नित्यानंदसूरीस्वरजी का भव्य चातुर्मास प्रवेश

 21 जुलाई अनुकंपा दिवस के रूप में मनेगा जन्मदिन  
 दीपक आर जैन 
मुंबई-परम पूज्य पंजाब केसरी आचार्य श्री विजय वल्लभसूरीस्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति शांतिदूत  आचार्य श्री विजय नित्यानंदसूरीस्वरजी म.सा. आदि ठाणा का चातुर्मास प्रवेश मुंबई की ऋदय स्थली दादर में भव्य रूप से हुआ.उनका चातुर्मास प्रवेश 11 जुलाई को सम्पन्न हुआ.संस्कार संवर्धक चातुर्मास को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह हैं व संघ इसे ऐतिहासिक बनाने की तैयारियों में लगा हैं. श्रीमती शांताबेन पुखराजजी रतनपारिया चौहान परिवार ने बड़ी संख्या में जैन संघों से गुरुदेव के दर्शन वंदन का लाभ लेने की अपील की हैं.
 श्री राज मरुधर जैन संघ के तत्वावधान में होनेवाले चातुर्मास में गुरुदेव के अलावा पन्यास श्री धर्मशीलविजयजी,ओजस्वी वक्ता मुनि मोक्षानंदजी आदि ठाणा 6 के अलावा साध्वी सुमंगलाश्रीजी की प्रशिष्या साध्वी पूर्णप्रज्ञाश्रीजी आदि ठाणा 4 का भी प्रवेश हुआ. दादर(वेस्ट),भवानी शंकर रोड से विशाल जनसंख्या में देश विदेश से उपस्थित लोगों की उपस्थिति में भव्य प्रवेश के बाद विराट महासभा हुई.शुरुवात गुरु आत्मारामजी के कलश स्थापना व दीप प्रज्वलन से हुई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्य न्यायाधीश मार्केंडय काटजू व राष्ट्रपति के ओएसडी अंकित जैन थे. इस अवसर पर विधायक राज के. पुरोहित ,विधायक कालिदास कोलंबकर सहित अनेक मान्यवर उवस्थित थे.
कार्यक्रम में पाकिस्तान स्थित जैन मंदिर व धर्मस्थलों की वर्त्तमान स्थिति पर लिखित पुस्तक वीरान विरासतें की गुजरती आवृत्ति का विमोचन हुआ .इसके मूल लेखक इक़बाल केसर (पाकिस्तान)हैं. इसका प्रकाशन अर्हम स्पिरिचुअल सेंटर मुंबई तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ जैनोलॉजी मुंबई ने किया हैं. चातुर्मास दौरान अनेक धार्मिक सामाजिक उपक्रम होंगे. 21 जुलाई को नित्यानंदसूरीस्वरजी म.सा. का जन्मदिवस अनुकंपा दिवस के रूप में मनाया जाएगा. 25 सितंबर को गुरु वल्लभ की 65 वीं पुण्यतिथि गुरु वल्लभ दीपोत्सव पर्व के रूप में होगी.
मोक्षानंदजी ने बताया की संक्रांति 16 जुलाई,17 अगस्त,17 सितम्बर व 17 अक्टूबर को होगी. शनिवार को बाल शिविर के अलावा पर्युषण तक प्रत्येक रविवार सिविशिस्ट अत्यंत भव्य महाआयोजन,अलौकिक अनुष्ठान संपन्न होंगे. तथा पर्युषण बाद जीये तो जीए कैसे,मनवा तू राम,तू रावण,गौरवशाली जैनत्व,रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय पर विशेष शिविर होगी. 29 दिवसीय श्री शत्रुंजय महातप की सामुदायिक आराधना होगी. गुरुदेव के जन्मदिवस पर विविध प्रतियागिताओं के साथ  अनेकोनेक आयोजन व विशेष संघ पूजन होगा.भक्ति की धूम विनीत गेमावत व संचालन ओम आचार्य ने किया. 

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