आज सरस्वती का जमाना हैं -कुलचंद्रसूरीस्वरजी

वीडीजे ग्रुप का कार्यक्रम 
दीपक आर.जैन 
भायंदर-तपागच्छाधिपति आचार्य श्री विजय प्रेमसुरिस्वरजी म.सा. के आजीवन चरणोपासक कार्य कुशल परम पूज्य आचार्य श्री विजय कुलचंद्रसूरीस्वरजी (केसी)म.सा व श्री कुलदर्शनविजयजी म.सा. आदि ठाणा ने भायंदर स्थित अवर लेडी ऑफ़ वैलंकनी हाईस्कूल व  वीडीजे ग्रुप आयोजित कार्यक्रम में 'चले सफलता की और पर विद्द्यार्थियों को विस्तार से बताया व सफल होने के गुर सिखाये. 

स्कूल परिसर में बोलते हुए के.सी म.सा. ने कहा की आज समय सरस्वती का हैं यानि जिसके पास ज्ञान और बुद्धि है उसके पास लक्ष्मी को आना ही आना है. उन्होंने कहा की इस युग  में शिक्षा और चिकित्सा दोनों महंगे  होने के कारण माँ बाप अपना पेट काटकर मुश्किल से बच्चों के पढ़ाई का खर्चा उठाते हैं. ऐसे में बच्चों को चाहिए की वे मन लगाकर पढ़े और माँ बाप के साथ साथ स्कूल का नाम रोशन करे. उन्होंने कहा की पढ़ाई के साथ साथ खेल भी जरूरी हैं,परंतु जब पढ़ने बैठो तो सारा ध्यान पुस्तकों में होना चाहिए.उन्होंने कहा की किसी भी काम में सफल होने के लिए रूचि होना जरूरी हैं तभी सफलता मिलेगी. संघर्ष नहीं डरनेवालों की कभी हार नहीं होती. 
के सी. म.सा. ने कहा की अध्यात्म को कभी मत छोड़ना और इसी को अपनाकर आज पश्चिम के लोग आगे बढ़ रहे हैं.   
मुनिराज कुलदर्शनविजयजी म.सा. ने कहा की भारत में कई संत,योगी,महात्मा हुए जिन्होंने हमे जीवन जीना सिखाया. उन्होंने चाणक्य के विचारों से अवगत करते हुए कहा की विद्द्यार्थियों को कव्वे जैसी दृष्टि,बगुले जैसा ध्यान,कुत्ते जैसी नींद और अल्पहारी होना चाहिए जो आपको शिक्षा में आगे बढ़ने में मदद करेगा. उन्होंने विराट कोहली और अमिताभ बच्चन का उदहारण दिया व कहा की जो जीवन में लक्ष्य लेकर चलता हैं उसे सफल होना ही होना हैं. इस अवसर पर नगरसेविका प्रतिभा पाटिल,रवि बी. जैन,कमलेश शाह,देवेंद्र शाह,निकुंज दोशी सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे. स्वागत स्कूल की संचालिका निर्मला माखीजा,पिंकी विवेक सतसंगी ने किया. संचालन दीपक आर.जैन ने किया. आचार्य श्री का चातुर्मास प्रवेश 2 जुलाई को वालकेश्वर जैन मंदिर में हैं.   

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम