भांडुप-मुलुंड के बीच रहते आदिवासियों की स्थिति दयनीय

युथ फोरम व एकात्मिक आदिवसी विकास प्रकल्प का कार्यक्रम                                   
मुंबई -भांडुप व मुलुंड के बीच स्थित खिंडीपडा व पलस पाड़ा के आसपास रहते आदिवासियों की स्थिति बहुत ही दयनीय हैं. यह लोग बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं. सरकार ने मानवीय दृश्टिकोण रखकर इन्हे पानी और बिजली की सुविधा देनी चाहिए. यह लोग पिछले कई सालों से यहां रह रहे हैं.
भायंदर स्थित सामाजिक सांस्कृतिक सगठन यूथ सोशल एंड वेलफेयर फाउंडेशन व एकात्मिक आदिवसी विकास प्रकल्प,मुंबई ने परिवारों को जीवन जरूरियात सुविधाएं मुहैया करने की मांग  सरकार से की हैं.
युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन व अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हाईस्कूल की संचालिका तथा फोरम की महासचिव निर्मला माखीजा के सहयोग से गांव में अनाज वितरित किया.गांववालों ने बताया की उनके परिवार कई पीढ़ियों से इस क्षेत्र में रह रहे हैं,परंतु आश्वासनों के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला. यूथ फोरम की महासचिव श्रीमती माखीजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व महाराष्ट्र सरकार से इन परिवारों को बुनियादी सुविधाएँ मुहैया कराने हेतु रास्ता निकलने की मांग की हैं. यहाँ कुछ भी काम पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना किये जा सकता हैं.प्रकल्प अधिकारी सुप्रिया चव्हाण ने कहा की वे सरकार को यहाँ की स्थिति से अवगत करा देगी व इनका जीवन कैसे सुधारा जा सकता हैं इसके लिए प्रयास करेगी. इस अवसर पर सुषमा देवड़े,विष्णु पारीक,राहुल यादव आदि उपस्थित थे.                                                         

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