संदेश

फ़रवरी, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सोच रुक गयी तो सब रुक जायेगा-कविता विजय सिंह /प्रिंसिपल राम रत्ना विद्धा मंदिर

चित्र
सोच रुक गयी तो सब रुक जायेगा-कविता विजय सिंह /प्रिंसिपल राम रत्ना विद्धा मंदिर  दीपक आर जैन  मुंबई की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में से एक राम रत्ना विद्धा मंदिर का प्रिंसिपल होना बड़े गौरव की बात हैं और इसी पद पर अपना दायित्व बड़ी ही सफलता से निभा रही कविता विजय सिंह कहती हैं आज शिक्षित व्यक्ति दुनिया में सफलता की बुलंदियों को चु सकता हैं. शिक्षा तो हर जगह अच्छी मिलती हैं औए शिक्षस्क शिक्षिकायें अपने दायित्व का बहुत ही अच्छे से निर्वाह करते हैं. सामनेवाले पर हैं की वो किस तरह ग्रहण करता हैं. उत्तरप्रदेश के मिर्ज़ापुर की रहनेवाली कविताजी मुंबई में पाली बड़ी जो आज अपनी सफलता का श्रेय पितारामधारी सिंह और पति विजय सिंह को देती हैं. वे कहती हैं की उनके पिता की बदौलत आज वे इस मुक्काम पर हैं जिन्होंने लड़को की तरह हमें जीवन जीने दिया और हर वो आजादी दी जिसकी हम हकदार थे. फिर चाहे पढाई हो या जीवन में आगे बड़ने के लिए कोई कार्य. बीएससी,बीएड,एमएससी के बाद भी रुच हमेशा बच्चो को पढ़ाने के प्रति ही थी और शुरुवात हुई डोंबिवली के स्कूल से लेकिन जल्द ही दक्षिण मुंबई  के कब्बुबाई स्कूल में मौका मिला.

जीवन को इंटरनेट तक सीमित ना रखे-डॉ सुदेशकुमार धारसकर / भायंदर

चित्र
जीवन को इंटरनेट और वीडियो तक सीमित ना रखे-डॉ सुदेशकुमार धारसकर / भायंदर  दीपक आर जैन  डॉ सुदेशकुमार धारसकर चिकित्सा के साथ साथ मनोवैज्ञानिक के रूप में भी जाने जाते हैं और यही वजह हे की उन्होंने कई परिवारो को टूटने से बचाया हैं तो अनेक बच्चों के जीवन में बदलाव आया हैं. पिछले 25 वर्षो से सेवारत डॉ. धारास्कर अमरावती जिले के अंजनगांव सुरजी के हैं. पिता होटल व्यवसाय में थे लेकिन शुरू से ही लोगों की सेवा करने के इच्छुक होने के चलते वे डॉक्टर बने जिसमे उनके पिता ने पूरा सहयोग ओर प्रोत्साहन दिया. उनके परिवार में अब कुल 18 डॉक्टर हैं तथा 12 पोस्ट ग्रेजुएट हैं.पिता शिक्षित नहीं थे लेकिन उनकी इच्छा थी की उनके परिवार का हर बच्चा पढ़े. अकोला में मेडिकल पढाई पूरी करने के बाद 1989 में खर के अस्पताल में नौकरी की लेकिन फिर भायंदर में खुद का अस्पताल शुरू किया. वे बताते है की उन्होंने खेत,होटल आदि कई जगहों पर काम किया. संघर्ष से कभी नहीं डरे और जीवन में आगे बढ़ने के लिये पत्नी डॉ. संध्या का पूरा सहयोग और साथ मिला. उन्होंने बताया की डॉक्टरी के साथ साथ सामाजिक कार्यों में कॉलेज के दिनों से ही रूचि थी

