श्री राजेंद्रसूरि गुरूमन्दिर का शिलान्यास

...शासन प्रभावना...
वेले (पूना )-करुणा मंदिर सेवा प्रतिष्ठान वेले (महा.) नगर की धर्मधरती पर सूरि जयंतसेन गुरुदेव के सुशिष्यरत्न एवं गच्छाधिपति आ.भ.श्री नित्यसेन सूरिजी म.सा., आ.भ.श्री जयरत्नसूरिजी म.सा. के आज्ञावर्ती
श्रुतप्रभावक मुनिराज श्री वैभवरत्न विजयजी म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में श्री राजेंद्रसूरि गुरूमन्दिर का शिलान्यास 6 जून को शुभ मुहूर्त में लाभार्थी शा. दीपचंदजी सोनराजजी कटारिया संघवी, (धाणसा-पुणे) फर्म- अलका स्टील परिवार द्वारा हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ.
कार्यक्रम की शुरुवात परम पूज्य श्रुतप्रभावक गुरुदेव श्री के प्रभाविक प्रवचन से हुई. श्री जीरावला पार्श्वनाथ जिन मंदिर निर्माण के संपूर्ण लाभार्थी सोहनराजजी टीकामचंदजी गुंदेशा (जालोर-पुणे) परिवार है.संपूर्ण गुरूमन्दिर, श्रमण उपाश्रय,गौशाला प्याऊ, पानी की टंकी आदि का लाभ संघवी परिवार ने लिया हैं.550 गौमाता से सुशोभित गौशाला की 120 दिन की तिथियों का लाभ विविध पुण्यशाली परिवारों ने लिया पूज्यश्री की निश्रा में आगामी 12 जून को कराड़ नगर स्थित श्री नमिनाथ जिनमंदिर का वार्षिक ध्वजारोहण उत्सव होगा.ज्ञात हो मुनिराज का इस वर्ष का चातुर्मास दक्षिण भारत के बीजापुर शहर में होगा. यह उनका दक्षिण भारत की धरती पर पहला चातुर्मास हैं. चातुर्मास के दरम्यान गुरुदेव की निश्रा में अनेक धार्मिक सामाजिक अनुष्ठान संपन्न होंगे. लोगो में उनके चातुर्मास को लेकर जबरदस्त उत्साह हैं और संघ इसे ऐतिहासिक बनाने की तैयारी कर रहा हैं. 

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