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अधिवक्ता शीतल् जैन् को बेस्ट यंग ग्रेट पर्स्नलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार

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शिकागो की संस्था करेगी सम्मान इंदौर :- मध्य प्रदेश कि बेटी अधिवक्ता शीतल जैन ने विपरीत परिस्थितियों को हरा कर सफल मुकाम हासिल किया हैं शिकागो कि संस्था उन्हें बेस्ट यंग एटॉिरनी पर्स्नलिटी ऑफ थे ईयर अवार्ड 2023 से साल के अंत में भारत मे यह पुरस्कार प्रदान करेगी।इसकी घोषणा कला एटर्न रिथम्स् , शिकागो, संस्था के अध्यक्ष राज् देशमुख सहित विश्व विख्यात तबला वादक  ताल सम्राट आदित्य नारायण बनर्जी ने न्यू यॉर्क से इस पुरस्कार की घोषणा की।  ज्ञात हो विपरीत परिस्थितियों मे अक्सर इंसान हार जाता है, पर जो विपरीत परिस्थितियों को मात दे कर जो आगे बड़े सफलता उसका स्वागत करती है। ऐसी हि है मध्यप्रदेश के इंदौर कि बेटी अधिवक्ता शीतल जैन की कहानी है जो बचपन से ही कई कठिनाइयो का सामना करते हुए अपनी माँ के साथ फुटपाथ पर दुकान लगाकर विपरीत परिस्थितियों को मात देते हुए आज इंदौर सहित देश भर के विभिन्न क्षेत्रों मे एक सफल अधिवक्ता के रूप मे अपना मुकाम हासिल कर रखा है। उनको पहले भी कई सम्मान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुका है।  अवार्ड घोषित करते हुए ताल सम्राट पंडित आदित्य नारायण बनर्जी ने मीडिया को बता

हस्तकला निपुण पुरस्कार फिर शुरू करने की मांग

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उद्धोगमंत्री ने दियाया आश्वासन भायंदर :- सन 1992 से बंद किया गया हस्तकला निपुण पुरस्कार फिर से तत्काल शुरू करने के आदेश महाराष्ट्र सरकार के उद्योगमंत्री उदय सामंत ने विभाग के प्रधान सचिव को दिये है। मुंबई में उनके सरकारी निवासस्थान पर महाराष्ट्र के पूर्व राज्यमंत्री दर्जा एनसीपी प्रदेश महासचिव मीरा भाईंदर महानगरपालिका के पूर्व नगरसेवक डॉ आसिफ शेख ने उद्योगमंत्री उदय सामंत से मुलाकात कर उन्हें निवेदन दिया जिसपर फौरन उन्होंने संज्ञान लेकर आदेश दिया।इससे गाँव व शहरो के हस्तकला में माहिर छोटे बड़े कलाकारो कों लाभ मिलेगा।

कर्म के आधार पर है संसार में भिन्नता : युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण

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बुरे कर्मों से बचने को आचार्यश्री ने भगवती सूत्र के माध्यम से किया उत्प्रेरित   घोड़बंदर रोड - ठाणे :- (महाराष्ट्र) :-32 जैन आगमों में सबसे बड़ा ग्रन्थ भगवती सूत्र है। इस आगम के सूत्रों के आधार पर जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशमाधिशास्ता, अहिंसा यात्रा प्रणेता, राष्ट्रसंत आचार्यश्री महाश्रमणजी नियमित रूप से श्रद्धालुओं को नवीन प्रेरणा प्रदान कर रहे हैं। मुम्बई के नन्दनवन परिसर में बना तीर्थंकर समवसरण अपने तीर्थंकर के प्रतिनिधि के श्रीमुख से आगम सूत्रों का श्रवण करने और अपने जीवन को उससे भावित बनाने को नित्य प्रति श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में उपस्थित हो रहे हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को राजस्थानी भाषा में तेरापंथ धर्मसंघ के नवें अनुशास्ता आचार्यश्री तुलसी द्वारा रचित कालूयशोविलास के आख्यान को श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। देशभर से पहुंचे श्रद्धालु नन्दनवन परिसर में रहकर भी चतुर्मास का पूर्ण लाभ प्राप्त कर रहे हैं।  मंगलवार को तीर्थंकर समवसरण में उपस्थित श्रद्धालु जनता को जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशमाधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी ने भगवती सूत्र आगम के आधा

