अशांति का सबसे बड़ा कारण क्रोध हे


                                                  अशांति का सबसे बड़ा कारण क्रोध हे 
दीपक आर जैन 
भायंदर- क्रोध पर नियंत्रण रखना  बड़ी बात नहीं हे, इसके लिये जरा से प्रयासों की जरुरत हे.क्रोधाग्नि का मुकाबला करने का सबसे पहला तरीका हे 'प्रगटीकरण'. अपने मन का क्रोध प्रगट करने से संतोष मिलता हे,लेकिन यह ऐसा भी न हो की हमे इसके लिए मे पछताना पड़े.क्रोध पर काबू रहा तो भावनिक तथा मानसिक मज़बूरी नहीं होती।
उपरोक्त विचार सामाजिक सांस्कृतिक संगठन युथ फोरम व चिकित्सको की प्रतिष्ठित संस्था एसोसिएशन ऑफ़ मेडिकल कंसलटेंट (AMC) की और से आयोजित लाइफ चेंजिंग सेमिनार मे लायन राधेश्याम मौर्या ने व्यक्त किये।यह उनका 15वां सेमिनार था.एमसी ने नालासोपारा(पश्चिम) के रिद्धी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल मे नर्सेस ट्रेनिंग प्रोग्राम का भी आयोजन इस अवसर पर किया था.मौर्या ने क्रोध विषय पर विस्तारपूर्वक बताया की किस तरह छोटी छोटी बाते हमारे जीवन को ख़राब कर रही हे.उन्होंने कहा कि आजकल सबकी सहन शक्ति कम गयी हे की जरा सी बात पर हम क्रोधित हो जाते हे और ऐसे समय मे ही हमें समतापूर्वक काम लेना चाहिये।उन्होंने कहा की गुस्सा करने से पहले एकबार जरूर सोच लेना चाहिए।क्योंकि आपने देखा होगा की अक्सर इसका परिणाम और खामियाजा हमारे साथ दूसरे भी भुगतते हे जो हमसे  हे.हमारी पारिवारिक अशांति का सबसे बड़ा कारण आज क्रोध हे जो हमेशा से ही विध्वंश करता हे.
मौर्या ने कहा जीवन की हर बात को सकारात्मक तरीके से ले देखिये यह जिंदगी बहुत हसीं  जायेगी। सकारात्मकता के सोचने के बाद सारा काम प्रकर्ति पर छोड़ दीजिये देखिएगा आपको इसके बेहतरीन परिणाम मिलेंगे।क्रोध पर नियंत्रण करने का सबसे अच्छा तरीका हे क्षमा करना।रोज हमे कुछ समय सोचने के लिये रखना चाहिये/दिनभर मे क्या हुआ,कोन से काम हुए,कोन से नही हुए,किसके साथ हमारा बर्ताव अच्छा था और किसके साथ गलत था,जिसने हमारे साथ बुरा बर्ताव किया व किसकी मुलाकात  बाद हमें क्रोध आया हो उसका नाम लेकर मन ही मन कहना चाहिये कि मैने उसे माफ़ कर दिया हे तो ऐसा करने से आपका मन भी शांत हो जायेगा।शरीर की उत्तेज़ना कम हो जाएगी और इसका परिणाम यह होगा की आप शांति से सो पायेंगें।क्रोध से मुकाबला करने का सबसे अच्छा मार्ग हे 'क्षमा शीलता 'का स्वीकार और क्रोध  नियंत्रण का यह सबसे अच्छा मार्ग हे.
कार्यक्रम मे डॉ एस.एन.अग्रवाल ने भी नर्सेस को सफलता के टिप्स दिये।उपस्थित मेहमानों का स्वागत डॉ वेंकट गोयल,डॉ विवेक द्विवेदी,लायन जे पी.शर्मा आदि ने किया।आभार फोरम के अध्यक्ष दीपक रमेश जैन ने व्यक्त किया।सेमिनार मे लायंस क्लब ऑफ़ भायंदर के अध्यक्ष लायन अशोक अग्रवाल,लायन अब्बासभाई जेतपुरवाला सहित विभिन्न अस्पतालों की 150 से ज्यादा नर्सेस उपस्थित थी.  मौर्या का आगामी सेमिनार 17 मई को गोरेगांव मे हे.                                 

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