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युथ फोरम ने करवाया हिंदी स्कूल का सौंदर्यीकरण

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भायंदर-बेहतर शिक्षा सभी के जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत ही आवश्यक हैं. शिक्षा हममें आत्मविश्वास के साथ हमारे व्यक्तित्व निर्माण में बाहत बड़ी भूमिका निभाता हैं.स्कूली शिक्षा सभी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.आज सरस्वती पुत्रों का जमाना हैं.आज शिक्षित होना बहुत ही नहीं अत्यंत जरूरी हैं. आज दुनिया में तेजी के साथ आधुनिकता बढ़ती जा रही हैं ऐसे में हमे ज्ञान नहीं हुआ तो पैसा किस काम का?  उपरोक्त विचार वरिष्ठ पत्रकार प्रकश लिमये ने सामाजिक सांस्कृतिक संगठन युथ सोशल एंड वेलफेयर एसोसिएशन (युथ फोरम) ने मीरा-भायंदर महानगरपालिका की स्कूल नंबर 18 (हिंदी माध्यम)का विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से सौंदर्यीकरण व हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये.लिमये ने कहा की आज के विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा.अच्छे स्कूल मिल रहे हैं जिसका उन्हें फायदा लेना चाहिए.इस अवसर पर गुजराती समाज के संजय चंदाराणा,प्रभाग समिति के सदस्य गौरांग कंसारा ने भी अपने विचार व्यक्त किये.   सौंदर्यीकरण में नोबल फाउंडेशन के विजयभाई पारेख,लायंस क्लब ऑफ़ मुंबई हेरिटेज गैलेक्सी (अध्यक्ष लायन न

हिन्दी दिवस पर लायंस ने किया शिक्षकों व पत्रकारों का सम्मान

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दीपक आर.जैन  मुंबई - हिन्दी दिवस के अवसर पर इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ लायंस क्लब के मार्गदर्शन में कार्यरत लायन डिस्ट्रिक्ट 3231 A 3 ने संस्कृत एवं हिन्दी टीचरों सहित मुंबई के हिन्दी पत्रकारों एवं संपादकों को सम्मानित किया.कार्यक्रम कांदिवली पूर्व में ठाकुर सभागृह में आयोजित हुआ. इस अवसर पर बोलते हुए डिस्ट्रिक्ट के जिला प्रांतपाल डॉ.अजित जैन ने कहा कि हिंदी भारत की वह भाषा हैं जिससे लोग एक दूसरे से अच्छी तरह जुड़ सकते हैं और देश को नयी ऊंचाईयों पर ले जा सकते हैं.राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सन 1918 को हिंदी साहित्य सम्मलेन में हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने की बात कही थी.लेकिन अफ़सोस इस पर आज तक हमारा देश कोई निर्णय नहीं ले सका.  लायन डिस्ट्रिक्ट 3231-A 3 की और से हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जिला प्रांतपाल डॉ. अजीत जैन ने आगे कहा आज भले ही हम अंग्रेजी का प्रयोग करते हो लेकिन हमारी नीव हिंदी स्कूलों में जाने से ही मजबूत हुई हैं.इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी के सदस्य दयानंद तिवारी ने भी हिन्दी पर अपने विचार व्यक्त किये.हिंदी पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान के

भव्य रथयात्रा व तप अभिनंदन समारोह संपन्न

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दीपक आर.जैन  भायंदर (वेस्ट)स्थित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर का वरघोड़ा (रथ यात्रा) राष्ट्र संत आचार्य श्री अशोकसागर सूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य रत्न पन्यास प्रवर श्री दिव्येशचंद्र सागरजी म.सा.,ततवेशचंद्र सागरजी म.सा. आदि ठाणा की निश्रा में निकला.रथ यात्रा में बड़ी संख्या में धर्मावलंबी शामिल हुए. श्री पार्श्व प्रेम श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ के तत्वावधान में शनिवार को संघ में तप करनेवाले तपस्वियों को सम्मानित किया गया. पहलीबार 120 से ज्यादा लोगों ने पौषध कर इतिहास बनाया. इस अवसर पर पन्यास प्रवर ने तप का महत्व बताया व कहा की तप करने की शक्ति रखनेवाले व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होते हैं. गुरुदेव का चातुर्मास भी उत्साह से चल रहा हैं. सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने में ट्रस्ट मंडल के अजय रसिकलाल शाह,भरत संतोकचंद खिमावत,दिलीप सूरजमलजी शाह,किशोर उगमचंदजी जैन,नीतेश शेषमल राणावत,प्रकाश मगनलाल गाँधी,राकेश वसंत लोदरिया,सुभाष रमणलाल शाह,सुनील रमेशचंद्र जैन का समावेश हैं. गुरुदेव के नियमित प्रवचन मंगलवार से सुबह 9 से 10 बजे तक तथा हर रविवार को विभिन्न अनुष्ठान के अलावा बच्चों के लिए शिविर होगी. 