हालात ने बनाया रिक्शा ड्राइवर -शांतिलाल व्यास /भायंदर

चित्र
आर्थिक परिस्थितियों ने अगर साथ दिया होता तो आज किसी बड़ी कंपनी को अपनी सेवा दे रहा होता. लेकिन 8 वीं कक्षा के बाद जैसे तैसे 10 की परीक्षा पास की और घर की जवाबदारी मेरे पर आ गयी. संघर्ष बहुत था लेकिन हार माननेवालों में से  था. कहते हैं पिछलें 30 वर्षों से मीरा-भायंदर में रिक्शा चलाकर अपने परिवार पालते शांतिलाल व्यास. राजस्थान के पाली जिला के मुंडारा गांव  निवासी शांतिलाल के पिता मंदिर के पुजारी थे. भायंदर सेकंडरी स्कूल से दसवीं पास करने के बाद परिवार की जवाबदारी ने रिक्शा चलाने को मजबूर कर दिया. 1985 में रिक्शा चलाना शुरू किया ओर वर्ष 1987  स्वयं रोजगार योजना से कर्ज लेकर रिक्शा खरीदी थी  दिलाने में भायंदर पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक शंकरराव झरेकर   थी।  1985 से शुरू हुआ यह सफर आज भी जारी हैं.शांतिलाल कहते  हैं की भगवान की कृपा हे की उन्हें आजतक कोई गलत आदत नहीं लगी. उन्होंने बहुत दुखों का सामना किया हैं इसलिये रस्ते पर जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करने का पूरा प्रयास करते हैं. अपनी गाड़ी पर उन्होंने लिखा था दुल्हन ही दहेज़ हैं जिसके लिए उन्हें पहचाना जाता था. उन्होंने इसे सिर्फ लिखा

भायंदर के रिक्शा चालक का लड़का बना टॉपर

चित्र
भायंदर के रिक्शा चालक का लड़का बना टॉपर  दीपक आर.जैन / भायंदर  पिछले 30 वर्षों से रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करनेवाले शांतिलाल व्यास के बड़े पुत्र जितेश व्यास ने मार्च 2015 की बीबीआयी(बेचलर इन बैंकिंग) की परीक्षा में टॉप 10 में जगह बनाने में सफलता हासिल की हैं. भायंदर(पश्चिम) में रहते जितेश मुंबई की प्रतिष्ठित हिंदुजा कॉलेज में पढ़ता हैं.जितेश राजस्थान के पाली जिला अंतर्गत आते मुंडारा गांव के हैं.  जितेश ने मार्च 2015 में संपन्न हुई बीबीआयी की परीक्षा में स्त्री और पुरुष दोनों वर्ग में छठां तथा पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं. जितेश आगे चलकर बैंकिंग क्षेत्र में ऊंचे पद पर पहुंचना चाहता हैं तथा आर्थिक परिस्थितियों ने साथ दिया तो एमबीए इन फाइनेंस करना चाहता हैं. वर्तमान में वह बैंकिंग से जुडी परीक्षाओं के लिए मेहनत कर रहा हैं व किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में बड़ा पद हासिल करना चाहता हैं. उनकी इस सफलता पर मीरा-भायंदर की महापौर गीता भारत जैन,नगरसेवक डॉ रमेश जैन,पत्रकार प्रकाश लिमये,सूरजप्रकाश सांडेसर,युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन ने बधाई दी हैं. गीता जैन ने उ