तपस्या करनेवालों की अनुमोदना करें :- कुलचंद्र सूरीश्वरजी

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जैनों का देश की आजादी में अतुलनीय योगदान ,:- कुलदर्शन विजयजी अहमदाबाद :- श्री गौतम स्वामी जैन संघ में चातुर्मास हेतु बिराजमान तपागच्छाधिपति आचार्य श्री विजय प्रेमसुरीश्वरजी म.सा.के आजीवन चरणोपासक व समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय कुलचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.ने कह की तपस्या करनेवालों की अनुमोदना करो ना कि हतोउत्साहित करें। पन्यास प्रवर श्री कुलदर्शन विजयजी म.सा.ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में अपने ओजस्वी प्रवचन में कहा कि जैनों ने देश विदेश में सिर्फ मंदिर ही नही बनायेन हैं बल्कि उनका देश की आजादी में भी अतुलनीय योगदान हैं।उन्होंने बताया कि  बहादुरशाह जफर के दोस्त लाला हुकमचंद जैन व उनके भतीजे फकीरचंद जैन को उन्हीं के मकान के आगे फाँसी पर लटका दिया गया था। इसी तरह मोतीचंद शाह, उदयचंद जैन, साबूलाल जैन, अर्जुनलाल सेठी जैसे अनेक क्रांतिकारी सेनानियों के कारनामों से इतिहास भरा पड़ा है। लगभग 5 हजार से भी अधिक जैन धर्मावलंबी जेल गये और सैकड़ों जैनियों ने जेल से बाहर रहकर तन—मन—धन से बढ़ चढ़कर तथा हर संभव सहयोग दिया । ज्ञात हो जब महाराणा प्रताप पर संकट आया तब सादड़ी (राणकपुर) के भ

तप जैन धर्म की प्राचीनतम परंपरा - दिनेश मुनि

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  अंजूदेवी मांडोत ने 30 दिनों तक केवल गर्म पानी के सहारे किया मासखमण तप  सूरत शहर में पहली बार संपन्न हुआ विशाल सांझी कार्यक्रम  सूरत - सूरत शहर के उपक्षेत्र वेसू स्थित गुरु पुष्कर भवन में चातुर्मास हेतु विराजित श्रमण संघीय सलाहकार श्री दिनेश मुनि जी मसा, डॉ द्वीपेन्द्र मुनि जी मसा, डॉ पुष्पेन्द्र मुनि जी म.सा. के सानिध्य में धर्म गंगा बह रही है। जिसमें जैन समाज के साथ अन्य समाजजन भी धर्म लाभ ले रहे हैं। गुरु पुष्कर संयम शताब्दी वर्ष को समर्पित इस चातुर्मास कि में जैन धर्मावलंबी तपस्या कर रहे हैं।  इसी क्रम में शनिवार को अंजूदेवी मांडोत के मासखमण की पूर्णाहुति के अवसर पर आयोजित “तप अभिनंदन” समारोह में श्रमण संघीय सलाहकार दिनेश मुनि ने कहा कि जैन धर्म की तपस्या शरीर को कष्ट देने के लिए नहीं होती, बल्कि शरीर को स्वस्थ रखने व विघ्न, बाधाओं को दूर करने के लिए होती है। तप भगवान की परम्परा की प्राचीनतम अराधना है। तपस्या करने से आत्मा पर चिपके बुरे कर्मों के पुदगल समाप्त हो जाते है। तप करने से आत्मा में अनन्त शक्ति जाती है आत्मा परमात्मा बन जाती है। सलाहकार दिनेश मुनि ने आगे कहा कि इस शरीर क

मनोवैज्ञानिक चिंतन क्या डायरी लिखना भी चिकित्सा हैं ?

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डायरी हमारी समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं। डॉ अरविंद जैन / भोपाल मा नव में मन का होना और मन का क्रियाशीलता भावों को प्रदान करती हैं भावों का चलना एक अनवरत प्रक्रिया हैं भावों/विचारों का जाग्रत हो या सोते समय या मौन अवस्था में या किसी से वार्तालाप के समय चलता रहता हैं ये भाव रचनात्मक / सकारत्मक / नकारात्मक / विध्वंसात्मक/धार्मिक /सामाजिक राजनीतिक या व्यापारिक कही भी हो चलता रहता हैं भावों से ही हमारी गति निर्धारित होती हैं । भावों से ही मनुष्य का की उत्थान या पतन होता हैं। वाणी के द्वारा अधिकांश हम अपने भावों का आदान प्रदान करते हैं उन भावों से हम अपने या दूसरों के दुश्मन भी बन जाते हैं। भावों का आदान प्रदान करते समय हम स्वयं या कम से कम एक व्यक्ति का होना अनिवार्य होता हैं ।इसके बाद गोष्ठी सम्मेलन में भावों का आदान प्रदान होता हैं भावों के आदान प्रदान से हम किसी के दोस्त बन जाते हैं या सकते हैं और दुश्मन भी पूरा व्यवहार भावों के द्वारा शब्दों के माध्यम से होता है जो किसी को अप्रिय लग सकता हैं और किसी को प्रिय एक बार दांतो और जीभ में लड़ाई हुई और दांत बोले में बत्तीस हुआ और तुम

