संत-समागम और विश्वमैत्री- महोत्सव का भव्य आयोजन संपन्न
देवेंद्र ब्रम्ह्चारी जी के मार्गदर्शन में हुआ कार्यक्रम
मुंबई :- विश्व की समस्त संस्कृति को साथ लेकर चलने से ही विश्व मे शांति संभव है, भगवान महावीर के दिये शब्द स्वर्ण अक्षरों में लिखने का नहीं बल्कि आचरण में उतारने की आवश्यकता है। दुनिया मे आज अहिंसा से ही शांति संभव है।
उपरोक्त विचार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने व्यक्त किए।वे देवेंद्र ब्रम्ह्चारी के मार्गदर्शन में महावीरायतन फाउंडेशन द्वारा आयोजित संत-समागम और विश्वमैत्री- महोत्सव कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुम्बई के बिरला मातोश्री सभाग्रह में आयोजित कार्यक्रम में दिगंबर, श्वेतांबर, तेरापंथी और स्थानकवासी संघ के साधुगण में अचलगच्छाधिपति आचार्य श्री कलाप्रभसागर सूरीश्वरजी म. सा. आदि ठाणा-६,आचार्य श्री मतिचन्द्रसागर सूरीश्वरजी म. सा. आदि ठाणा-2, मुनिश्री 108 प्रणुतसागर जी महाराज, मुनि श्री कुलदीप कुमारजी म. सा. आदि ठाणा-२ के अलावा निमंत्रित धर्म गुरूओं का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ और उनकी अमृत वाणी से सभा में सकारात्मक ऊर्जा मिली।
कार्यक्रम के सूत्रधार देवेन्द्र ब्रम्ह्चारी ने भगवान महावीर स्वामी के बताए पथ पर चलते हुए देश और विश्व के हर वर्ग को जोड़ने की बात कही।अतिथि विशेष केंद्रीय समाज कल्याण मंत्री रामदास अठावले ने संक्षिप्त और सारगर्भित उदबोधन से सबको प्रभावित किया। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि संस्कृति को आगे रखते हुए विकास के पथ पर बढ़ना ही सही विकास है।महाराष्ट्र शासन में मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, राजस्थान सरकार में मंत्री झाबरसिंह खर्रा ,राज्यसभा के युवा सांसद मिलिंद देवड़ा ने भी भगवान महावीर के बताए हुए सिद्धांत के पालन से विश्व मे शांति संभव है।
इस अवसर पर देश और समाज के लिए अपना विशेष योगदान देने वाले सर्व गणपत कोठारी, राकेश कोठारी, उत्तम बाफना, मनीष गोधा(इंदौर), डॉ राहुल सुबोध साहो, उत्तम शाह और प्रशांत झवेरी को समाज-गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया।कार्यक्रम का संचालन लवकेश जैन ने किया
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