यात्रियों को जागरूक करने आर पी एफ के प्रयास सरहानीय

चित्र
राहुल एजुकेशन सोसाइटी में कार्यक्रम   भायंदर  -भारतीय पश्चिम रेलवे महिलाओंं की सुरक्षा के लिए हर वो उपाय कर रही है जो जरूरी हे और इसमें कोई कोताही न हो इस पर भी ध्यान दिया जा रहा हे. सुरक्षा तभी संभव हे जब आप भी पुलिस को पूरी तरह सहयोग करेंगे और आपके साथ घटित घटना की जानकारी पुलिस को देंगे. हमारी कोशिश हे की सुरक्षा के प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए हम ज्यादा से ज्यादा यात्रियों तक पहुंचे. उपरोक्त विचार रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ) के सुरक्षा आयुक्त आनद विजय झा ने व्यक्त किये. झा राहुल एजुकेशन सोसाइटी में युथ फोरम के सहयोग से आयोजित महिला सुरक्षा पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे. भायंदर (पूर्व) अतीत कॉलेज प्रांगण में हुए कार्यक्रम में झा ने पश्चिम रेलवे  आरपीएफ ने सुरक्षा संबंधी  उठाये कदमों की विस्तार से जानकारी दी व वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से भी उन्हें बताया की किस तरह छोटीसी असावधानी के कारण यात्री जान से जाते हे. उन्होंने कहा की महिलाओं  स्वयं सुरक्षा को लेकर जागरूक रहना होगा तभी पुलिस भी अपराधियों को पकड़ने में सफल होगी. झा ने कहा की वे निडर होकर शिकायत दर्ज कराएं

सकारात्मक सोच देती हे जीवन को नई दिशा

चित्र
नकारात्मकता को दूर रखे      दीपक आर.जैन             भायंदर - जीवन में अगर सफल होना हे और उचाईयों को छूना हे तो सकारात्मक सोच आवश्यक नहीं बल्कि बहुत जरूरी हे. आपकी आपकी सोच ही आपके जीवन की दिशा तय करती है. आगे बढ़ने के लिए नकारात्मक विचारों को को अपने से हमेशा दूर रखिये तभी सफलता आपके कदम चूमेगी. उपरोक्त विचार  लाइफ चेंजिंग सेमिनार के प्रणेता   लायन राधेश्याम मौर्य ने व्यक्त किये,जो अपने सेमिनारों के माध्यम से  सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं व चाहते हैं की आज की युवा पीढ़ी संस्कारी बने व देश की परम्पराओं को भी आधुनिकता के साथ अपनाएं.  मौर्य ने कहा कि जैसे हमारे विचार होते हे ,वैसे ही हमारा जीवन और व्यक्तित्व बनता हे। सफलता पाने के लिए अपना लक्ष्य तय कर काम करे तो असफलता कभी आपके समक्ष नहीं आयेगी.उन्होंने  इसी तरह हमारी सफलता इसी पर निर्भर हे की हम उस कार्य के को पूर्ण करने हेतू हममे कितना आत्मविश्वास है.मौर्य ने कई सफल व्यक्तियों के जीवन पर प्रकाश डाला व बताया कि तकलीफों में भी उन्होंने हार नहीं मानी जैसे पद्मश्री अरुणिता सिन्हा, धीरूभाई अम्बानी,जकरबर्ग, माइक्र

जयन्तसेसूरीश्वरजी म.सा का 63 वा दीक्षा दिन पर अनेक आयोजन

चित्र
बागरा जिनमंदिर का शताब्दी महोत्सव  ओलीजी व ज्ञानायतन शिविर  होगी 72 जिनालय में   दीपक आर जैन  बागरा राजस्थान  श्री चिंताम मणि  पार्श्वनाथ जिनप्रासादे शताब्दी महोत्सव (11फरवरी से प्रारम्भ) ,राष्ट्रसंत  गच्छाधिपति  आचार्य श्रीमद विजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी म.सा का 63वाँ दीक्षा दिवस (11फरवरी), 15 से 19 फरवरी पंचकल्याणक महोत्सव, (20फरवरी) पू. आचार्य श्री का 33वाँ पाटोत्सव एवं ध्वजारोहण कार्यक्रम ओर 21फरवरी को द्वार उदघाटन सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है.  परम पूज्य श्री चरित्ररत्नविजयजी म.सा. ने बताया कि राष्ट्रसंत आचार्य श्रीमद विजय जयन्तसेन सूरीश्वर जी म.सा आदि ठाणा का 10 फरवरी को बागरा श्रीसंघ द्वारा नगर मे एतिहासिक भव्यातिभव्य प्रवेश कराया जायेगा। गुरुदेव की उपस्थिति में बागराके  श्री चिंतामणी पार्श्वनाथ जिनप्रासाद (जिनालय) के 100 वर्ष (शताब्दी) पुर्ण होने पर शताब्दी महोत्सव मनाने का निर्णय लिया था ओर गुरूदेव से पेपराल तीर्थ मे चातुर्मास के दौरान उन्होंने इस कार्यक्रम मे निश्रा प्रदान करने की विनती की थी ,जिसकी उन्होंने स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही समय के अभाव के कारण ब