संजय काटकर मीरा भायंदर मनपा के नए आयुक्त

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सिडको में कार्यरत थे भायंदर :- 09 अगस्त 2023 को महाराष्ट्र शासन ने मिरा भाईंदर महानगरपालिका आयुक्त तथा प्रशासक पद पर संजय काटकर (IAS) की नियुक्ति की गई हैं।इससे पूर्व वे सिडको नवी मुंबई में सह व्यवस्थापकीय संचालक पद पर कार्यरत थे। बुधवार से उन्होंने मिरा भाईंदर महानगरपालिका आयुक्त तथा प्रशासक का पदभार स्वीकार लिया हैँ।

सात दिवसाय एक्युप्रेशर शिविर का समापन -

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लायंस क्लब ऑफ नागदा काकार्यक्रम नागदा :- लायंस क्लब नागदा , जीवदया मानव सेवा समति , श्रीसमता सेवा संघ के सयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय एक्युप्रेशर चिकित्सा शिविर मानव सेवा समिति हॉल में 02 अगस्त से लगाया गया था | सात दिवसीय शिविर के संयोजक लायन चन्द्रशेखर जैन के अनुसार150 से ज्यादा मरीजों ने शिविर का लाभ उठाया ।शिविर समापन की अध्यक्षता लायन प्रमोद जैन ने की व मुख्य अतिथि झोन चेयरपर्सन लायन कमलेश जायसवाल उपस्थित थे । जोधपुर से पधारे स्पेशालिष्ट का प्रंशसा पत्र देकर सम्मान किया गया ।संचालन लायन डॉ प्रदीप रावल ने किया व आभार सचिव लायन राजेश इन्द्र ने माना। इस अवसर पर जीवदया सर्मिति के  सचिव लायन राजेश धाकड, लायन अरविन्द नाहर, कोषाध्यक्ष लायन डॉ. प्रियंका अग्रवाल , लायन डॉ. पूजा पराकुंश शर्मा, लायन आर के. यादव, लायन विरेन्द्र कटियार , अर्जून राजौरिया उपस्थित थे

गच्छाधिपति आचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा. के जन्मदिन व सोहनराजजी परमार की दृतिय पुण्यतिथि पर चिकित्सा शिविर संपन्न

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180 से ज्यादा मरीज लाभान्वित  युथ फोरम व जैन जागृति सेंटर का कार्यक्रम  भायंदर  :- पंजाब केसरी विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा.समुदाय के गच्छाधिपति आचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी म.सा. के 66 वें जन्मदिन व सोहनराजजी भीकमचंदजी परमार की दृतिय पुण्यतिथि के अवसर पर निशुल्क  चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 180 मरीज लाभान्वित हुए।  भायंदर (वेस्ट) के देव वाटिका हॉल में सुबह १० से दोपहर 1 बजे तक युथ सोशल वेलफेयर एसोसिएशन (युथ फोरम),जैन जागृति सेंटर (मीरा - भायंदर),श्री दिगंबर जैन चातुर्मास समिति - मुंबई,श्री सुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन चैत्यालय ट्रस्ट - भायंदर क सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक गीता जैन थी। इस अवसर पर उन्होंने फोरम के कार्यों की प्रशंसा की। इस अवसर पर दो दिव्यांगों को व्हील चेयर व नीलम तेली संचालित स्कूल के विद्ध्यार्थियों को शैक्षणिक साहित्य दिया गया। शिविर में विन डीएनए लाइफ साइंस की को फाउंडर रीतू परीडा,डॉ बृजेश यादव,डॉ अनुभूति ओस्तवाल जैन,डॉ चैत्रा विरूपकशी ,इन्फिगो ऑय केयर व गेलेक्सी हॉस्पिटल ने सेवाएं दी। इस अवसर पर जैन जाग्रति के प्रकाश

समताधारी साध्वी श्री सौरभकला श्रीजी म.सा देवलोकगमन हुए

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अहमदाबाद में अंतिम संस्कार अहमदाबाद :- सौधर्म बृहत्तपागच्छीय त्रिस्तुतिक जैनाचार्य पुण्यसम्राट गुरुदेव श्री जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराजा के पट्टधर गच्छाधिपति, आचार्य श्री विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी महाराज एवं आचार्य भगवंत श्री विजय जयरत्न सूरीश्वरजी महाराज के आज्ञानुवर्ती, समतामूर्ति  साध्वी श्री सौरभकला श्रीजी म.सा का अहमदाबाद में देवलोकगमन हो गया। वे तीन वर्ष से कैंसर से पीड़ित थी और उनका उपचार पिछले दो वर्ष से अहमदाबाद मे श्री सौधर्म बृहत्तपागच्छीय त्रिस्तुतिक जैन संघ अहमदाबाद (थरादतीर्थ ) की अनुमोदनिय वैयावच्च भक्ति पुर्वक निरंतर चल रहा था। स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने से  अहमदाबाद मे आज 9 अगस्त को समाधि पुर्वक देवलोकगमन हुए हे  पालकी (पालखी) उनके चातुर्मास स्थल से आज सुबह 10 बजे मिठाखली के  मेडीसर्ज होस्पिटल के सामने की गली,चार रास्ता पर स्थित सुंदरवन उपाश्रय से प्रारंभ होगी।