आचार्य पदवी उपलक्ष में तीन दिवसीय महोत्सव

आचार्य भगवंत तीर्थंकर के समान हैं- पद्मसागर 
दीपक आर.जैन/मुंबई
श्री शांतिधाम जैन तीर्थ,वटवा के तत्वावधान में राजनगर-अहमदाबाद की धन्यधरा पर योगनिष्ठ आचार्य श्री बुद्धिसागरसूरिस्वरजी म.सा. की सूरि परंपरा में राष्ट्र संत आचार्य श्री पद्मसागरसूरीस्वरजी म.सा. के हाथों पन्यास प्रवर श्री अरविंदसागरजी म.सा. व  पन्यास प्रवर श्री महेन्द्रसागरजी म.सा. को जिनशासन का सर्वोच्च ऐसा सूरीपद प्रदान किया जायेगा. इस उपलक्ष में भव्य महोत्सव का आयोजन किया गया हैं जिसमे देश विदेश से भक्त उपस्थित रहेंगे.
जैन तीर्थ की और से जारी विज्ञप्ति के अनुसार 15 से 17 अप्रेल तक महोत्सव आचार्य बुद्धिसागरसूरि  पद प्रदान वाटिका,नारंगपुरा में राष्ट्र संत आचार्य श्री पद्मसागरसूरीस्वरजी म.सा,,पद्मगौरव आचार्य श्री वर्धमानसागरसूरिस्वरजी म.सा. आदि ठाणा की निश्रा में होगा. सूरिपद 17 आपरेक को प्रदान किया जाएगा. इस अवसर पर भव्य रथयात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से निकलेगी.
आचार्यश्री पद्मसागरसूरीजी ने बताया की समग्र सृष्टि के कल्याण के परिपेक्ष्य में स्थापित हुआ भव्य वरदान हैं,जिसमे महापुण्य  उदय से प्रवेश मिलता हैं और जिनशासन की याशोज्ज्वल परंपरा को अक्षुण्ण रखनेवाले आचार्य भगवंत तीर्थंकर के समान हैं.श्रमणचर्या,संघ व्यवस्था एवं आचारमार्ग की विशुद्धि गीतार्थ आचार्य भगवंतों की ही कृपादेंन हैं. उन्होंने बताया की पंच परमेष्ठि के तृतीय पद पर शोभित,(36X 36) १२९६ गुणों से जिनका जीवन अलंकृत हैं ऐसे 'आचार्य भगवंत'सम्यवत्व तथा मोक्ष के मूलाधार हैं.प्रभुवीर की सूरिप्रभावक परंपरा की संवाहक बनी सागरशाखा के यशस्वी नक्षत्र समान योगनिष्ठ आचार्य श्री बुद्धिसागरसूरिस्वरजी म.सा.हैं. उनके ही उज्जवल उपक्रम में आचार्य कीर्ति,कैलाश,कल्याण ने प्रभु वीर व योगनिष्ठ गुरुदेवश्री के अध्यात्म योगधर्म को अबाधित रखा हैं. ज्ञात हो इसमें आचार्य पद्मसागरसूरिस्वरजी म.सा. का भी समावेश हैं.सागर शाखा के सूरि सिंहांसन पर यशस्वी उपन्यास के स्वर्णिम पन्नों पर पन्यास प्रवर श्री अरविंदसागरजी म.सा. व  पन्यास प्रवर श्री महेन्द्रसागरजी म.सा. का नाम भी जुड़ने जा रहा हैं.

आचार्य श्री पद्मसागरसूरीस्वरजी म.सा,ने पूज्य आचार्य श्री अरूणोदयसागरसूरिस्वरजी व आचार्य श्री विनयसागरसूरीस्वरजी म.सा के इन दो शिष्यों की प्रभावकता-विश्वसनीयता तथा योग्यता की आधारशीला पर दोनों ही पन्यास प्रवरों को सूरिपद प्रदान करने का मंगल मुहूर्त प्रदान किया थादोनों गुरु भगवंतों को आचार्य पद दिए जाने पर विधायक नरेंद्र मेहता,महापौर गीता भरत जैन,शांति वल्लभ टाइम्स के संपादक दीपक आर. जैन,गुरु भक्त महावीर दुग्गर आदि ने बधाई दी हैं.  

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