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मार्च, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आशीर्वाद

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परम पूज्य त्रिस्तुतिक संघ नायक आचार्य श्री विजय जयंतसेनसूरिस्वरजी म.सा. से आशीर्वाद लेते गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी. साथे में मुनिराज चरित्ररत्नविजयजी म.सा. व मुनिराज निपुणरत्नविजयजी म.सा. मुख्यमंत्री ने उनसे विविध विषयों पर चर्चा की.   

रेकी जीवन के हर क्षेत्र में काम करती हैं.

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दीपक आर.जैन  मुंबई -रेकी एक जापानी भाषा का शब्द हैं जो रे और की से मिलकर बना हैं. रे का अर्थ हैं सर्वव्यापी और की का मतलब हैं जीवनशक्ति अर्थात रेकी का शाब्दिक अर्थ सर्वव्यापक जीवनशक्ति हैं. वे कहती हैं  रेकी आध्यात्मिक विद्धा हैं. सकारात्मक ऊर्जा को एकत्रित कर उसका उपयोग खुद के लिये और दूसरों पर करना हैं.रेकी जीवन के हर क्षेत्र में काम करती हैं.  उपरोक्त विचार रेकी प्रशिक्षक संतोष गोयल ने व्यक्त किये जो पिछले कई वर्षों से इस विद्धा को सीखकर लोगों तक पहुचाने का प्रयास कर रही हैं. संतोष कहती हैं कि रेकी की प्रसिद्धि का प्रमुख कारण इसका एकदम सरल व असरदार होना हैं. रेकी का प्रयोग व्यक्ति में निहित ऊर्जा के स्तर  को नियोजित करने एवं विश्रांति के लिये किया जाता हैं. जिसके परिणाम स्वरुप व्यक्ति अपनेआप को ऊर्जावान महसूस करता हैं और उसके कार्यकुशलता में वृद्धि होती हैं. यह सिर्फ बात ही नहीं इससे मैंने अपनेआप में और परिवार के में भी बदलाव देखा तब इस बात की अनुभूति हुई की जो चीज आप के जीवन को ऊर्जावान बनाने के साथ सकारात्मकता की और ले जा रही हैं उसे जनजन तक पहुँचाया जाये. आज वे नियमित

सफलता के लिए समय के साथ चले -राधेश्याम मौर्य

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कंपनी सेक्रेटरीज का कार्यक्रम  दीपक आर.जैन  भायंदर - जीवन में अगर सफलता को पाना है तो समय के साथ बदलाव लाना बहुत जरूरी हैं. इसे पाने के लिए किये गए प्रयास कभी विफल नहीं होते और प्रयास करने के बाद मिली सफलता का आनंद का अनुभव अलग ही होता हैं. हार माननेवाला कभी जीत नहीं सकता. हमेशा सीखते रहने का गुण सफल व्यक्ति की सफलता का बड़ा राज हैं और इसे आपने जीवन में अपना लिया तो आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता. ऐसे कई उदहारण  मिलेंगे जिन्होंने सफलता का मुकाम पाने के लिए असफलता से कभी हार नहीं मानी. उपरोक्त विचार इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज,भायंदर ब्रांच द्वारा भायंदर (पूर्व) स्थित एस. एम. मोरे हाईस्कूल में आयोजित एग्जीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्राम में लायन राधेश्याम मौर्य ने व्यक्त किये.मौर्य ने कहा की आये दिन बदलाव हो रहे हैं इसके लिए काम के प्रति हमारी जिम्मेदारी और निष्ठा बढ़ जाती हैं. उन्होंने कहा की काम  ही नहीं बल्कि जीवन में नकारात्मकता को अपने पास ना आने दे. समस्या का समाधान निकले न की उसके बारे में सोचे या चर्चा करे क्योंकि हम जैसा सोचते हैं वैसा ही होता हैं. अपनी असफलता क

भाजपा पदाधिकारियों की नियुक्ति

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मनपा चुनाव के लिए तैयार रहे  भायंदर- भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा,भायंदर(पश्चिम)मंडल के अध्यक्ष पद पर नियुक्त हुई निर्मला माखीजा ने पदाधिकारियों की नियुक्तियां की जिसमे सभी को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया गया हैं. यह नियुक्तियां उन्होंने भाजपा जिला अध्यक्ष हेमंत महात्रे व विधायक नरेंद्र मेहता के मार्गदर्शन में की. निर्मला माखीजा ने बताया की पदाधिकारियों में क्रीना मेहता,फाल्गुनी जोगी महासचिव, विभिन्न वार्ड के उपाध्यक्ष व सचिव में संगीता अंसारी वार्ड क्रमांक 1,ज्योत्स्ना कांसरा,गीता मेहता 2,निर्मला अग्रवाल,सरिता शिंदे 18,शेरोन सलढाना,संगीत गुप्ता19,सीमा रवि जैन,डिंपल उत्तम जैन 20,बैजंती रावल,मेघा गाँधी 22 का समावेश हैं. ज्ञात हो माखीजा पिछले लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं. शहर में गैस सिलेंडर शुरू करने के लिए बड़ा आंदोलन किया था. इसके अलावा भी शहर की जनसमस्याओं के लिये वे आवाज उठाती रही हैं. अध्यक्ष बनने के बाद पैनकार्ड,पासपोर्ट,सीनियर सिटीजन कार्ड,मेडिकल कैंप के सफल आयोजन के अलावा माता की चौकी  किया था जिसमे 1200 से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया था.  पर भी कार्यक्रम आयोजि

महिला हर क्षेत्र में शशक्त-गीता जैन

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  आय.सी. ए.आय का कार्यक्रम  भायंदर - दि इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टेड अकाउंटेंट(आय.सी. ए.आय)  वसई ब्रांच की और से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में महिला शशक्तिकरण पर चर्चा सत्र के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मीरा-भायंदर महानगरपालिका की  महापौर गीता जैन ने किया. भायंदर(वेस्ट) स्थित ज़ायका हॉल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गीता जैन ने कहा की आज महिलाएं किसी क्षेत्र में पुरषों से कम नहीं. हमारे लिए रोज महिला दिवस हैं. उन्होंने कहा अपनी क़ाबलियत को पहचाने और काम करे. आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं बचा जंहाँ हम पुरषों की बराबरी नहीं कर सकती. शशक्तिकरण पर आयोजित चर्चा सत्र में राहुल ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन की सह सचिव कृष्णा तिवारी,सी.ए.प्रीति सावला,सी.ए. ब्लॉसम डिसूजा- वीपी फाइनेंस एंड अकाउंट्स एक्सिक्स बैंक,टैक्स कंसलटेंट एंड. निकिता बधेका,सी. ए शीतल शाह ने उपस्थित महिलाओं को सफलता के सुझाव दिये.कृष्णा तिवारी ने कहा की दीर्धकालीन सफलता के लिये आज हमे अपडेट रहना होगा. जिस तरह किसी पुरुष की सफलता का श्रेय महिला को दिया जाता हैं उ

महिला यौन उत्पीडन पर सेमिनार 

मुंबई- 'कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न'विषय पर के एल. तिवारी आर्किटेक्चर कॉलेज के और से सेमिनार का आयोजन महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग व मुंबई विश्व विद्यालय-महिला विकास प्रकोष्ठ के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया. आयोजन में सामाजिक संगठन सोशल आर्गेनाईजेशन अपॉन लाइफ व युथ फोरम ने सक्रिय भूमिका निभायी. नालासोपारा स्थित कॉलेज में विद्द्यार्थियों को संबोधित करते हुए अनिता गुप्ता (मोटिवेशनल ट्रेनर)ने विस्तार से बताया व कहा की ऐसे मामलो में किसी ने भी चुप्पी नहीं बरतनी चाहिए व मामले के बारे में शीघ्र बताना चाहिए.उन्होंने विद्द्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए.उपस्थित मेहमानों का स्वागत कॉलेज की प्रिंसिपल रुपाली गुप्ते ने किया.सेमिनार में युथ फोरम के अध्यक्ष दीपक आर.जैन व अन्य मान्यवर उपस्थित थे.  

शिक्षा के साथ चरित्र निर्माण भी जरूरी - डॉ जया पारेख

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दीपक आर जैन  मुंबई -जीवन में आगे बढ़ने के लिये सिर्फ शिक्षा ही नहीं मजबूत चरित्र निर्माण की भी उतनी ही आवश्यकता हैं.  और इसमें में पूरी तरह से प्रयासरत हूँ. देश का हर विद्द्यार्थी होनहार हैं जरुरत हैं हम उसको पहचाने और उसी दिशा में आगे बढ़ने के लिये उसे प्रोत्साहित करे. उपरोक्त विचार प्रतिस्ठित शिक्षण संस्था राम रत्ना इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. जया पारेख ने व्यक्त किये. पिछले 17 वर्षों से शिक्षा क्षेत्र से जुडी डॉ पारेख ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा की आज विद्द्याथी में ज्ञान लेने की क्षमता,सही समय पर उसका उपयोग होने की जानकारी,फैसला लेने की क्षमता,मिलकर पढ़ने के गुण,आत्मविश्वास आदि होना बहुत जरूरी हैं.उन्होंने कहा पहले हम हर पाठ को याद करते थे आज वह जरूरी नहीं हैं क्योंकि आज एक बटन दबाने पर सबकुछ मिल जाता हैं. इसलिए हमे कितना चाहिये,कब चाहिये और कैसे इसका उपयोग करना यह भी पता होना आवश्यक हैं.यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीखी जा सकती हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर  पढ़ने के टैलेंट को बहुत महत्व दिया जाता हैं.विद्द्यार्थी के सामने कठिन परिस्थितियां रखे जो उनकी स