स्वच्छ भारत अभियान में बच्चों की अहम भूमिका

चित्र
वेलंकनी स्कूल का कार्यक्रम  भायंदर -भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान में विद्द्यार्थियों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हे और वे इसमें सक्रिय रहे तो यह अभियान पूरी तरह सफल होगा क्योंकि वे ही हे जो बड़ों के कचरा फेकने की या दुसरी आदतों को सुधार सकते हे. उन्होंने कहा की बच्चे देश का भविष्य हे और वे अच्छे नागरिक बनकर राष्ट्र की सेवा करे. उपरोक्त विचार मीरा-भायंदर की महापौर गीता भारत जैन ने अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हांइस्कूल एंड जूनियर कॉलेज,गुड शेपर्ड स्कूल के वार्षिकोत्सव में व्यक्त किये.समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने स्कूल के कार्यों की प्रशंसा की व हर सहयोग का आश्वाशन दिया. भायंदर(पश्चिम) स्थित सुभाषचन्द्र बोस मैदान पर आयोजित  कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व विधायक हेमेन्द्र मेहता ने किया. इस अवसर पर पश्चिम रेलवे के सुरक्षा  आयुक्त आनंद विजय झा को आर पी एफ में उत्कृष्ट सेवाओं के लिये मोहनराज डी बम्बोरी पुरस्कार व पत्रकारिता के लिये सुरेश गोलानी को प्रतिभा सम्मान प्रदान किया गया. मुख्य अतिथि विधायक नरेंद्र मेहता,समाजसेवी रमेश बम्बोरी,अग्रवाल सेवा समिति के नटवरलाल

स्थानीय महानगरपालिका खेल और खिलाडियों को प्रोत्साहन दे- दीपक गुप्ता / क्रिकेट प्रशिक्षक

चित्र
स्थानीय महानगरपालिका खेल और खिलाडियों को प्रोत्साहन दे-                                                            दीपक गुप्ता / क्रिकेट प्रशिक्षक   देश में जहां भी महानगरपालिकाएं हे वहां के प्रशाशन और स्थानीय सत्ताधारी नेताओं को वहां रहते खिलाडियों के साथ साथ खेलों को प्रोत्साहन देना होगा जिससे ज्यादा से ज्यादा युवाओं को उपरी स्टार तक आगे बढ़ने का मौका मिलेगा और देश का नाम रोशन होगा. आज हमारे पास अनगिनित क्षेत्रों में प्रतिभाएं हे लेकिन पैसों के अभाव में उनकी प्रतिभाएं दम तोड़ देती हे. उपरोक्त विचार लंबे संघर्ष के बाद भी क्रिकेट में एक मुकाम हासिल करने के लिए प्रयत्नशील दीपक गुप्ता ने व्यक्त किये. भायंदर पश्चिम के सेकंडरी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा के समय से ही दिलो दिमाग पर क्रिकेट का भूत सवार था. हाल ऐसे थे की खेलने के लिये सामान तो दूर जूते खरीदने के भी पैसे नहीं थे. ऐसी परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारी और खेलना जारी रखा और ऐसे में चैंपियंस क्रिकेट क्लब के प्रशांत दवे ने प्रतिभा को पहचाना और उसे निखारना शुरू किया. आज वे क्रिकेट प्रशिक्षक के रूप में दवे सर के मार्गदर्शन में न