विचार ही व्यक्तित्व बनता हे -मौर्या
विचार ही व्यक्तित्व बनता हे -मौर्या 1500 से ज्यादा विद्यार्थी उपस्थित भायंदर- जैसे हमारे विचार होते हे ,वैसे ही हमारा जीवन और व्यक्तित्व बनता हे। सफलता पाने के लिए अपना लक्ष्य तय कर काम करे तो असफलता कभी आपके समक्ष नहीं आयेगी. आगे बढ़ने के लिये सपने ऐसे देखे जो आपको सोने ना दे. रामायण,कुरान,बाइबल सभी यही कहते हे कि जब हम किसी भी भगवान को याद करते हे तो हमारे भीतर उनका पूरा चित्र उभर आता है. महावीर और बुद्ध अपनी अहिंसा की ताकत के लिये मन प्राण से खड़े हो जाते हे तो राम मर्यादा के साथ तो कृष्ण न्याय के साथखड़े नजर आते है. इसी तरह हमारी सफलता इसी पर निर्भर हे की हम उस कार्य के को पूर्ण करने हेतू हममे कितना आत्मविश्वास है. उपरोक्त विचार भायंदर(पश्चिम)स्थित मैक्सस बैंक्वेट हॉल मे दसवी,बारहवी,ग्रेजुएट,सी.ए ,सी.एस आदि के 1500 से ज्यादा विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए लायन राधेश्याम मौर्या ने व्यक्त किये. संजीवनी की और से आयोजित विद्याथी गुण गौरव कार्यक्रम मे मौर्या ने पद्मश्री,अरुणिता सिन्हा,धीरूभाई अम्बानी,अमिता