कला का बेजोड़ नमूना है पंडित का काम
अनंत का काम भी प्रदर्शनी में
मुंबई-पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित ब्रह्मदेव पंडित आज किसी परिचय के मोहताज नहीं बल्कि उनके काम और कला ने भारत को राष्ट्रीय अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी है.कहते है हुनर के साथ लक्ष्य हो तो व्यक्ति कुछ भी कर सकता हैं और इन्ही दो चीजों की बदौलत पंडित परिवार राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश को गोरान्वित कर रहा हैं.मिट्टी को विविध बर्तनों का रूप देकर देश विदेश के कारीगरों को अपनी कला का लोहा मनवा कर बता दिया की बता दिया कि हम भी किसी से कम नहीं.
उपरोक्त विचार सीमरोज़ा आर्ट गैलरी में फिरोजा गोदरेज ने ब्रह्मदेव पंडित की प्रदर्शनी पर व्यक्त किये. उन्होंने कहा की सभी के कामों की जितनी प्रशंसा की जाये कम हैं.मिट्टी को जिस तरह वे रंगों में ढालते है वह बेमिसाल हैं. प्रदर्शनी का उद्घाटन संगीता जिंदल ने किया. इस प्रदर्शनी में देवकी पंडित,अभय पंडित,खुशबू पंडित तथा उनके पोते अनंत पंडित के काम को पहलीबार प्रदर्शनी में रखा गया हैं. ज्ञात हो अनंत पंडित इस परिवार की चौथी पीढ़ी हैं.यह प्रदर्शनी सीमरोजा आर्ट गैलरी में 19 अप्रैल तक चलेगी. खुशबू पंडित ने बताया की प्रदर्शनी 'हैंड्स ऑफ़ क्ले 'नाम दिया गया है.ज्ञात हो
इस अवसर पर स्मिता गोदरेज,आनंद पटवर्धन,जिलू बिल्लीमोरया,रोशनी सोनावला,धरनी पारेख,संदीप गोयल,तान्या गोयल,सुनील महाडिक,जाल आर्या ,युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर जैन आदि उपस्थित थे.
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