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जुलाई, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जैन समाज को एक करने के प्रयास हो

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दिव्येश चन्द्र सागरजी के प्रवचन  भायंदर- समस्त जैन समाज को एक करने के प्रयासों पर बहुत गंभीरता से काम होना चाहिए. यह आज की आवश्यकता हैं. देवसूर तपागच्छ सरंक्षक,आगम विशारद परम पूज्य आचार्य श्री आनंदसागरजी म.सा. जैन धर्म में एक मिशाल थे. उन्होंने जैन धर्म के विकास विस्तार के लिए जो कुछ किया वह कुछ शब्दों में बताना बहुत मुश्किल कार्य हैं. उनके बारे में जितना बोला जाएं कम होगा. उपरोक्त विचार भायंदर (वेस्ट) स्थित सीमंधर स्वामी जैन मंदिर में श्री पार्श्व प्रेम श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ के तत्वाधान में चातुर्मास हेतू बिराजमान राष्ट्र संत आचार्य श्री अशोकसागरसूरीस्वरजी म.सा. के शिष्य रत्न पन्यास प्रवर श्री दिव्येश चंद्र सागरजी म.सा. ने विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये. वे 45 आगम के विशारद थे. उन्होंने बताया की चातुर्मास के लिए जब सभी जैन संघो ने आचार्य पदवी के लिए विनंती की तो उन्होंने लेने से इंकार कर दिया व कहा की वे इसके  काबिल नहीं हैं जबकि वे अद्भुत ज्ञानी थे.लेकिन जब संघ का आग्रह देखा तो कहा की मेरी एक शर्त हैं की सूरत शहर के सभी संघ एक होते हैं तो में आचार्य पद ख़ुश

सरलता से मिलती हैं सफलता-प्रभाकरसूरीस्वरजी म.सा

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भायंदर- जीवन में जितनी सरलता होगी सफलता उतनी जल्दी मिलेगी. दिनचर्या में मन को आनंदित करते हुए अपने कार्य करो. पूर्णता का आनंद प्राप्त करने के लिए जो हैं उसी में संतोष करों. अपने व्यव्हार को सरल बनाओ इससे अध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होगी. तप धर्म की साधना से अशुभ कर्मों का नाश होता हैं. चातुर्मास के दौरान जितना तप किया जाये उतना अच्छा हैं. उपरोक्त विचार जिनशासन गौरव परम पूज्य आचार्य श्री दक्षसूरीस्वरजी म.सा. के शिष्य सूरिमंत्र पार्श्व पद्मावती के साधक समकित सम्राट आचार्य श्री विजय प्रभाकरसूरीस्वरजी म.सा. ने विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये. पद्मावती नगर में चातुर्मास की सर्वोच्च साधना सिद्धितप की शुरुवात 22 जुलाई से आचार्य श्री की निश्रा में शुरू हुई. 45 दिन की इस साधना में 36 उपवास और 8 दिन के बियासने होते हैं. बियासना में दो टाइम  भोजन सूर्यास्त के पूर्व करना होता हैं और उपवास में केवल गरम पानी सूर्यास्त के पहले तक लेना होता हैं.पुण्य से सुख शांति की प्राप्ति होती हैं. उन्होंने कहा की  मनुष्य जीवन को सफल बनाने के लिए धर्म की शरण में जाना जरूरी हैं.यह तभी सफल होगा जब हम

