मुंबई के दिव्यांग खिलाड़ियों की टीम ने राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

चतुर्थ राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन

सरकार और बीसीसीआई करें सहयोग

इन खिलाड़ियों का जज्बा और बढ़े इसके लिए सरकार और बीसीसीआई को सहयोग करना चाहिए।उद्धोगपतियों को भी प्रायोजक बनने हेतु आगे आना चाहिए ताकि ये खिलाड़ी अपने हुनर को दिखाने से वंचित ना रहे।


मुंबई :-
उदयपुर में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता में मुंबई की टीम ने जोरदार विजयश्री अपने नाम की। यह प्रतियोगिता 15 अक्टूबर को शुरू हुई और 12 दिनों तक चली. प्रतियोगिता 25 अक्टूबर को समाप्त हुई। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पूरे भारत से 24 टीमों ने भाग लिया। चौथी राष्ट्रीय विकलांगता प्रतियोगिता डीसीसीआई एवं नारायण सेवा संस्था उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई थी।

फाइनल मुकाबला मुंबई बनाम कर्नाटक के बीच खेला गया जिसमे कर्नाटक की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 175 रन बनाए और मुंबई की टीम के सामने 176 रन का बड़ा लक्ष्य रखा। कर्नाटक के लिए नरेंद्र मंगोरे ने बल्लेबाजी की और 30 गेंदों पर 68 रन बनाए जबकि शिवशंकर (32), राजेश कन्नूर (30) और जितेंद्र ने (20) रन बनाए। मुंबई की टीम से विक्रांत केनी (2), मयूर चौधरी (2), कल्पेश पाटिल (1) और रवींद्र संथे (1) आउट हुए।176 रनों का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम को सलामी बल्लेबाज रोहन भोईर और प्रसाद चौहान ने अच्छी शुरुआत दी।दोनों ने पहले विकेट के लिए 6.2 ओवर में 48 रन की साझेदारी की।पहला विकेट गिरने के बाद में कप्तान रवींद्र संते ने मोर्चा संभाला और प्रसाद चौहान के साथ 114 रनों की साझेदारी की। रवींद्र सांठे ने बल्लेबाजी की और 39 गेंदों में 70 रन (6 छक्के और 4 चौके) बनाए।प्रसाद चौहान ने भी 41 गेंदों पर नाबाद 57 रन बनाए जबकि विक्रांत केनी ने जीत का कलश उठाया।176 रनों के लक्ष्य को मुंबई की टीम ने 18.1 ओवर में 7 विकेट रहते आसानी से हासिल कर लिया।

इस मैच के लिए रवीन्द्र संते को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया लेकिन रवींद्र ने नवोदित खिलाड़ी प्रसाद चौहान को पुरस्कार लेने के लिए कहा। मुंबई के आकाश पाटिल को सीरियल हीरो अवॉर्ड के लिए टू व्हीलर मिली।जीत के बाद टीम के कप्तान रवींद्र संथे ने कहा कि मुंबई के सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इस जीत में सभी खिलाड़ियों का योगदान अमूल्य है।मुंबई टीम में रवींद्र संते (कप्तान), विक्रांत केनी, रोहन भोईर, आकाश पाटिल, मयूर चौधरी, कल्पेश पाटिल, रितेश गायकवाड़, रितेश गायकवाड़, ऋषिकेश येसपाटिल, हिमेश दवणे, गणेश पिसाल, अंसन मछाडो, करण चकोते, सुनील वेडे, प्रसाद चव्हाण , प्रज्योत सकपाल (कोच), विश्वास पाटिल (टीम मैनेजर) का समावेश था।

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