श्री गणेशा मित्र मंडल

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श्री गणेशा मित्र मंडल पिछले 10 वर्षों से सार्वजनिक गणेशोत्सव का आयोजन सामाजिक कार्यकर्त्ता सूंदर कोनार के मार्गदर्शन में कर रहा हैं. संस्था धार्मिक कामों के साथ साथ सामाजिक काम भी करता हैं. भायंदर(वेस्ट)स्थित आंबेडकर नगर में गणेशोत्सव के पदाधिकारियों में मदनलाल सुथार अध्यक्ष,दीपक शेलटकर उपाध्यक्ष,राहुल यादव सचिव के अलावा अक्षय घाड़ी,दीपक परमार,रोहित यादव,चिंतामणि यादव,रामवध राजभर,लौटू पाल,राकेश यादव,दीनानाथ गुप्ता,लक्षमण चौधरी,तारासिंह कारकी,उमेश शिंदे,साहेबलाल गुप्ता,दीपेश कवर,नरेश सुथार,राज कारकी,रवि यादव,सुधीर गुप्ता,शिवम गुप्ता,राकेश चौधरी,राजश्री सुथार,जानकीदेवी गुप्ता,बीरजा यादव,ललितादेवी यादव,रीना गुप्ता,आरती कोनार,सुरेखा यादव,ख़ुशी गुप्ता,अंजलि चौधरी,प्रियंका राजभर,वेंकटेश्वरी कोनार,हनी सुथार,आरती यादव आदि का समावेश हैं. गणपति दर्शन को अनेक प्रतिष्ठित लोगों ने दर्शन का लाभ लिया.  .

ऑथेलो राष्ट्रिय चैम्पियनशीप भायंदर में

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भायंदर- इंडियन ऑथेलो फेडरेशन की और से पहलीबार भायंदर में ऑथेलो    राष्ट्रिय चैम्पियनशीप (बोर्ड गेम) 2019 का आयोजन  द्वारा शनिवार 7 सितम्बर को किया जा रहा हैं. यह स्पर्धा मुंबई में पहलीबार हो रही हैं. इसके संयोजक दो बार राष्ट्रिय विजेता रहे अशोक चौधरी हैं. भायंदर (ईस्ट) खारीगांव के सत्यनारायण मंदिर हॉल में सुबह दस बजे से शुरू होनेवाली स्पर्धा में मीरा-भायंदर महानगरपालिका की पूर्व महापौर व नगरसेविका गीता भरत जैन,फेडरेशन के अध्यक्ष अमर रॉय,युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर.जैन,भारतीय रेल प्रवासी एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश एन.शाह सहित अनेक मान्यवर उपास्थि रहेंगे. संयोजक चौधरी ने बताया की इस खेल से आपकी बुद्धिमता का विकास होने के साथ साथ एकाग्रता भी बढ़ती हैं.इसके प्रायोजक अराइस इंटरप्राइजेज के कैलाश चौधरी हैं.शाम 6 बजे विजेताओं को पुरुस्कृत किया जायेगा. ज्ञात हो अशोक चौधरी दो बार राष्ट्रिय विजेता रहे हैं.अधिक जानकारी के लिए 9967842285 पर संपर्क करे.अशोक चौधरी का  ऑथेलो खेल में  प्रथम पंक्ति के खिलाडियों में समावेश हैं.    

श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जैन संघ में पर्युषण की धूम

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मीरा-भायंदर - भायंदर के सर्व प्रथम जैन मंदिर श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जैन संघ में तपागच्छाधिपति आचार्य श्री प्रेमसूरीस्वरजी म.सा. समुदाय की साध्वी श्री पूर्णकलाश्रीजी म.सा. की निश्रा में पर्व पर्युषण की आराधना व चातुर्मास हर्षोल्लास के साथ चल रही हैं.पर्व पर्युषण में भगवान की नयनरम्य आंगी मोती नगर ग्रुप द्वारा की जा रही हैं. यह ग्रुप इस मंदिर में पिछले 60 वर्षों से आंगी कर रहा हैं. पर्युषण दौरान पूजा करनेवाले बच्चों को गिफ्ट दिए गए. चातुर्मास को लेकर संघ में उत्साह हैं. अनेक धार्मिक अनुष्ठान होंगे.जन्मवांचन में भगवान् की भुआ बनने का लाभ रमेश एम.बम्बोरी परिवार ने लिया.   

व्यक्तित्व का अद्भुत गुण हैं क्षमापना

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क्षमापना दिन के रूप में मनेगा आज परीक्षण का अंतिम दिन   दीपक आर.जैन  भायंदर- पर्युषण पर्व में अहिंसा का नाश करो. अपने युग में यज्ञों में होनेवाली हिंसा से भगवान महावीर के मन को गहरी चोट  इसलिए उन्होंने अहिंसा का सिद्धांत प्रस्तुत किया. इसके प्रचार के लिए उन्होंने श्रमणों का संघ तैयार किया,जिन्होंने मनुष्य जीवन में लोगों को अहिंसा का महत्त्व समझाया. सामान्यत अहिंसा का अर्थ किसी प्राणी की मन,वचन व कर्म से हिंसा न करना होता हैं. आदमी में अनेक बुराई पाई जाती है,जिनकी गिनती करना बहुत मुश्किल कार्य हैं. इन बुराईयों की जड़ में मुख्य पांच दोष मिलेंगे. बाकी सभी दोष इन्ही से पैदा होते है. ये दोष है चोरी,झूठ,व्यभिचार,नशाखोरी व परिग्रह यानि धन इकट्ठा करना. उपरोक्त विचार राष्ट्र संत आचार्य श्री अशोकसागर सूरीश्वरजी म.सा. म.सा. के शिष्य रत्न पन्यास प्रवर श्री दिव्येशचंद्र सागरजी म. ने व्यक्त किये उन्होंने कहा की क्षमा का जीवन में बहुत महत्व हैं. यदि इंसान कोई गलती करे और माफी मांग ले तो सामनेवाले का गुस्सा काफी हद तक कम हो जाता हैं. पन्यास प्रवर ने कहा की क्षमा तो वीर की पहचान हैं और इसीलिए शास्