पाटण नगर में हुआ पुण्य सम्राट गुरुदेव के शिष्य रत्नों का भव्य चातुर्मास

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दीपक आर.जैन  पाटण- गुजरात के पाटण नगर में  अध्ययन हेतु बिराजमान त्रिस्तुतिक जैनाचार्य गुरुदेव श्रीमद् विजय राजेंद्र सूरीश्वर जी महाराजा के प्रशिष्य पुण्य सम्राट युग प्रभावक गुरुदेव श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वर जी महाराजा के शिष्य रत्न एवं गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरीश्वर जी महाराज ओर आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय जयरत्न सूरीश्वर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री चारित्र रत्न विजय जी महाराज, मुनिराज श्री निपुण रत्न विजय जी महाराज आदि ठाणा 6 एवं साघ्वी श्री तत्वलता श्री जी आदि ठाणा 4 , साघ्वी श्री कुमुद प्रिया श्री जी आदि ठाणा4 , साघ्वी श्री रूचि दर्शना श्री जी आदि ठाणा 2 का भव्य चातुर्मास प्रवेश हुआ , मुनि भगवंतो एवं साघ्वी भगवंतो के चातुर्मास प्रवेश की शोभायात्रा नगर के प्रमुख स्थल बगवाडा चोक से प्रारंभ हुई जिसमें अनेक श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति में सुप्रसिद्ध बेंड के संगीत में परमात्मा ओर गुरुदेव के भाव भरे गीतों के गुंजन के बिच कलशधारी बालिकाओ  ओर सोभाग्यवंती महिलाओं ने सामैया किया ,  रजवाडी बगी में विश्व पूज्य गुरुदेव श्रीमद् विजय राजेंद्र सूरीश्वर जी महाराज एवं पुण

भांडुप-मुलुंड के बीच रहते आदिवासियों की स्थिति दयनीय

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युथ फोरम व एकात्मिक आदिवसी विकास प्रकल्प का कार्यक्रम                                    मुंबई -भांडुप व मुलुंड के बीच स्थित खिंडीपडा व पलस पाड़ा के आसपास रहते आदिवासियों की स्थिति बहुत ही दयनीय हैं. यह लोग बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं. सरकार ने मानवीय दृश्टिकोण रखकर इन्हे पानी और बिजली की सुविधा देनी चाहिए. यह लोग पिछले कई सालों से यहां रह रहे हैं. भायंदर स्थित सामाजिक सांस्कृतिक सगठन यूथ सोशल एंड वेलफेयर फाउंडेशन व एकात्मिक आदिवसी विकास प्रकल्प,मुंबई ने परिवारों को जीवन जरूरियात सुविधाएं मुहैया करने की मांग  सरकार से की हैं. युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन व अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हाईस्कूल की संचालिका तथा फोरम की महासचिव निर्मला माखीजा के सहयोग से गांव में अनाज वितरित किया.गांववालों ने बताया की उनके परिवार कई पीढ़ियों से इस क्षेत्र में रह रहे हैं,परंतु आश्वासनों के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला. यूथ फोरम की महासचिव श्रीमती माखीजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व महाराष्ट्र सरकार से इन परिवारों को बुनियादी सुविधाएँ मुहैया कराने हेतु रास्ता निकलने की मांग की हैं. यहाँ कुछ भी काम पर्याव

युगंधर विजयजी म.सा. का चातुर्मास भायंदर में

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अनेक कार्यक्रमों का आयोजन  दीपक आर जैन  भायंदर -सुविशाल गच्छाधिपति आचार्य श्री जयघोषसुरिस्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न आचार्य श्री जयसुंदरसूरीस्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न शाहपुर तीर्थोद्धारक मुनि श्री युगंधर विजयजी म.सा. का चातुर्मास भायंदर के बावन जिनालय में हो रहा हैं. उनके साथ मुनि श्री शत्रुन्जयविजयजी म.सा,मुनि श्री इष्टसिद्धिश्रीजी म.सा. आदि ठाणा का भव्य चातुर्मास प्रवेश विशाल जन्मदनि की उपस्थिति में संपन्न हुआ. ज्ञात हो मुनिराज ने भायंदर में अपने पुरे परिवार के साथ दीक्षा (सन्यास) लिया था. दीक्षा के बाद उनकी दीक्षा भूमि यानी भायंदर में उनका यह पहला चातुर्मास हैं.महिलाओं को शासन प्रभावक आचार्य श्री अभयशेखरसूरीस्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी पूज्य साध्वी साध्वी इष्टसिद्धिश्रीजी म.सा. आदि ठाणा करवाएंगे. गुरुदेव का चातुर्मास श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ श्वेताम्बर मूर्तिपूजक बावन जिनालय जैन संघ में चल रहा हैं. चातुर्मास प्रवेश भायंदर (वेस्ट) में श्रीमती शणगार्बेन अमृतलाल शाह परिवार के निवास स्थान से शुरू हो विभिन्न मार्गों से होता हुआ मंदिर पहुंचकर धर्मसभा में तब्दील हुआ,जहां गुरुदेव ने चात

