सिरेमिक्स का उभरता कलाकार अनंत पंडित

पारम्परिक कला विरासत को आगे बढ़ाता नन्हा अनंत
दीपक आर जैन 
भायंदर-आज के बच्चे जहां इंटरनेट और डिजिटल में व्यस्त रहते है तो दूसरी और नन्हा अनंत अपने दादा पद्मश्री ब्रह्मदेव पंडित से विरासत में मिली पारम्परिक कला को आगे बढ़ाने में पूरी रूचि दिखा रहा हैं.कहते हैं पूत के पांव पालने में ही मालूम पड जाते हैं की आगे चलकर वह क्या बनेगा और इसी बात को चरितार्थ किया हैं अनंत ने. वह भी अपने दादा की तरह मिट्टी को बर्तनों को आधुनिक रूप देने की कला में पारंगत हासिल करने की और अग्रसर हैं.
भायंदर समीप उत्तन स्थित नामचीन श्री राम रत्ना इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा तीसरी का विद्द्यार्थी हैं. उसे बचपन से ही चित्रकला का शोक हैं और इसमें उसे अबतक कई पुरुस्कार मिल चुके हैं.चित्रलकला प्रतियोगिता में उसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था लेकिन कुछ कारण की वजह से वह जा नही सका था.अनंत अब चित्रकला के साथ साथ विरासत में मिली मिट्टी की कला के प्रति भी रूचि लेने लगा हैं. वह अपने परिवार की तरह ही चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने लगा है.अनंत कहता हैं कि आनेवाले दस साल में वह अपनेआप को  सिरामिक आर्टिस्ट के रूप में देखना चाहता हैं. वह कहता है की विरासत में मिली इस कला को वह आगे लेकर जाना चाहता हैं व पारम्पारिक कुम्हार कला को जीवंत रखना चाहता हैं.उसके बर्तनों की प्रदर्शनी सिमरोजा आर्ट गेलेरी में लगी थी जिसमे उसके काम की सभी ने सरहाना की थी. ब्रह्मदेव पंडित कहते है की मुझे बड़ी ख़ुशी हैं की जहां आज अगली पीढ़ी अपने विरासत को आगे बढ़ने में हिचकिचा रहा हैं तो उनके परिवार की चौथी पीढ़ी आगे बढ़ाने में बहुत उत्सुक हैं. वे कहते है की वे अनंत को भी मिट्टी को आधुनिक रूप देनेवाली कला में और आगे बढ़ायेगे. अनंत के पिता अभय और मां खुशबू का समावेश भी देश के नामी सिरेमिक्स के कलाकारों में होता हैं. अनंत 25 वे केशव सृष्टि महोत्सव में वेशभूषा में प्रथम स्थान पर आया था. मेंबर्स ऑफ़ इंटरनेशनल एसोसिएशन की और से आयोजित प्रतियोगिता में भी उसने भाग लिया था.  इस कला के साथ साथ उसे कराटे व फूटबाल में भी रूचि हैं.अनंत कहता हैं की वह इस कला के माध्यम से देश विदेश में नाम कमायेगा.
   

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम