भारत के लिए काम करना चाहती है अफशा
मुस्लिम समुदाय के लिए मिसाल कायम की दीपक आर जैन /भायंदर स्कूल के दिनों से ही कुछ कर दिखाने के जज्बे ने व समाज में मिसाल कायम करने के उद्देश्य स मीरा भायंदर की अफशा फारूक कुरेशी ने पायलट बनकर सफलता के झंड़े गाड़े हैं. फ्लोरिडा (अमेरिका) से कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग लेकर लोटी अफशा अब देश मे ही काम करना चाहती हैं. भायंदर(वेस्ट) में रहनेवाली अफशा के घर बधाई देनेवालों का तांता लगा हुआ है. उसने कहा इंजीनियरिंग करने के बाद जॉब करने की मनाई थी,इसलिए कुछ औऱ करना था. एविएशन से संबंधित एयर तरवीडियो नियमित देखती थी तब मैं में तय किया कि ट्रैफिक में क्यों कॉकपिट में क्यों नही.हजयात्रा के दौरान महिला कैप्टन को देखने के बाद तय कर लिया कि पायलट बनकर मिसाल कायम करनी हैं. परिवार का सहयोग और साथ मिला तथा दादी सबसे बड़ी प्रेरणा रही.वे कहती है दादी पड़ी लिखी नही है लेकिन वे हमेशा से चाहती थी कि उनके परिवार में सब पढ़ लिखकर आगे बढ़े. अफशा ने बताया कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वहीं जॉब का ऑफर था लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया क्योंकि वो देश के लिए काम करना चाहती हैं.उनकी इच्छा हाजियों को अपने प्लैन में हज कराने की है