पर्यावरण की रक्षा हमारा दायित्व

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भायंदर- आज प्रदुषण दिनोंदिन बढ़ते ही जा रहा हैं जिसका मूल कारण वाहनों का बढ़ना और पेड़ों का कम होना हैं. हरे भरे पेड़ों को कई जगहों पर बिना सोचे समझे उजड़ा जा रहा हैं जो बहुत ही चिंता का विषय हैं.वातावरण एक प्राकृर्तिक परिवेश जो पृथ्वी नामक इस गृह पर हमारे जीवन को विकसित,पोषित और नष्ट होने में मदद करता हैं. उपरोक्त विचार नगरसेविका रीटा ने शाह ने किये. भायंदर (वेस्ट ) स्थित आरपीएफ बेरेक में रेलवे सुरक्षा बल,यूथ फोरम व भारतीय रेल प्रवासी एंड वेलफेयर एसोसिएशन की और से आयोजित वृक्षारोपण समारोह में बोल रही थी. कार्यक्रम के विशेष अतिथि नगरसेवक दरोगा पांडे थे. उन्होंने कहा की पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए वे हर तरह का सहयोग करेंगे. आरपीरफ भायंदर के पुलिस निरीक्षक विनायक शिंदे  की वृक्षारोपण कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा.उन्होंने बताया की बेरेक में 300 से ज्यादा पेड़ लगाने का प्रयास होगा. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रवासी संस्था के कमलेश शाह, युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन,समाजसेवक प्रमोद तिवारी,सूंदर कोनार,राहुल यादव,महेंद्र पटेल,विष्णु पारीख,एंड हरेंद्र सिंह,गौरांग कंसारा,महेंद्र मौर्य स

अनंतचंद्रविजयजी का चातुर्मास कुर्ला में

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आज होगा भव्य प्रवेश मुंबई-परम पूज्य पंजाब केसरी आचार्य श्री विजय वल्लभसूरीस्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति श्रुत भास्कर आचार्य श्री विजय धर्मधुरन्धरसूरीस्वरजी म.सा.के आज्ञानुवर्ती परम पूज्य समयज्ञ उपाध्याय श्री अनंतचंद्रविजयजी म.सा.,संगीत प्रेमी मुनि श्री अरिहंतविजयजी म.सा.,मुनि श्रुतदर्शनविजयजी,मुनि महाचंद्रविजयजी म.सा.,वर्तमान गच्छाधिपति हेमप्रभसूरीस्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी आनंदश्रीजी म.सा. की शिष्या तपस्विनी रतनमालाश्रीजी म.सा.,साध्वी मुक्तिमालाश्रीजी,साध्वी दिव्यरत्नमालाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा का भव्य चातुर्मासप्रवेश मुंबई उपनगर के कुर्ला शहर में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ. गुरुदेव का चातुर्मास प्रवेश तानाजी चौक, मिल रोड, कुर्ला (वेस्ट) से शुरू होने के बाद धर्मसभा में परिवर्तित हुआ. कार्यक्रम का संचालन संगीतकार निखिल सोनिगरा ने किया. समैया व अल्पहार का लाभ पंकुबेन किशनलाल सोनिगरा (खिवांदी) व जय जिनेन्द्र का लाभ घीसूलालजी पूनमचंदजी मुणोत (दादई) परिवार ने लिया.गुरुदेव के चातुर्मास को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह हैं.    

