संत और सैनिक दोनों ही रक्षा करते हैं-नित्यानंदसूरिजी
वीडीजे ग्रुप का कार्यक्रम भायंदर- संत और सैनिक दोनों ही रक्षा का काम करते हैं. एक धर्म की रक्षा करता हैं तो दूसरा देश की रक्षा में 24 घंटे कार्यरत रहता हैं. देश की एकता अखंडता को बनाए रखने में संत की जितनी भूमिका होती हैं उतनी ही जिम्मेदारी सैनिक की भी होती हे. सिपाही को देश की रक्षा के किये तो संत को धर्म की रक्षा के लिए 24 घंटे चौकन्ना रहना पड़ता हैं. उपरोक्त विचार पंजाब केसरी आचार्य श्री वल्लभसूरिस्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति शांतिदूत आचार्य श्री विजय नित्यानंदसूरिस्वरजी म.सा. ने व्यक्त किये.भायंदर (पश्चिम) स्थित जे एच पोद्दार स्कूल में वीडीजे ग्रुप की और से रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के लिए मीरा-भायंदर महानगरपालिका की महापौर गीता भारत जैन के सौजन्य से आयोजित लाइफ चेंजिंग सेमीनार में व्यक्त किये.गुरुदेव के मंगलाचरण के बाद उनके शिष्य मुनिराज मोक्षानंदजी म.सा. ने एकता अखंडता,व्यसन मुक्ति,दायित्व,देश भक्ति आदि विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने जैन पद्धति से जीवन जीने की कल पर भी अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा की आप व्यसन से मुक्त रहे जो आपको अच्छी सेहत