जैसी शिकायते रोजमर्रा की हो गयी हैं. परिस्थिति ऐसी हैं की बचपन से ही बच्चे अपने मन की करने के आदी हो जाते हैं और शादी जैसे फैसले भी माता-पिता के खिलाफ जाकर ले लेते हैं जिसकी वजह से पूरा परिवार बिखर जाता हैं तथा कई परिस्थितियों में तो उन्हें जीवनभर संघर्ष करना पड़ता हैं. उपरोक्त विचार कलिकाल कल्पतरु,विश्व वंदनीय परम पूज्य आचार्य श्री राजेंद्रसूरीस्वरजी म.सा.के पटधर   गच्छाधिपति आचार्य श्री हेमेंद्रसूरीस्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी श्री मणिप्रभाश्रीजी म.सा ने हाल ही में प्रकाशित  अपनी पुस्तक टु फ्रेंड्स में व्यक्त किये हैं.  इस पुस्तक में गुरुमैया ने बताया हैं की विज्ञानं की दृष्टि से हम ज़माने से कई कदम विकास की और हैं तो फिर मानवता,सहयोग,सेवा,कर्तव्य,और समर्पण की भावना से उतने ह

वल्लभसूरीस्वरजी का जीवन प्रेरक व अनुकरणीय हैं-यशोभद्रसूरी म.सा.

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                                                         भायंदर में गुणानुवाद सभा  दीपक आर.जैन  भायंदर- एक विचारक ने कहा हैं 'सुख की चांदनी में सभी हंस सकते हैं,परन्तु दुःख की दोपहरी में हंसना सरल नही.'गुरुदेव ने सुख की सुबह चांदनी में ही नहीं बल्कि दुःख की दोपहरी में भी हंसना सीखा. कभी भी किसी भी अवस्था में आप सदा मुस्कराते रहे. मुश्किलें उन्हें हतोत्साहित नहीं करती पर प्रोत्साहित ही करती थी.सदा प्रसन्न रहना ही गुरुदेव का सहज गुण था.आपका ऊर्जास्वल व्यक्तित्व होने के कारण निर्मल प्रेरक जीवन के लिए अनुकरणीय हैं.    उपरोक् विचार भायंदर(पश्चिम)में श्री आत्म वल्लभ जैन ज्ञान मंदिर में चातुर्मास हेतू बिराजमान गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय नित्यानंदसूरीस्वरजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती ज्योतिषाचार्य आचार्य श्री यशोभद्रसूरीस्वरजी म.सा. ने व्यक्त किये. पंजाब केसरी आचार्य विजय वल्लभसूरीस्वरजी म.सा. की 62 वी स्वर्गारोहण तिथी पर आयोजित गुणानुवाद सभा में व्यक्त किये. आचार्य श्री ने कहा की गुरु वल्लभ जागरूक संयमी साधक ही नहीं परन्तु गंभीर चिंतक भी थे. अपने मौलिक चिंतन सेउन्होंने सा

महामानव का महाप्रयाण देशभर में शोक की लहर तपागच्छाधिपति आचार्य श्री प्रेमसूरीस्वरजी का निधन

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दीपक आर जैन  आज का सूर्योदय सूर्यास्त के समान लगा जब सुबह समाचार मिला की शंखेश्वर महातीर्थ में श्री 108 पार्श्व भक्ति महाप्रासाद के प्रेरक,जिनसाशन गौरव सर्वोच्च दीक्षा पर्यायी परम पूज्य तापगच्छाधिपति आचार्य श्री विजय प्रेमसूरीस्वरजी म.सा.का मुंबई में निधन हो गया. उनके निधन से देशभर के जैन समाज में शोक की लहर हैं.उनका  निधन मात्र जैन समाज नही बल्कि संपूर्ण मानवजाति के लिए अपूर्णीय क्षति हैं.गुरुदेव का पार्थिव शरीर दर्शनार्थ श्री बाबु अमीचंद जैन मंदिर,वालकेश्वर में रखा गया था.पालखी दोपहर 02 बजे शुरू हुई तथा पंचशील प्लाजा,धर्म पेलेस,हुजिस रोड से होती हुई बाणगंगा पहुची जहाँ अंतिम संस्कार सम्पन्न हुआ.अंतिम संस्कार का चढ़ावा 11 करोड से अधिक में गया जिसका लाभ पांच परिवारों ने मिलकर लिया. 87 साल का दीक्षा पर्याय और जिनशासन का विकास जीवन के अंत समय तक सर्वोपरि रहा.    वर्तमान समय मे उनकी अत्यंत आवश्यकता थी.पालीताणा मे मार्च मे हुआ श्रमण सम्मेलन उनकी वजह से ही संभव हुआ.96 वर्ष होने के बाद भी जब भी उनके दर्शन का मोका मिला उन्हें व्यस्त देखा.अखबारों को पढ़ना उन्होंने अंतिम समय तक नही छो

जेब में न हो मोबाइल, पर चेहरे पर रखें स्माइल - संत ललितप्रभ

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दीपक आर.जैन /पुना  आदिनाथ सोसायटी में पारिवारिक प्रेम पर  विशेष प्रवचन पुना में चातुर्मास हेतू बिराजमान महोपाध्याय ललितप्रभ सागर महाराज ने कहा कि खुशियां  किसी के बाप की नहीं, अपने आपकी होती है। अगर हमारा फैसला है कि मैं हर  हाल में खुश रहूँगा तो दुनिया की कोई ताकत हमें नाखुश नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि आनंद हमारा स्वभाव है इसलिए खाने को मिल जाए तो खाने का  आनंद लें और न मिले तो उपवास का आनंद लें, चलें तो यात्रा आनंद लें और  बैठें तो आनंद की यात्रा करें। शादी हो जाए तो संसार का आनंद लें और न हो  तो शील का आनंद लें। व्यक्ति को हर परिस्थिति का आनंद लेने की कला सीख  लेनी चाहिए। जो अपने आपको किसी भी हालत में प्रभावित होने नहीं देता वह  सदा खुश रहता है। ललितप्रभविजयजी श्री शांतिनाथ जैन टेम्पल द्वारा सोलापुर बाजार स्थित  शांतिनाथ मंदिर में आयोजित सत्संग समारोह के दौरान धर्मसभा को संबोधित  कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया में जो मिला है, जैसा मिला है, उसका  स्वागत करना सीखें। अगर बेटा कहना माने तो ठीक और न कहना मानें तो सोचें  कि रोज-रोज कहने की झंझट समाप्त हो गई। हमें कहीं सम्मान म