गुरु नवरत्न के जन्मोत्सव पर जीवदया के अनेक आयोजन
दुनियाभर के जैनों से जुड़ने की अपील
इंदौर:- परिंदों की मदद के लिए नवरत्न परिवार समाज मेँ आगे आया है। पक्षियों के लिए ग्रीष्म ऋतु की भीष्म गर्मी में राहत स्वरूप मिट्टी के सकोरे की स्थापना की जाएगी दाने-पानी की व्यवस्था भी होगी एवं नगर की गोशालाओं में गुड़ , चारा , लापसी , इत्यादि अर्पण किए जाएंगे ।
नवरत्न परिवार के अनुसार यह जीवदया प्रकल्प मालव भूषण आचार्य श्री नवरत्न सागर सूरीश्वर जी महाराजा के जन्मोत्सव चैत्र वदी 03 पर आयोजित किया जाता है जो कि इस वर्ष 17 मार्च को आ रहा है।इस पहल को अभियान के रूप में जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। मालवा सहित 7 राज्यों में नगर नगर तक आवाज पहुंचाएंगे। जैन समाज का मानना है कि इससे बस्तियों में पक्षियों की फिर चहचहाहट सुनाई देगी।आयोजन गुरु नवरत्न कृपाप्राप्त आचार्य श्री विश्वरत्न सागर सूरीश्वर जी महाराज साहब की प्रेरणा से एवं मार्गदर्शन में होगा। गुरु जन्मोत्सव को जीवदया दिवस के रूप में मनाया जाएगा। नगर की गोशाला में पशुओ की सेवा, जीवदया अनुकम्पा दान के आयोजन होंगे। श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ एवं नवरत्न परिवार के संयुक्त तत्वाधान में सकल श्री संघ के माध्यम से अभियान प्रारंभ किया गया है।
कार्यक्रम के तहत इसमें पक्षीयों के लिए दाने और पानी का इंतजाम किया जाएगा व नगर के प्रमुख स्थलों पर पक्षियों के पानी पीने के लिए मिट्टी के सकोरी की स्थापना की जाएगी इस अभियान को गुरु जन्मोत्सव सेवा महोत्सव नाम दिया गया है। नवरत्न परिवार की राष्ट्रीय कार्यकारणी ने बताया कि जैन समाज के दुनियाभर में रहने वाले सभी सदस्य इस सेवा महोत्सव से जुड़ेंगे । हर नगर, कस्बे व गांव में समाजजन को गुरु जन्मोत्सव पर्व पर जीवदया कार्य से जोड़ा जा रहे है ग्रीष्मकाल में परिंदों के लिए सभी जगह दाने व पानी की व्यवस्था हो सके।
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