धर्म आराधना का पर्व है चातुर्मास

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दिव्येशचंद्र सागरजी का भायंदर में भव्य चातुर्मास प्रवेश  दीपक आर. जैन  भायंदर- धर्म आराधना का पर्व हैं चातुर्मास. इस पर्व में हम जितना धर्म करे कम हैं. व्रत,भक्ति और शुभ कर्म को चार माह का चातुर्मास कहा गया हैं. धर्म साधना करनेवालों के लिए यह माह अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं क्यूंकि इन चार माह के दौरान साधु संतों का सानिध्य पूरी तरह प्राप्त होता हैं.गुरु भगवंतों द्वारा लोगों को सदमार्ग दिखाया जाता हैं. उपरोक्त विचार शासन प्रभावक,राष्ट्र संत आचार्य श्री अशोकसागरसूरीस्वरजी म.सा. के शिष्य परम पूज्य पन्यास प्रवर श्री दिव्येश्चंद्र सागरजी म.सा. ने भायंदर (वेस्ट)स्थित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर में श्री पार्श्व-प्रेम श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में चातुर्मास प्रवेश के बाद विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये.इस अवसर पर उन्होंने चातुर्मास के महत्व के बारे में विस्तार से बताया.उन्होंने कहा जीवन में कभी काम से अपने को समय नहीं होगा लेकिन चातुर्मास के लिए हमे थोड़ा समय निकलना चाहिए. प्रवेश पर सामूहिक आयंबिल तप का आयोजन हुआ.गुरुदेव के साथ मुनि तत्तवेषचन्द्र सागरजी म.सा. आदि

चिदानंदसूरी का चातुर्मास ठाणे में

आचार्य श्री चिदानंद सुरिश्र्वरजी महाराजा का ठाणे में भव्य चातुर्मास प्रवेश दीपक आर.जैन  ठाणे- पंजाब केसरी आचार्य श्रीमद् विजय वल्लभसूरीस्वरजी म.सा.समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति शांतिदूत जैनाचार्य श्रीमद् विजय नित्यानन्द सूरीश्वरजी म.सा. के प्रथम  शिष्य तत्व चिंतक प्रवचनकार आचार्य श्री विजय चिदानंद सुरिश्वरजी म.सा.आदि ठाणा का आज भव्य प्रवेश मिनी शत्रुंजय स्वरुप व वल्लभ नगरी के रूप में प्रख्यात ठाणे नगरी में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ. श्री राजस्थान श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ व श्री ऋषभदेवजी महाराज जैन धर्म टेंपल एंड ज्ञाति ट्रस्ट के तत्वावधान में गुरुदेव के साथ मुनिराज लक्ष्मीचंद्र विजयजी म.सा.,मुनि श्री श्रुतानंदविजयजी म.सा. आदि ठाणा के अलावा नित्यानंदसूरीस्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी शासनरत्न साध्वी श्री अमितगुणाश्रीजी म.सा. (माताजी म.सा.),रत्नशीलाश्रीजी म.सा.,साध्वी कल्पदर्शिताश्रीजी म.सा.,साध्वी सिद्धिदर्शिताश्रीजी म.सा.,साध्वी विरागदर्शिताश्रीजी म.सा.,आदि ठाणा के साथ साथ गच्छाधिपति आचार्य श्री धर्मधुरन्धरसूरीस्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी श्री अमीनगुणाश्रीजी म.सा ,श्री प

पुलिस स्टेशन में रेनकोट वितरण

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वी फॉर यु का कार्यक्रम  भायंदर -सामाजिक क्षेत्रों में अग्रसर वी फॉर यु संस्था की और से पुलिस स्टेशन में कार्यरत 85 से ज्यादा जवानों को रेनकोट वितरित किये. संस्था अध्यक्ष भाविक अग्रवाल ने कहा की पुलिस विभाग दिन रात लोगों की सेवा करता हैं इसी को ध्यान में रखकर भारी बरसात को देखते हुए हमने सभी पुलिसवालों को रेनकोट देने का निर्णय लिया. भायंदर (वेस्ट)स्थित पुलिस स्टेशन में आयोजित कार्यक्रम पुलिस निरीक्षक चंद्रकांत पाटिल व अन्य अधिकारीयों की उपस्थिति में संपन्न हुआ. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पाटिल ने कहा जब समाज कंधे से कंधा मिलाकर हमारे साथ काम करता हैं तो बड़ा अच्छा लगता हैं.समाज में लोग जागरूक रहे तो शहर को अपराध मुक्त होने में भी देर नहीं लगेगी. उन्होंने वी फॉर यु द्वारा किये जा रहे सामाजिक कामों की प्रशंसा की. ज्ञात हो हर रविवार को संस्था की और से जरूरतमंदों को खाना खिलने के अलावा समय समय पर अनेक उपक्रम किये जाते हैं. कार्यक्रम को सफल करने मैं भवानीशंकर अग्रवाल, संस्था सचिव जिगनेश जीना,कमल जैन,वीरल जैन आदि का सहयोग मिला.