वैभवरत्न विजयजी का चातुर्मास आहोर में
वैभवरत्न विजयजी का चातुर्मास आहोर में
दीपक आर.जैन
भायंदर-अध्यात्म के अपूर्व साधक,युगपुरुष,कलिकाल कल्पतरु परम पूज्य आचार्य विजय श्री राजेंद्रसूरीस्वरजी म.सा की साधना स्थली जालोर जिला के आहोर गांव में गच्छाधिपति आचार्य श्री जयंतसेनसुरिस्वरजी म.सा के दिव्याशीष व वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यसेनसूरिस्वरजी गच्छाधिपति आचार्य श्री जयरत्नसूरिस्वरजी म.सा. व म.सा की आज्ञा से मुनिराज श्री डॉ.वैभवरत्नविजयजी म.सा.आदि थाना का चातुर्मास होने जा रहा हैं.
श्री राजेंद्र जैन क्रिया भवन में मुनिराज के साथ श्री शेखररत्नविजयजी म.सा.,श्री गोयमरत्न विजयजी म.सा. का प्रवेश 02 जुलाई को होगा. श्री सुधर्मा बृहतपागच्छीय श्वेताम्बर मूर्तिपूजक त्रिस्तुतिक जैन संघ के तत्वावधान में चातुर्मास दौरान 30 जुलाई को नवकार आराधना प्रारंभ होगी जिसका समापन 07 अगस्त को होगा. इसके अलावा पर्व पर्युषण,नवपद ओलीजी,लोगस्स सूत्र पर आधारित ध्यान योग,शक्रस्तव पर आधारित भक्तियोग,आगम वाचना में उपसर्ग.दशांग,उत्तराध्यन सूत्र,रविवारीय विशेष प्रवचन,भक्तामर अभिषेक विधान,सवा करोड़ मूलमंत्र की आराधना,शासन रक्षा के विशिष्ट उपाय व मार्गदर्शन,अभिधान राजेन्द्रकोष की महिमा,गुरुदेव के जीवन की रहस्यमयी साधना,युवाओं के लिए 'संस्करण अभीयान अठारह पाप स्थानक के अंतर्गत मिथ्यात्व का पर्दाफास आदि कार्यक्रम होगी.
दीपक आर.जैन
भायंदर-अध्यात्म के अपूर्व साधक,युगपुरुष,कलिकाल कल्पतरु परम पूज्य आचार्य विजय श्री राजेंद्रसूरीस्वरजी म.सा की साधना स्थली जालोर जिला के आहोर गांव में गच्छाधिपति आचार्य श्री जयंतसेनसुरिस्वरजी म.सा के दिव्याशीष व वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यसेनसूरिस्वरजी गच्छाधिपति आचार्य श्री जयरत्नसूरिस्वरजी म.सा. व म.सा की आज्ञा से मुनिराज श्री डॉ.वैभवरत्नविजयजी म.सा.आदि थाना का चातुर्मास होने जा रहा हैं.
श्री राजेंद्र जैन क्रिया भवन में मुनिराज के साथ श्री शेखररत्नविजयजी म.सा.,श्री गोयमरत्न विजयजी म.सा. का प्रवेश 02 जुलाई को होगा. श्री सुधर्मा बृहतपागच्छीय श्वेताम्बर मूर्तिपूजक त्रिस्तुतिक जैन संघ के तत्वावधान में चातुर्मास दौरान 30 जुलाई को नवकार आराधना प्रारंभ होगी जिसका समापन 07 अगस्त को होगा. इसके अलावा पर्व पर्युषण,नवपद ओलीजी,लोगस्स सूत्र पर आधारित ध्यान योग,शक्रस्तव पर आधारित भक्तियोग,आगम वाचना में उपसर्ग.दशांग,उत्तराध्यन सूत्र,रविवारीय विशेष प्रवचन,भक्तामर अभिषेक विधान,सवा करोड़ मूलमंत्र की आराधना,शासन रक्षा के विशिष्ट उपाय व मार्गदर्शन,अभिधान राजेन्द्रकोष की महिमा,गुरुदेव के जीवन की रहस्यमयी साधना,युवाओं के लिए 'संस्करण अभीयान अठारह पाप स्थानक के अंतर्गत मिथ्यात्व का पर्दाफास आदि कार्यक्रम होगी.
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